सोशल मीडिया हिंदु देवता राम की तस्वीरों के साथ एक व्यक्ति की तस्वीरों का कोलाज खूब वायरल हो रहा है, जिसे यूज़र्स द्वारा इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि अयोध्या के राम मंदिर में हिंदु देवता राम की तस्वीर क्लिक करते हुए कैमरामैन भी भावुक होकर रो पड़ा.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल कोलाज की तस्वीरें इराक के फोटो जर्नलिस्ट मुहम्मद अल-अज़ावी की हैं, जब वह एशियाई कप 2019 में क़तर से अपने देश (इराक) की फुटबॉल टीम के हारने पर रो पड़े थे.
ग़ौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में हिंदू देवता राम की 'प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम' संपन्न हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश के लगभग 7000 गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए थे.
हिंदू देवता राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन की घोषणा के बाद से लेकर अब तक सोशल मीडिया पर इससे संबंधित तरह-तरह के झूठे और भ्रामक दावे के साथ तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. इसी क्रम में अब यह वीडियो भी वायरल है. बूम ने राम मंदिर से जुड़े तमाम फ़र्जी खबरों का फै़क्ट चेक किया है. यहां, यहां पढ़ा जा सकता है.
फे़सबुक पर यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "जैसे ही फ़ोटोग्राफ़र तस्वीर ले रहा था, रामराया गायब हो गए... फिर उन्हें एहसास हुआ... उनकी आंखें आंसुओं से भरी हुई थीं... तो उन्होंने आंसू बहते हुए अपना चेहरा ऊपर उठाया... उसी वक्त किसी ने उन्हें अपने कैमरे में कैद कर लिया। जीवन कृतार्थ हो गया... किसी को और क्या चाहिए... उस पल उसे कुछ अच्छा महसूस हुआ होगा, ख़ुशी ख़ुशी सिर्फ खुशी, बस् रंग एक हो गया, रंगो मे रंग हो गया प्रभू श्रीराम🙏🏻 ll जय श्री राम ll🚩🚩🚩🚩🚩"
अन्य फेस़बुक यूज़र ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, देख लिजिए कैसे दूरदर्शन के एक फ़ोटोग्राफ़र के अश्रु बहने लगे अपने रामलला की पहली झलक देखकर !! जय श्री राम 🚩🚩🚩"
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यूज़र ने तस्वीरों के कोलाज को शेयर करते हुए लिखा, "तू जितना भरत का था, उतना ही हमारा है….🙏🏻"
कई अन्य यूज़र्स ने भी इन तस्वीरों का ये कोलाज शेयर किया है.
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फै़क्ट चेक
बूम ने इससे पहले भी दो बार इन तस्वीरों का फै़क्ट चेक किया है, एक बार जब जूलाई 2019 में वर्ड कप में न्यूजीलैंड और भारत के बीच सेमीफाइनल मैच में महेंद्र सिंह धोनी के विकेट खो देने को गलत तरीके से जोड़ते हुए यह तस्वीरें वायरल थीं, तब बूम ने इसका फै़क्ट चेक किया था. दूसरा जब मई 2021 में पूर्वी येरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद परिसर में इजरायली पुलिस के हमले की तस्वीरें खींचते समय कैमरामैन का रोने का झूठा दावा करते हुए यह तस्वीरें शेयर की गई थीं, तब बूम ने इसका फै़क्ट चेक किया था.
अभी वायरल कोलाज वाली तस्वीरें दूरदर्शन के फ़ोटोग्राफ़र की होने के दावे को लेकर हमने दूरदर्शन (डीडी न्यूज़) से संपर्क किया. दूरदर्शन के एक अधिकारी ने बताया कि "वह किसी भी हैसियत से दूरदर्शन का कर्मचारी नहीं है."
इसके बाद वायरल कोलाज की तस्वीरों की पड़ताल के लिए हमने तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें Sport360 Arabiya नाम के एक्स अकांउट पर 25 जनवरी 2019 को शेयर की गई वायरल कोलाज वाली एक तस्वीर मिली. पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया, "एक इराकी फ़ोटोग्राफ़र अपने देश को एशियाई कप से बाहर होता हुआ देखकर अपना काम करते समय रोने लगता है" (अरबी से हिंदी अनुवादित).
हमें एएफसी एशियन कप के अधिकारिक एक्स और फे़सबुक अकांउट पर भी पोस्ट मिली. 24 जनवरी 2019 की पोस्ट में वायरल कोलाज की एक तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया कि "16वें राउंड के मुकाबले के दौरान एक इराकी फ़ोटोग्राफ़र के लिए भावनात्मक क्षण! #AsianCup2019"
इससे संकेत लेकर गूगल पर अरबी कीवर्ड्स के साथ सर्च करने पर हमें अलजज़ीरा की अरबी वेबसाइट पर 24 जनवरी 2019 का न्यूज़ आर्टिकल मिला, जिसमें बताया गया कि वायरल तस्वीर फुटबॉल फेडरेशन के फ़ोटोग्राफ़र मुहम्मद अल-अज़ावी की है, जो क़तर से अपने देश(इराक) की हार देखते हुए रोने लगे थे.
हमें फुटबाल खेल से सम्बंधित एक्स अंकाउट पर फोटोग्राफर मुहम्मद अल-अज़ावी की इस एक तस्वीर के अलावा अन्य तस्वीरें भी मिलीं, जो सोशल मीडिया पर कोलाज बनाकर वायरल की गई हैं.
इसके अलावा हमें अरबी न्यूज़ वेबसाइट पर Alayyam पर 31 जनवरी 2019 का मुहम्मद अल-अज़ावी का इंटरव्यू भी मिला, जिसमें उनकी इस वायरल तस्वीर भी शामिल है.
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