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फैक्ट चेक

सिर पर चोट और टाँके दिखाती तस्वीर किसानों पर लाठीचार्ज की नहीं है

बूम ने वायरल तस्वीर में दिख रहे शख़्स टिंकू से बात की उन्होंने कहा कि उन्हें ये चोट करनाल लाठीचार्ज में नहीं बल्कि गौ तस्करों से मुठभेड़ में लगी है.

By - Devesh Mishra | 30 Aug 2021 1:12 PM GMT

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि वो करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज में घायल एक किसान की तस्वीर है. वायरल फ़ोटो में दिख रहे शख्स के सर पर गंभीर चोट आई है और कई टाँके भी लगाये गये हैं.

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दरअसल 28 अगस्त को हरियाणा के करनाल में पुलिस ने आंदोलनकारी किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया था. Amar Ujala की ख़बर के अनुसार निकाय एवं पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर करनाल में भाजपा की प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन हुआ. इस बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत भाजपा के 6 सांसद, छह राज्य सभा सांसद के अलावा संगठन के पदाधिकारी पहुंचे.

वहीं मुख्यंत्री के आगमन का विरोध कर रहे किसानों ने बसताड़ा टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया. इसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया. फिर साथियों पर लाठीचार्ज की सूचना मिलते ही पूरे प्रदेश में कई जगह किसानों ने रोड और टोल जाम कर दिए.

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इस लाठीचार्ज के बाद सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी कई फ़ोटो और वीडियो वायरल होने लगे. #Karnallathicharge के नाम से लोगों ने कई तस्वीरें शेयर करने लगे और लाठीचार्ज के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा ज़ाहिर करने लगे. इन्हीं तस्वीरों में एक तस्वीर ये भी थी जिसमें एक व्यक्ति के सर पर कई टाँके लगे थे.

ट्विटर पर इस तस्वीर को कांग्रेस नेता और शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भी शेयर किया और कैप्शन दिया 'ये सर देश के एक किसान का है और इस फटे सर पर लगे टॉंकों की वजह नरेंद्र मोदी जी की लाठियॉ हैं.' हालाँकि बाद में उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर दिया.



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फ़ेसबुक पर इस तस्वीर को शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन दिया 'ये सर देश के एक किसान का है और इस फटे सर पर लगे टॉंकों की वजह नरेंद्र मोदी जी की लाठियॉं हैं.'

Full View

फ़ेसबुक पर ये तस्वीर अलग अलग दावों के साथ कई बार शेयर की गई. इसके अलावा करनाल लाठीचार्ज की अन्य तस्वीरें भी शेयर की जा रही थीं.


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जब ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तभी इसके बारे में कुछ लोग ये भी लिखने लगे कि ये तस्वीर पुरानी है और इसका किसानो पर हाल में हुए लाठीचार्ज से कोई संबंध नहीं है. हमने एक ट्वीट के कमेंट सेक्शन में देखा था कि ये घटना 25 अगस्त को गुरुग्राम के एक एक्सीडेंट की बतायी गयी है.

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हमें इस घटना से जुड़े कुछ News Reports भी मिले. The tribune ने इस बारे में लिखा था कि 25 अगस्त को हरियाणा के Ullahwas में 'गौ तस्करों' से हुई मुठभेड़ में गौ रक्षक दल के पाँच लोगों को चोट आई थी. इनमें से तीन लोगों राजबीर बोकन, सुनील रावत और टिंकू को ज़्यादा गंभीर चोटें आयी थीं.


बूम ने इस खबर के सहारे कीवर्ड सर्च किया तो हमें हरियाणा के कई गौरक्षा दल से संबंधित पेज और प्रोफ़ाइल पर 25 अगस्त की इस घटना के बारे में जानकारी मिली. उन्हीं में से एक पोस्ट पर हमें ये वायरल तस्वीर भी मिली जो टिंकू की थी.

बूम ने फिर गोरक्षा दल हरियाणा और मानेसर के बजरंग दल प्रमुख सोनू से बात की तो उन्होंने बताया कि उस रात जो मुठभेड़ हुई उसमें वो खुद मौजूद थे. उन्होंने कहा, "टिंकू सहित टीम के पाँच लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे जब गौ तस्करों ने गाय को चलती गाड़ी से हमारी गाड़ी के उपर फ़ेक दिया."

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सोनू ने बताया कि वायरल तस्वीर उनसे साथी टिंकू की है जो उस रात गंभीर रूप से घायल हो गया था. उन्होंने कहा कि ये तस्वीर उन्होंने खुद अपने फ़ोन से 25 अगस्त की रात को खींची थी. उन्होंने इस घटना के संबंध में की गई एफआईआर कॉपी भी उपलब्ध कराई.




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बूम ने टिंकू से भी वायरल तस्वीर के संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि ये तस्वीर उन्हीं की है और 25 अगस्त को उनके सिर पर गंभीर चोट लगने के बाद काफ़ी टाँके आये हैं. उन्होंने कहा कि उनकी तस्वीर को ग़लत संदर्भ में वायरल किये जाने के मामले में वो क़ानूनी कार्रवाई की माँग भी करेंगे.

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