सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल है जिसमें दो लोग अपने हाथों में ढेर सारी क़ुरान की जली हुई प्रतियाँ लेकर खड़े दिखाई दे रहे हैं. तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये त्रिपुरा की हालिया हिंसा के दौरान की है. दावे के मुताबिक़ त्रिपुरा में क़ुरान को जलाया गया है.
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ख़बरों के मुताबिक़ उत्तरी त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में 26 अक्टूबर 2021 को विश्व हिंदू परिषद की एक रैली में Panisagar Sub division के में एक मस्जिद को तोड़ा गया साथ ही घरों और दुकानों को भी नुक़सान पहुँचाया गया था.
वायर की एक रिपोर्ट में लॉ एंड ऑर्डर, Additional Inspector general सुब्रत चक्रवर्ती ने बताया कि Chamtila और Rowa बाज़ार में एक मस्जिद में तोड़फोड़ की गई और घरों और दुकानों को भी नुक़सान पहुँचाया गया है.
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तस्वीर को शेयर कर एक यूज़र वे फ़ेसबुक पर कैप्शन दिया, "त्रिपुरा से जो भी तस्वीरें आरही हैं रुला देने वाली हैं-डूबे हैं लहू में जो बच्चों पे तरस रहे खाये अल्लाह करे हाकिम अश्कों पे तरस खाये #savetripuramuslims
ये तस्वीर फ़ेसबुक पर कई अकाउंट्स से इसी दावे के साथ शेयर की जा रही है.
फ़ैक्ट-चेक
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर जून 2021 में दिल्ली के रोहिंग्या कैंप में लगी आग के दौरान की है. ट्विटर पर कुछ कीवर्ड सर्च करने पर हमने पाया एक स्वतंत्र पत्रकार Aasif Mujtaba ने इसे शेयर करते हुए लिखा कि ये तस्वीर जून 2021 में दिल्ली के कंचन कुंज स्थित रोहिंग्या कैंप में आग लगने के बाद की है.
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Mujtaba ने वायरल फ़ोटो के साथ दो अन्य तस्वीरें भी शेयर की थीं. उन्होंने कैप्शन में लिखा कि ये तस्वीरें दिल्ली के रोहिंग्या कैंप में आग लगने के दौरान की हैं, न कि त्रिपुरा से. हमें ये तस्वीरें @miles2smil_ से मिलीं थीं जब उन्होंने रोहिंग्या कैम्प में राहत कार्य शुरू किया था. कृपया ग़लत जानकारी न फैलायें.
हमें Mujtaba की एक इंस्टाग्राम पोस्ट भी मिली जो 12 जून 2021 को हुई थी. पोस्ट में वायरल तस्वीर को शेयर कर लिखा है, "सुबह के 5 बज रहे थे जब हम दिल्ली के कंचन कुंज स्थित धूल से भरे रोहिंग्या कैंप से लौटे. ये बिल्कुल संदेह से परे है कि ये घटना रोहिंग्याओं के ख़िलाफ़ सिस्टम की जानी समझी हिंसा है. मैंने कई शरणार्थियों से बात की उन सबका यही कहना है.
बूम ने Mujtaba से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि ये तस्वीरें दिल्ली के एक स्वतंत्र फ़ोटो पत्रकार मोहम्मद मेहरबान ने खींची थीं. उन्होंने आगे बताया कि वायरल तस्वीर में दिख रहे दोनों व्यक्ति दिल्ली के रोहिंग्या कैंप के शरणार्थी हैं. 13 जून 2021 को इंस्टाग्राम में पोस्ट की गई तस्वीर और सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर बिल्कुल मिलती है.
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Al Jazeera की 13 जून 2021 की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ 12 जून को रात 11:30 बजे दिल्ली स्थित मदनपुर खादर रोहिंग्या कैंप में आग लग गई थी. वहाँ लगभग 55 शरणार्थी कैंपों में नुकसान पहुँचा था. रिपोर्ट के मुताबिक़ घटना में किसी के मरने या घायल होने की ख़बर नहीं है.