बीते हफ़्ते सोशल मीडिया पर कई वीडियोज़ फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल रहे. कुछ वीडियोज़ को एडिट कर मनगढ़ंत दावों के साथ शेयर किया गया, कुछ पुराने वीडियोज़ को हालिया घटना से जोड़कर भ्रामक दावा किया गया, जबकि कुछ वीडियोज़ के साथ फ़र्ज़ी दावे किये गए. इनमें से अधितर वीडियो नूपुर शर्मा विवाद से जोड़कर वायरल हुए.
बूम ने इन वायरल वीडियोज़ का फ़ैक्ट चेक किया और सच्चाई का पता लगाया.
बूम की साप्ताहिक स्पेशल सीरीज़ 'हफ़्ते की पांच फ़र्ज़ी ख़बरें' में जो स्टोरीज़ शामिल हैं, उनमें नागा साधुओं का एक वीडियो, हाउज़ द जोश डायलाग बोलती नूपुर शर्मा का वीडियो, क़तर में भारतीय कामगारों का एक वीडियो, कानपुर हिंसा से जोड़कर पुलिसकर्मी का वीडियो और नूपुर शर्मा के समर्थन के दावे योगी आदित्यनाथ का वायरल वीडियो, शामिल हैं.
1. नूपुर शर्मा के समर्थन के दावे से वायरल नागा साधुओं का वीडियो
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो किसी भी हालिया घटना का नहीं है. असल में यह वीडियो हरिद्वार कुम्भ 2021 का है.
नागा साधुओं का ये वीडियो क्यों हो रहा है वायरल?
2. "हाउज़ द जोश" डायलाग बोलकर नूपुर शर्मा ने जले पर नमक छिड़का?
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो हालिया नहीं, बल्कि तीन साल पुराना है.
"हाउज़ द जोश"... नूपुर शर्मा का यह वीडियो तीन साल पुराना है
3. क़तर से भारतीय कामगारों को वापस भेजे जाने के दावे से शेयर किया गया वीडियो
बूम ने पाया कि यह वीडियो मार्च 2022 का है यानी पैगंबर मुहम्मद पर नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी से पहले. वीडियो का संबंध किसी हालिया घटना से नहीं है.
क़तर में मज़दूरों की भीड़ का पुराना वीडियो पैगम्बर विवाद से जोड़कर वायरल
4. कानपुर हिंसा से जोड़कर पुलिसकर्मी का वायरल वीडियो
बूम ने पाया कि इस वीडियो का संबंध कानपुर हिंसा से नहीं है. असल में यह वीडियो सालभर पुराना है और यूपी के इटावा में पंचायत चुनाव के दौरान का है.
पुलिस अधिकारी का पुराना वीडियो कानपुर हिंसा से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल
5. नूपुर शर्मा का समर्थन करने के दावे से वायरल योगी आदित्यनाथ का वीडियो
बूम ने पाया कि यह वीडियो क़रीब 7 साल पुराना है. यह वीडियो दूधेश्वर नाथ मंदिर, गाज़ियाबाद में 10 मई, 2015 को आयोजित विश्व हिन्दू महासंघ के प्रांतीय सम्मेलन का है.
योगी आदित्यनाथ का 7 साल पुराना वीडियो नूपुर शर्मा मुद्दे से जोड़कर वायरल