दिल्ली यूथ कांग्रेस ने ट्विटर पर एक सीसीटीवी फुटेज शेयर करते हुए दावा किया कि दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर लिफ़्ट में एक अज्ञात युवक ने महिला के साथ बेरहमी से मारपीट को अंजाम दिया। वीडियो शेयर करते हुए यूथ कांग्रेस ने महिला सुरक्षा पर सवाल उठाए।
बूम ने पाया कि दिल्ली यूथ कांग्रेस का दावा फ़र्ज़ी है। सीसीटीवी फ़ुटेज दिल्ली मेट्रो स्टेशन का नहीं बल्कि मलेशिया की राजधानी कुआलालांपुर के एक मेट्रो स्टेशन पर 2019 में हुई एक घटना से संबंधित है।
सीसीटीवी फ़ुटेज में देखा जा सकता है कि एक युवती लिफ़्ट में दाख़िल होती है, तभी उसके पीछे एक युवक भी लिफ़्ट में घुसता है। लिफ़्ट का दरवाज़ा बंद होते ही युवक उस पर बेरहमी से हमला कर देता है और उसका एक बैग छीनकर उसमें से कुछ निकालता है। मारपीट और लूटपाट को अंजाम देकर लिफ़्ट का दरवाज़ा खुलते ही हमलावर युवक भाग जाता है।
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वीडियो शेयर करते हुए दिल्ली यूथ कांग्रेस ने ट्वीट किया कि "दिल्ली मेट्रो की लिफ़्ट के अंदर देखिये कैसे दरिंदे ने महिला पर जानलेवा हमला कर दिया! @ArvindKejriwal जी और @narendramodi जी आपके महिला सुरक्षा के झूठे दावों का दिल्ली में क्या हाल है देखे!"
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
इसके अलावा दिल्ली यूथ कांग्रेस ने अपने फ़ेसबुक पेज पर भी उसी दावे के साथ वीडियो क्लिप शेयर किया।
अरुण कुमार नाम के एक ट्विटर यूज़र ने क्लिप शेयर करते हुए लिखा "महिला सुरक्षा के मामले में सबसे सुरक्षित कहीं जाने वाली दिल्ली मेट्रो की लिफ़्ट के अंदर देखिये कैसे दरिंदे ने महिला पर जानलेवा हमला कर दिया!"
आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
असंबंधित तस्वीरों को 'कराची में गृहयुद्ध' का मंज़र बताकर किया गया वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो क्लिप की सत्यता जांचने के लिए वीडियो के कुछ फ़्रेमों को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो क्लिप के स्क्रीनशॉट के साथ पब्लिश हुआ एक लेख मिला।
16 फरवरी 2019 को सिंगापुर के ब्रॉडशीट अख़बार स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार यह घटना वेलेंटाइन डे के दिन कुआलालांपुर के तमन मुटियारा मेट्रो स्टेशन पर हुई थी।
कुआलालांपुर सिटी क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट के प्रमुख रुसदी मोहम्मद ईसा ने स्ट्रेट्स टाइम्स को बताया कि वीडियो में दिख रही महिला के शरीर और माथे पर कई चोटें आई हैं और फ़िलहाल उसका इलाज हो रहा है।
मलेशियाई समाचार पत्र द स्टार की एक रिपोर्ट के अनुसार हमलावर को 19 फरवरी को पकड़ लिया गया।
एशिया टाइम्स ने अपने 18 फ़रवरी 2019 के लेख में कहा कि एक 48 वर्षीय युवती के साथ कुलालालांपुर के चेरुस जिले में मास रैपिड ट्रांजिट स्टेशन पर लिफ़्ट में मारपीट और लूटपाट की घटना हुई। एशिया टाइम्स ने अपने फ़ेसबुक पेज पर क्लिप के कुछ स्क्रीनशॉट के साथ वीडियो भी पोस्ट किया।
इसके बाद यह साफ़ हो जाता है कि वीडियो क्लिप दिल्ली मेट्रो स्टेशन से सम्बंधित नहीं है।
हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म पर मलेशिया के कुलालालांपुर की इस घटना को दिल्ली मेट्रो से जोड़कर शेयर किया गया है। इससे पहले फ़रवरी 2019 में भी कई यूज़र्स ने इसे दिल्ली मेट्रो की घटना बताकर शेयर किया था। बूम पहले भी इस वायरल क्लिप के फ़र्ज़ी दावे को ख़ारिज कर चुका है। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन ने ट्वीट करते हुए वीडियो क्लिप का संबंध दिल्ली मेट्रो होने से इंकार कर दिया था।
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