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फैक्ट चेक

गया में वंदे भारत पर पथराव करने वाले आरोपी मुस्लिम नहीं हैं

बूम ने पाया कि गया के मानपुर रेलखंड क्षेत्र में वंदेभारत पर पथराव करने वाले आरोपियों के नाम शाहिद हुसैन और सलमान नहीं बल्कि विकास कुमार और मनीष कुमार हैं.

By - Jagriti Trisha | 24 Nov 2024 5:51 PM IST

सोशल मीडिया पर पुलिस के साथ खड़े दो आरोपियों की एक तस्वीर वायरल हो रही है. यूजर्स इन आरोपियों को मुस्लिम बताते हुए दावा कर रहे हैं कि ये शाहिद हुसैन और सलमान हैं, जिन्हें बिहार के गया में वंदे भारत पर पथराव के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल दावा गलत है. ये तस्वीर गया में वंदे भारत पर पत्थर फेंकने वाले आरोपियों की ही है. लेकिन दोनों आरोपी मुस्लिम नहीं बल्कि हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. इनके नाम विकास कुमार व मनीष कुमार हैं.

एक्स पर दक्षिणपंथी यूजर जितेंद्र प्रताप सिंह ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, 'वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव करने वाले दो अपराधी शाहिद हुसैन और सलमान गया में गिरफ्तार!'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

फेसबुक पर भी कई यूजर्स ने इन आरोपियों का नाम शाहिद और सलमान बताया है.




फैक्ट चेक: गया में वंदे भारत पर पथराव के आरोपी मुस्लिम नहीं हैं

वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 17 नवंबर 2024 के प्रभात खबर की एक रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना 16 नवंबर की है, जहां गया-मानपुर रेलखंड स्थित फल्गु नदी के पास पटना-टाटा वंदे भारत और गया-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटना हुई. इस घटना में ट्रनों की खिड़की के दो शीशे टूट गए.

इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने पथराव के आरोप में मानपुर स्थित जवाहर नगर के अड्डा के पास रहने वाले मनीष उर्फ बादल व विकास उर्फ सुपर को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना गुनाह भी कबूल किया और बताया कि दोनों ने मिलकर पटना-टाटा व गया-हावड़ा वंदे भारत पर पथराव किए थे.

23 नवंबर की न्यूज 18 और टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में भी वायरल तस्वीर के साथ संबंधित खबर देखी जा सकती है. इन सभी रिपोर्ट्स में आरोपियों का नाम मनीष और विकास ही बताया गया था.

आगे हमने एक्स पर गया में वंदे भारत पर हुए पथराव की घटना से संबंधित कीवर्ड्स सर्च किए तो हमें रेल मंत्रालय के आधिकारिक अकाउंट पर भी यह तस्वीर मिली, हालांकि यहां इनके नाम का जिक्र नहीं किया गया था.



इस दौरान हमें ईस्टर्न आरपीएफ के हैंडल पर एक पोस्ट मिला, जिसमें घटना से संबंधित एक न्यूजपेपर क्लिप शेयर की गई थी. इस क्लिप में भी आरोपियों की पहचान विकास कुमार और मनीष कुमार के रूप में ही की गई थी. इससे साफ है कि गया में वंदे भारत पर पथराव करने वाले आरोपियों की पहचान को लेकर गलत दावा वायरल हो रहा है.


हमने शाहिद और सलमान वाले दावे के संबंध में पड़ताल किया तो पाया कि इसी महीने की शुरुआत में उत्तराखंड और अक्टूबर में वाराणसी में वंदे भारत पर पत्थर फेंकने की घटना सामने आई थी. उत्तराखंड में पथराव के आरोप में सलमान को गिरफ्तार किया गया था. वहीं वाराणसी में वंदे भारत पर पथराव के आरोप में मुगलसराय से हुसैन उर्फ शाहिद को गिरफ्तार किया गया था. वाराणसी में हुई इस घटना में एक अन्य आरोपी पवन साहनी का भी नाम शामिल था, जिसे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी.

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