सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक शख़्स स्टेज पर खड़ा होकर भाषण दे रहा है. ये भीड़ नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध प्रदर्शन की है. स्टेज पर खड़ा शख़्स अपने भाषण में लगातार रिलायंस कम्पनी और जियो सिम के बॉयकॉट की बात करता है.
वो व्यक्ति पतंजलि कंपनी के बने उत्पादों के बहिष्कार की भी बात करता है. सभा में काफ़ी भीड़ नज़र आती है. इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए तमाम आपत्तिजनक दावे किये जा रहे हैं.
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फ़ेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया है 'ये मुल्ला Himalaya कम्पनी का मालिक है , वक्त है इसके भाषण को सुनिए विचार कीजिए और सतर्क हो जाइए , आयुर्वेदिक मेडिसिन से ब्यूटि प्रॉडक्ट्स बनाता है liv52 syrup se lekar himaliya neem tulsi aur hand sensitiser tak सभी ग्रूप में डालिए और ख़रीदना बंद कीजिए खुद व खुद घुटने पर आ जाएगा बहुतो ऑप्शनस है।'.
इस वीडियो को कई फ़ेसबुक अकाउंट्स में इसी दावे के साथ शेयर किया गया और हिमालया कंपनी से बने उत्पादों के बहिष्कार की बात की गई है.
बूम को ये वीडियो अपने हेल्पलाइन नंबर पर भी मिला.
ट्विटर पर भी इस वीडियो को आपत्तिजनक दावे के साथ शेयर किया गया जिसमें हिमालया के उत्पादों को बॉयकॉट करने की माँग भी की जा रही थी.
फ़ैक्ट चेक
वायरल वीडियो के सबसे ऊपर दायें किनारे पर एक चैनल का लोगो लगा हुआ है 'Times express voice of Democracy'. हमने पाया कि ये एक वोरिफाइड यूट्यूब चैनल है जिसके 1.74 मिलियन सब्सक्राइबर हैं.
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अब चूँकि ये वीडियो पिछले साल हुए CAA विरोधी प्रदर्शनों का था सो हमने उससे संबंधित कुछ कीवर्ड डालकर सर्च किया. हमें इसी वीडियो का एक लम्बा वर्ज़न मिला जो 25 जनवरी 2020 को अपलोड हुआ था. इसकी हेडलाइन थी 'हिंदुस्तानी कहना बंद करो - भानुप्रताप सिंह! CAA पर मुसलमानों के बीच मचाया तहलका'.
चैनल पर अपलोड इस 12 मिनट लम्बे ऑरिजनल वीडियो के नीचे जो डिस्क्रिप्शन दिया था उसके मुताबिक़ अधिवक्ता भानु प्रताप ने दिल्ली के मुस्तफ़ाबाद में CAA विरोधी प्रदर्शन को संबोधित किया. वायरल वीडियो भी इसी ऑरिजनल वीडियो के से कट किया गया है.
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बूम ने 'Advocate Bhanu Pratap Singh' नाम से कीवर्ड डालकर सर्च किया तो भानु प्रताप के ढेर सारे वीडियो कई विभिन्न मुद्दों पर मिले. हमें भानु प्रताप के नाम से ट्विटर और फ़ेसबुक के अकाउंट्स भी मिले जो इन्हें दिल्ली का एक अधिवक्ता बताते हैं.
हिमालया कंपनी से जुड़ा दावा
हमारे कुछ पुराने फ़ैक्ट चेक में भी हमने पाया था कि मोहम्मद मनल, जो कि हिमालया कंपनी के संस्थापक थे, उनका निधन 1986 में ही हो गया है. ये जानकारी कंपनी की वेबसाइट पर ही उपलब्ध है.
बूम ने भानु प्रताप सिंह से संपर्क करने की कोशिश की पर हमें कोई उत्तर नहीं मिला. उनका जवाब मिलते ही रिपोर्ट अपडेट की जाएगी.