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फ़ैक्ट चेक

पिछले हफ़्ते वायरल हुईं 5 ख़बरें, जिनपर आप शायद यक़ीन कर बैठे होंगे!

पिछले हफ़्ते में राजनीति, मनोरंजन जगत की बड़ी शख्सियतों की पुरानी तस्वीरों, वीडियो और फ़र्ज़ी ट्वीट को हालिया घटनाक्रम से जोड़कर शेयर किये गए पोस्ट्स वायरल रहे हैं.

By - Mohammad Salman | 25 July 2021 2:16 PM GMT

ये तो सर्वविदित है कि "नज़र हटी, दुर्घटना घटी". यहां अगर दुर्घटना का आशय 'फ़र्ज़ी ख़बर' है, तो सोशल मीडिया, टीवी, अख़बारों और राजनेताओं के बयानों और दावों पर बूम पैनी नज़र रखे रहता है. 

आमतौर पर बूम रोज़ाना तस्वीरों, वीडियो और बयानों के साथ छेड़छाड़ करके फ़र्ज़ी ख़बर फैलाने वालों की ख़बर फ़ैक्ट चेकिंग के रूप में लेता है. यहां, अपनी ख़ास पेशकश 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' में हम बीते हफ़्ते की पांच मुख्य फ़र्ज़ी ख़बरों का एक राउंडअप लेकर आते हैं. 

हमारी साप्ताहिक पांच फ़ेक न्यूज़ कलेक्शन में इस हफ़्ते शामिल हैं उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की रैली में हजारों की भीड़ दिखाती एक तस्वीर का सच, नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध प्रदर्शन के एक मंच से 'हिमालया कंपनी के मालिक का भाषण', दुर्गा वाहिनी की सदस्या द्वारा पाकिस्तानी रेसलर की पिटाई के दावे से वायरल वीडियो, बॉलीवुड की पोल पट्टी खोलता सिंगर 'सोनू निगम का ट्वीट' और अखिलेश यादव के नाम से वायरल यूपी में सपा सरकार बनने पर बाबरी मस्जिद बनवाने का वादा.

1. वायरल तस्वीर के साथ दावा है कि यह उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की रैली की है


हमारी जांच में सामने आया कि वायरल तस्वीर बांग्लादेश के चिटगांव से हैं. साल 2019 में 'ईद मिलादुन्नबी' के अवसर में चिटगांव में जुलुस निकाला गया था. हमें यूट्यूब पर एक वीडियो मिला, जिसे देखने पर स्पष्ट हो गया कि वायरल तस्वीर उसी जुलुस की है.

ओवैसी की विशाल रैली बताकर शेयर की जा रही ये तस्वीर UP से नहीं है

2. सीएए विरोधी प्रदर्शनों में दिए भाषण का वीडियो हिमालया कंपनी के मलिक से जोड़कर वायरल


बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो में भाषण देने वाला शख्श हिमालया कंपनी का मालिक नहीं बल्कि अधिवक्ता भानु प्रताप है. वायरल वीडियो दिल्ली के मुस्तफ़ाबाद में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन का है, जहां भानु प्रताप ने प्रदर्शन में शामिल लोगों को संबोधित किया था. जानकारी के लिए बता दें कि हिमालया कंपनी के मालिक मोहम्मद मनल का निधन 1986 में हो चुका है.

 CAA विरोधी प्रदर्शनों में दिए भाषण का वीडियो हिमालया कंपनी से जोड़कर वायरल

3. आरएसएस की दुर्गा वाहिनी की महिला संध्या फडके ने एक पाकिस्तानी फ़्रीस्टाइल महिला रेसलर को पटखनी दी


बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है. वायरल वीडियो क़रीब 5 साल पुराना है और यह मुंबई का नहीं बल्कि जालंधर स्थित द ग्रेट खली के ट्रेनिंग स्कूल का है. रिंग में चैलेंज देने वाली महिला पाकिस्तानी रेसलर नहीं बल्कि द ग्रेट खली की शिष्या बीबी बुलबुल है. भगवा रंग की सलवार कमीज़ में दिखने वाली महिला का नाम कविता दलाल है. वो भी एक पेशेवर रेसलर हैं और WWE में हिस्सा लेने वाली पहली भारतीय महिला हैं.

क्या दुर्गा वाहिनी की सदस्या ने पाकिस्तानी रेसलर को बुरी तरह पीटा? फ़ैक्ट चेक

4. बॉलीवुड फ़्लॉप फ़िल्मों पर 'मज़ा' लेते सिंगर सोनू निगम का ट्वीट वायरल


बूम ने पाया कि वायरल ट्वीट सोनू निगम के ट्विटर हैंडल से नहीं बल्कि उनके नाम पर बनाये गए एक फ़ैन ट्विटर हैंडल से किया गया है. सोनू निगम मई 2017 से ट्विटर पर नहीं हैं. वायरल ट्वीट में की गयी टिप्पणी पहले भी शेयर की जा चुकी है. हमें ट्विटर पर साल 2016 के कुछ ट्वीट्स मिले जिनमें हूबहू वही बातें कही गई हैं.

सोनू निगम के नाम पर बने 'फ़ैन' ट्विटर हैंडल से किया गया ट्वीट वायरल

5. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नाम से एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल


बूम ने पाया कि अखिलेश यादव ने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया, जिसमें बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण की बात कही गई हो. इसके अतिरिक्त हमें कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जो उनके इस ट्वीट की पुष्टि करती हो. यह पहला मामला नहीं है जब अखिलेश यादव के फ़र्ज़ी ट्वीट वायरल हुए हैं.

अखिलेश यादव के नाम से बाबरी मस्जिद को लेकर किये गए ट्वीट का सच

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