HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

बरेली में पुलिसकर्मियों की पिटाई बताकर वायरल वीडियो का दावा गलत है

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कुछ लोग दो पुलिसकर्मियों की निर्मम पिटाई कर रहे हैं. वीडियो का सच जानिए इस फ़ैक्ट चेक में.

By - Devesh Mishra | 18 July 2021 6:41 PM IST

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में भीड़ दो पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर रही है. वर्दी पहने एक पुलिसकर्मी को लोग बुरी तरह घेरकर डंडों से पीट रहे हैं. वीडियो विचलित कर देने वाला है तथा इसे शेयर करते हुए तमाम साम्प्रदायिक दावे किये जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि मुसलमानों की भीड़ ने उत्तर प्रदेश में 'जुरमाना' लगाने पर पुलिसकर्मियों को पीटा.

ओवैसी की विशाल रैली बताकर शेयर की जा रही ये तस्वीर UP से नहीं है

फ़ेसबुक पर वीडियो के साथ वायरल कैप्शन में लिखा गया है 'बरेली सिविल लाईन्स न्यूज़ पुलिस द्वारा चालान काटने पर मुसलमानों ने उनकी पिटाई की जो कानून को चुनौती है! यह वीडियो बताता है की आगे हिन्दुस्तान मे क्या क्या होगा | कौन देश चलायेगा! और सबका भविष्य क्या होगा ! कड़वा सच यह है कि देश को बाहर से ज्यादा अन्दर से बहुत ज्यादा खतरा है


(पोस्ट यहाँ देखें)

अन्य फ़ेसबुक पोस्ट भी ऐसे कैप्शंस के साथ वायरल हैं.


(पोस्ट यहाँ देखें)

वायरल पोस्ट का फ़र्ज़ी दावा, दानिश सिद्दीकी ने मुनाफ़े के लिए श्मशान की तस्वीरें बेचीं

 वीडियो के अलावा इस घटना का एक टेक्स्ट मैसेज भी काफ़ी वायरल है जिसे कई लोगों ने शेयर किया है.


ट्विटर पर भी ये वीडियो इसी कैप्शन के साथ वायरल है


फ़ैक्ट चेक

हमने इस वीडियो की सत्यता जानने के लिये इसे कीफ़्रेम में तोड़कर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. हमने पाया कि वीडियो 2021 के मार्च महीने का है और राजस्थान का है.

ETV Bharat की 25 मार्च की एक रिपोर्ट हमें इस घटना से जुड़ी जानकारी मिली जिसके हिसाब से इस घटना में कोई साम्प्रदायिक कोण नहीं था.

सोशल मीडिया पर वायरल यह तस्वीर असल में कहां से है

ख़बर की हेडलाइन थी 'प्रेमी युगल की तफ़तीश करने गई हरियाणा पुलिस की पिटाई, वीडियो वायरल.


इसी रिपोर्ट में बताया गया कि हरियाणा पुलिस राजस्थान के जुरहरा में एक प्रेमी युगल के केस के संबंध में गई थी. वहाँ एक भीड़भाड़ वाले बाज़ार में पुलिस की गाड़ी से किसी स्थानीय व्यक्ति को धक्का लग गया. इसके बाद पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों में कहासुनी होने लगीं और मामला मारपीट तक पहुँच गया. लोगों ने पुलिसकर्मियों को घेरकर बुरी तरह पीटा.

गौमांस खाने वाले 1.38 लाख कर्मचारियों को अमूल कंपनी ने निकाला? फ़ैक्ट चेक

बाद में जुरहरा पुलिस मौक़े पर पहुँची और बीच बचाव कर मामले को सुलझाया. इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से एफआईआर भी की गई थी.

बरेली के नाम से वायरल राजस्थान के इस वीडियो का खंडन बरेली पुलिस ने भी किया है. अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट कर बरेली पुलिस ने लिखा कि ये वायरल वीडियो बरेली की नहीं है.

बूम ने पहले भी इस वीडियो की सत्यता जाँची थी और पाया था कि ये वीडियो फ़र्ज़ी साम्प्रदायिक दावे से साथ वायरल है.



Tags:

Related Stories