Claim
फेसबुक पर न्यूज चैनल इंडिया टीवी का एक वीडियो वायरल है जिसमें पत्रकार रजत शर्मा और अभिनेता अमिताभ बच्चन डायबिटीज की दवा पर बात करते नजर आ रहे हैं. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
वायरल वीडियो की शुरुआत में रजत शर्मा को बोलते हुए सुना जा सकता है, 'अमिताभ बच्चन ने आज गुस्से की लहर को उजागर किया. उन्होंने देश की एक बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनी पर निर्णायक रूप से हमला किया. कारण एक ऐसे दवा को छिपाना जो कुछ ही दिनों में मधुमेह को समाप्त कर सकती है. एक दवा जो लाखों लोगों की जान बचा सकती है.' इसके अलावा वीडियो की शुरुआत में अमिताभ बच्चन और रतन टाटा से मिलते-जुलते चेहरे वाले एक शख्स को धक्का-मुक्की करते दिखाया गया है.
Fact
बूम ने अपनी जांच में पाया कि रजत शर्मा और अमिताभ बच्चन के वायरल वीडियो में AI जनरेटेड वॉइस का इस्तेमाल किया गया है. बूम इससे पहले भी योगी आदित्यनाथ, अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, रजत शर्मा, अंजना ओम कश्यप समेत कई सेलिब्रिटी द्वारा दवाओं का प्रचार करने के फर्जी वीडियो का फैक्ट चेक कर चुका है. वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने इस वीडियो की जांच AI डिटेक्टर टूल Hive Moderation से की. इस टूल के मुताबिक, इस वीडियो में यूज की गई वॉइस के AI जनरेटेड होने की संभावना 99.9 फीसदी है. इसके अलावा AI डिटेक्टर टूल Truemedia.org से जांच करने पर इस वीडियो में यूज की गई वॉइस के AI जनरेटेड होने की संभावना 100 फीसदी जताई गई. साथ ही वीडियो की शुरुआत में अमिताभ बच्चन और रतन टाटा की चेहरे से मिलते जुलते शख्स का वीडियो भी AI जनरेटेड होने की संभावना जताई गई.