सोशल मीडिया पर एक होर्डिंग की फ़ोटो वायरल हो रही है. दावा है कि ये पोस्टर हिंदी मीडिया के दैनिक भास्कर समूह का है. होर्डिंग में अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश और केन्द्र सरकार की आलोचना की जा रही है.
वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स हिमालया कंपनी का चेयरमैन नहीं है
22 जुलाई को आयकर विभाग ने दैनिक भास्कर समूह अख़बार के कार्यालय में रेड मारी. इंडियन एक्सप्रेस की एक ख़बर के मुताबिक दैनिक भास्कर के 32 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम पहुँची थी. रेड की ख़बर के मीडिया में आने के बाद से ही लगातार सोशल मीडिया पर और तमाम टीवी चैनलों पर भी सरकार की ख़ूब आलोचना की गई. यहाँ तक कि संसद में भी ये मुद्दा उठा और बहस इतनी ज़्यादा हो गई कि सदन को स्थगित करना पड़ा.
इस घटना के बाद से ही सोशल मीडिया दो खेमों में बंट गया - एक जो दैनिक भास्कर के पक्ष में बोल रहा था और दूसरा जो भास्कर के पुराने होर्डिंग्स की तस्वीरें शेयर करके उस पर तंज कस रहा था.
दैनिक भास्कर ने भी अपने ऊपर की जाने वाली कार्रवाई के बारे में ट्वीट्स और वीडियो के ज़रिये अपना पक्ष रखा. यहाँ और यहाँ देखें.
अखिलेश यादव के नाम से बाबरी मस्जिद को लेकर किये गए ट्वीट का सच
वहीं दूसरी तरफ़ सोशल मीडिया पर दैनिक भास्कर से जोड़कर एक पोस्टर शेयर किया जाने लगा जिसमे अप्रत्यक्ष रूप से प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ के ऊपर टिप्पणी की गई थी.
वायरल पोस्ट के साथ दिया गया कैप्शन कहता है 'दमनकारी सरकार' ने 'दैनिक भाष्कर' की आवाज़ दबाने की कोशिश की, फिर जो दैनिक भाष्कर ने किया वह आपके सामने है'.
ट्विटर पर भी ये तस्वीर इसी दावे के साथ शेयर की जा रही है.
सोशल मीडिया पर ये तस्वीर वायरल है.
वायरल तस्वीर में भारतीय तिरंगे का अपमान करता व्यक्ति कौन है?
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल तस्वीर करीब से देखा तो हमें 'योगी झूठा है' नाम का एक लोगो दिखा. हमें इसी नाम से एक फ़ेसबुक पेज और इंस्टाग्राम हैंडल मिला.
हमने पाया कि ठीक यही तस्वीर 'योगी झूठा है' पेज से जुलाई 22 को शेयर की गयी थी. हालांकि यहाँ पर तस्वीर के साथ दिया गया कैप्शन अलग है. उस कैप्शन के मुताबिक तस्वीर असल नहीं है.
कैप्शन: 'दमनकारी सरकार' ने 'दैनिक भाष्कर' की आवाज़ दबाने की कोशिश की, फिर जो दैनिक भाष्कर करना चाहेगा वह आपके सामने है
यही तस्वीर इनके इंस्टाग्राम हैंडल से भी शेयर की गयी है.
हमने ये भी सर्च किया कि क्या दैनिक भास्कर ने ऐसे कोई पोस्टर पहले जारी किये हैं. हमें इसी फाॅर्मेट से लगभग मिलते जुलते कुछ पोस्टर मिले जिनमें समाजवादी पार्टी और बसपा को निशाना बनाकर कैप्शन दिया गया है.
अपनी जांच के दौरान हमें News Nation की 2020 की एक रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल होर्डिंग से मिलती जुलती एक तस्वीर थी. देखने में मालूम होता है कि वायरल पोस्ट में दी गयी तस्वीर News Nation में छपी तस्वीर को मॉर्फ़ करके बनाई गई हो.
क्या दुर्गा वाहिनी की सदस्या ने पाकिस्तानी रेसलर को बुरी तरह पीटा? फ़ैक्ट चेक
बूम ने ऑरिजनल पोस्टर और वायरल पोस्टर की तुलना की. नीचे देखें.
सोनू निगम के नाम पर बने 'फ़ैन' ट्विटर हैंडल से किया गया ट्वीट वायरल