फैक्ट चेक

उज्जैन में ईद पर हिंदू विरोधी नारे लगाए जाने के गलत दावे से वीडियो वायरल

बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. यह वीडियो साल 2024 का है और इसमें हिंदू विरोधी नहीं बल्कि इजराइल विरोधी नारे लगाए गए थे.

By -  Jagriti Trisha |

5 April 2025 2:33 PM IST

Fact Check on anti-Hindu slogans being raised claim on Eid

सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के उज्जैन में ईद के मौके पर मुस्लिमों द्वारा हिंदू विरोधी नारे लगाए जाने के दावे से एक वीडियो वायरल है. बूम ने इसकी पड़ताल की तो पाया कि यह साल 2024 का वीडियो है.

वहां हिंदू विरोधी नहीं बल्कि इजराइल विरोधी नारे लगाए गए थे. बूम से हुई बातचीत में उज्जैन पुलिस ने भी हिंदू विरोधी नारे लगाए जाने वाले दावे का खंडन किया है.

करीब 15 सेकंड के इस वीडियो में भीड़ "इजराइल तू बर्बाद होगा" जैसे नारे लगाती नजर आ रही है.

एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने इसे उज्जैन के उन्हेल का बताया और लिखा, 'ईद पर हिंदुओं की बर्बादी की दुआ करते मुसलमान. ईद के दिन ये दुआ मांग रहे हैं कि "हिंदू बर्बाद होगा- इंशाअल्लाह, इंशाअल्लाह.'

यूजर ने आगे लिखा, 'ये सब कोई चोरी छिपे नहीं बोला जा रहा है, बल्कि मंदिर के पास सड़क पर खड़े होकर बोल रहे हैं.'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

बूम को वेरीफाई करने के रिक्वेस्ट के साथ यह वीडियो इसी समान दावे से उसके टिपलाइन नंबर (+917700906588) पर भी प्राप्त हुआ.



फैक्ट चेक

वायरल वीडियो को गौर से सुनने पर हमने पाया कि इसमें "इजराइल तू बर्बाद होगा- इंशाअल्लाह, इंशाअल्लाह" और "इजराइल के उन हैवानों में- आग लगा दो, आग लगा दो" जैसे नारे लग रहे हैं. हमें कहीं भी इसमें हिंदू विरोधी कोई नारा नहीं सुनाई दिया.

आगे की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड्स की मदद से उज्जैन में हुई इस घटना से संबंधित खबरों की तलाश की. इसके जरिए हमें अप्रैल 2024 की कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इन रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो के विजुअल्स मौजूद थे.

ईटीवी भारत और अमर उजाला की खबर के मुताबिक, घटना 11 अप्रैल 2024 की है. उज्जैन के उन्हेल में ईद की नमाज के बाद कुछ लोगों ने इजराइल तू बर्बाद होगा के नारे लगाए थे. उस समय भी हिंदू संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई थी. उनका आरोप था कि वहां हिंदू विरोधी और देश विरोधी नारे लगाए गए.

हिंदू संगठनों ने इस संबंध में वीडियो क्लिप के आधार पर ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की थी. अमर उजाला की रिपोर्ट में उस ज्ञापन की कॉपी देखी जा सकती है.

ईटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, वहां इजराइल विरोधी नारे के अलावा 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' जैसे नारे भी लगे थे. इसमें उज्जैन के एसपी प्रदीप शर्मा के हवाले से बताया गया कि जांच के लिए इस वीडियो का ट्रांसलेशन भी करवाया गया था.



दैनिक भास्कर की वीडियो रिपोर्ट में हमें वीडियो का वह हिस्सा भी मिला, जिसमें हिंदुस्तान समर्थित नारे सुनाई दे रहे हैं.

Full View


पंजाब केसरी की 12 अप्रैल 2024 एक वीडियो रिपोर्ट में मामले पर एसएसपी नितेश भार्गव का बयान देखा जा सकता है. इसमें वह दोनों पक्षों द्वारा ज्ञापन सौंपने और जांच के बाद गलत पाए जाने पर कार्रवाई करने से संबंधित बातचीत कर रहे हैं. 

Full View


पुष्टि के लिए हमने उज्जैन पुलिस से भी संपर्क किया. एसपी प्रदीप शर्मा और एसएसपी नितेश भार्गव, दोनों ने बूम से बातचीत में हिंदू विरोधी नारे लगाए जाने वाले दावे का खंडन किया.

प्रदीप शर्मा ने बूम को बताया कि यह लगभग एक साल पुराना वीडियो है और इसमें हिंदू विरोधी नहीं बल्कि इजराइल विरोधी नारे लगाए गए थे. 



Tags:

Related Stories