यूपी के बदायूं में जनाज़े का वीडियो त्रिपुरा में विरोध रैली के रूप में वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो 9 मई, 2021 को उत्तर प्रदेश के बदायूं में हज़रत अब्दुल हमीद मोहम्मद सलीमुल क़ादरी के जनाज़े का जुलूस है.
उत्तरी त्रिपुरा (Tripura) में मुस्लिमों के ख़िलाफ़ जारी हिंसा (Violence) के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो ग़लत दावे के साथ वायरल है. हजारों लोगों की भीड़ दिखाते इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है उत्तरी त्रिपुरा ज़िला के धर्मनगर (Dharmanagar) के कदमतला (Kadamtala) से एक विशाल विरोध रैली निकाली गई.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है. असल में, यह वीडियो क़रीब 5 महीने पुराना है उत्तर प्रदेश के बदायूं में पीर सालिम मियां के जनाज़े से है.
त्रिपुरा में हिंदुत्ववादी भीड़ के नाम से वायरल हिंसक वीडियो पुराना है
पूर्वी बांग्लादेश की सीमा से लगा त्रिपुरा एक सप्ताह से हिंसा की चपेट में है. यहां रहने वाले मुसलमानों के घरों, व्यवसायों और मस्जिदों पर हमले और तोड़फोड़ के कई मामले सामने आए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कम से कम एक दर्जन मस्जिदों में तोड़फोड़ की गई है या आग लगा दी गई है, और कई जगहों पर मुस्लिमों के घरों और कारोबारों पर हमला किया गया है. वायरल वीडियो इसी पृष्ठभूमि में वायरल है.
ट्विटर पर वीडियो शेयर करते ही एक यूज़र ने अंग्रेजी में कैप्शन में लिखा, "Today there is a huge protest rally from Kadamtala in Dharmanagar North Tripura district" जिसका हिंदी अनुवाद "आज उत्तर त्रिपुरा जिले के धर्मनगर के कदमतला से एक विशाल विरोध रैली निकाली गई."
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
फ़ेसबुक पर वायरल
इसी दावे के साथ वायरल वीडियो फ़ेसबुक पर शेयर किया जा रहा है
समीर वानखेड़े और NCB टीम पर हमले की पुरानी घटना हालिया बताकर वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 9 मई, 2021 को उत्तर प्रदेश के बदायूं में सालिम मियां के नाम से मशहूर हज़रत अब्दुल हमीद मोहम्मद सलीमुल क़ादरी के जनाज़े का जुलूस है.
बूम को अपनी जांच के दौरान ट्विटर यूज़र्स के वायरल ट्वीट का जवाब मिला, जिसमें कहा गया था कि वायरल वीडियो पांच महीने पुराना है.
इससे हिंट लेते हुए हमने संबंधित कीवर्ड के साथ खोज की और 9 मई, 2021 को यूट्यूब पर अपलोड किए गए हूबहू दृश्यों के साथ वही वीडियो मिला, जिसमें कहा गया था कि यह उत्तर प्रदेश के बदायूं में हज़रत अब्दुल हमीद मोहम्मद सलीमुल क़ादरी के अंतिम संस्कार का जुलूस का है.
हमने वीडियो को ध्यान से देखा. वीडियो में 17 सेकंड की समयावधि पर लोगों को "पीर सालिम ज़िंदाबाद" का नारा लगाते हुए सुना जा सकता है.
9 मई, 2021 को अपलोड किए गए इस वीडियो में हम वही दृश्य देख सकते हैं, जो वायरल वीडियो में है.
इसके अलावा हमें 9 मई 2021 का एक फ़ेसबुक पोस्ट भी मिला, जिसमें यही वीडियो शेयर की गई थी. वीडियो के कैप्शन में बताया गया था कि वीडियो 'हज़रत पीर सालिम मियां साहब बदायूनी का आख़िरी सफ़र' दिखाता है.
हमने इस घटना से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए मीडिया रिपोर्ट्स खंगाली. 10 मई 2021 को प्रकाशित आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, हज़रत अब्दुल हमीद मोहम्मद सलीमुल कादरी का 9 मई, 2021 को उत्तर प्रदेश के बदायूं में निधन हो गया था. उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करने और जनाज़े में शामिल होने के लिए दूर-दूर के इलाक़ो से लाखों लोग बदायूं आये.
रिपोर्ट में, हम वायरल वीडियो की तरह बैकग्राउंड में वही गेट देख सकते हैं, जिससे पता चलता है कि इसे उसी लोकेशन पर शूट किया गया था.
वायरल वीडियो के एक दृश्य और आज तक रिपोर्ट में शामिल तस्वीर के बीच तुलनात्मक विश्लेषण करने पर हम पाते हैं कि वे एक ही स्थान से हैं.
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