क़तर में मज़दूरों की भीड़ का पुराना वीडियो पैगम्बर विवाद से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया वीडियो के साथ किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल है जिसमें बड़ी संख्या में लोग और कुछ बसें ख़ड़ी दिख रही हैं. वीडियो के साथ अप्रत्यक्ष रूप से दावा किया जा रहा है कि बीजेपी प्रवक्ता के द्वारा पैगम्बर पर विवादित कमेंट के बाद अरब देशों से भारतीयों को वापस भारत भेजे जाने लगा है.
बूम ने पाया कि वीडियो पुराना है और हालिया पैगम्बर पर टिप्पणी विवाद से इसका कोई सम्बन्ध नहीं है.
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फेसबुक पर एक यूज़र Surendra Sharma ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,'अरब कतर कुवैत से पहला नौकरी से निकाल दिया गया लोग भारत आने के लिए तैयार यहां तो रोजी रोटी है नही विदेशो का भी खा गया*कोई लगभग 60,000 लोग अरब देश से भारत वापस किये जा रहे हैं. कतर कुवैत अरब देशों में कार्रवाई चालू हो गई है. मोदी है तो मुमकिन है'.
फेसबुक पर यह वीडियो बड़े पैमाने पर वायरल है.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने जब वीडियो को गौर से देखा और सुना तो वीडियो की शुरुआत में ही कोई redco international बोलता है. इसी से मदद लेते हुए बूम ने इंटरनेट पर सर्च किया तो एक यूट्यूब शॉर्ट्स मिला जो 29 मार्च 2022 को अपलोड किया गया है.
वीडियो में बताया गया है बस में बैठकर redco international के कामगार टिकट लेने जा रहे हैं. इसी के आधार के पर आगे और सर्च किया तो बूम को 9 जून 2022 की एक फेसबुक पोस्ट मिली जिसके अनुसार,'ये वीडियो 3 महीने ओल्ड है, कंपनी नुक्सान में चल रही थी वर्कर्स कंपनी छोड के जा राहे थे'.
Redco कंपनी और कामगारों को लेकर और सर्च किया तो कामगारों की वेतन को लेकर हड़ताल का यूट्यूब पर एक वीडियो मिला जिसमें स्पष्ट सुना जा सकता है कि पिछले 3 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है.
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