HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
एक्सप्लेनर्स

पांच राज्यों के चुनाव और इनसे जुड़े फ़ेक न्यूज़ पर बूम की 'पोल-खोल'

बूम की इस रिपोर्ट में पढ़िए किस तरह फ़ेक न्यूज़ के ज़रिये हो रही थी चुनावों के नतीजों पर असर डालने की कोशिश, और किस तरह हमने किया इन वायरल न्यूज़ का पर्दाफ़ाश

By - Sumit | 11 Dec 2018 8:08 PM GMT

 
  राजनैतिक गलियारों में ग्यारह दिसंबर की भोर से ही एक बेचैन सी चुप्पी पसरी थी | आज दिन था परिणामों का | परिणाम, महीनों से चले आ रहे चुनावी प्रचारों का, परिणाम बदलते राजनैतिक समीकरणों का, और परिणाम एग्ज़िट पोल्स के दावों का |   खैर, जैसे-जैसे सूरज ऊपर चढ़ रहा था, प्रदेशों के पार्टी कार्यालयों में सरगर्मी भी बढ़ती जा रही थी | राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलांगाना और मिज़ोरम के चुनावी परिणामों पर पुरे देश की नज़र टिकी थी और सोशल मीडिया से लेकर टी.वी. चैनल्स तक में चुनावी नतीजे दिखाने की होड़ सी लगी हुई थी | ये चुनाव इस लिहाज़ से भी ज़्यादा महत्वपूर्ण हो जाते हैं क्यूंकि इन्हे महा-संग्राम के पहले की 'नेट प्रैक्टिस' कहा जा सकता है | ज्ञात रहे की अगले साल लोकसभा चुनाव होने को हैं और इन पांच राज्यों में वोटर्स का रुझान एक तरह से पुरे देश का मूड बताती है |  
फ़ेक न्यूज़ और चुनावी समीकरण
  पांच राज्यों में होने वाले इन विधानसभा चुनाव में सीटों की लड़ाई ना सिर्फ उम्मीदवारों के बीच थी बल्कि राजनैतिक पार्टियों के सोशल मीडिया एवं आई.टी. सेल्स भी इसमें बखूबी शामिल थे | नतीजे निकलने से एन पहले तक बूम ने ऐसे काफ़ी फ़ेक न्यूज़ की पोल खोली जिन्हें वायरल कर के आम जनता को भरमाने की कोशिश की जा रही थी |   हम अब आपको बताते हैं कि इस चुनावी मौसम में फ़ेक न्यूज़ ने कैसे-कैसे गुल खिलने कि कोशिश की है | आइये अब आपको बूम द्वारा अलग अलग राज्यों से जांचे गए वायरल फ़ेक खबरों के बारे में बताते हैं |  
मध्य प्रदेश में दावा ये था की राहुल गाँधी के अक्टूबर 29 को संबोद्धित संकल्प यात्रा में उज्जैन वासियों ने मोदी-मोदी के नारें लगाए   Full View छत्तीसगढ़ के इस फ़ेक वीडियो में दावा किया गया की चुनावी रैली में राहुल ने सूरज उगने की दिशा बदलने तक की बात कर दी Full View   राजस्थान में एक पुराने वीडियो को गलत सन्दर्भ में वायरल किया गया, गलत दावें किये गए  
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के मैनिफेस्टो को गलत रूप से प्रस्तुत किया गया   इस बार साल भर पुराने वीडियो को छत्तीसगढ़ चुनावों का बता कर वायरल किया गया Full View   इस दफ़े बारी थी कमल नाथ की | कांग्रेस नेता और जापान के पूर्व विदेश मंत्री की पुरानी तस्वीर की गयी गलत सन्दर्भ में वायरल  
अब बारी थी तेलांगाना की | हैदराबाद पुलिस कमिश्नर के मीडिया ब्रीफिंग को किया गया गलत सन्दर्भ में वायरल   यहां राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत पर साधा गया निशाना | दावा ये था की गेहलोत ने अपनी रैली में लहराया पाकिस्तानी झंडा   गेहलोत फ़िर थे एक बार ट्रॉल्स के निशाने पर  
यहां कांग्रेस नेता ने लिया फ़ेक न्यूज़ का सहारा राजस्थान की मुख्यमंत्री पर निशाना साधने के लिए   इस बार भी राजस्थान में एक कांग्रेस रैली को विवादास्पद बनाने की हुई कोशिश Full View तीन साल पुराने वीडियो को किया गया गलत सन्दर्भ में वायरल   कहाँ-कहाँ किसने बनायीं सरकार   आपको हम परिणामों के बारे में भी बता दे |   जहाँ तक सरकार बनाने की बात है, उसमे तो अभी कई दाव-पेंच लगेंगे मगर यहां हम आपको ये ज़रूर बता देंगे कौन से राज्य में कौन सी पार्टी आगे है |   जबकि छत्तीसगढ़ में नब्बे (90) सीटों पर चुनाव लड़े गए थे, इन सभी के नतीजे आ चुके हैं | कांग्रेस पैंसठ (65) सीटों पर जीत चुकी है जबकि भारतीय जनता पार्टी ने सत्रह (17) सीटें जीती है | सरकार बनाने के लिए ज़रूरत हैं कुल छियालीस (46) सीटों की |   मध्य प्रदेश में लड़ाई थी कुल 230 सीटों पर और यहां कांग्रेस ने 113 सीटें जीत ली हैं जबकि भाजपा की जीत हुई है कुल 108 सीटों पर | सरकार बनाने के लिए मध्य प्रदेश में ज़रूरत है 116 सीटों की |   अगर राजस्थान के परिणाम देखें तो मालूम चलता है की यहां पर कांग्रेस ने निन्यानवे (99) सीटों पर जीत दर्ज़ की है जबकि भाजपा ने जीते हैं चौहत्तर (74) सीटें | राजस्थान में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को चाहिए 101 सीट |   तेलांगाना और मिज़ोरम, दोनों ही राज्यों में प्रादेशिक पार्टियों ने अपना वर्चस्व कायम रखा है |  

Related Stories