सोशल मीडिया पर एक अख़बार की कतरन शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनका काम गायों की रक्षा करना है महिलाओं की रक्षा करना नहीं। वायरल कतरन को एक व्यंग्य वेबसाइट में 2018 में छपे एक पोस्ट से लिया गया है। वायरल पोस्ट हाथरस में दलित लड़की के साथ हुए कथित सामूहिक बलात्कार के बाद शेयर किया जा रहा है।
अख़बार की कतरन में एक ख़बर है, जिसमें योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ हैडलाइन में लिखा गया है कि "योगी आदित्यनाथ का फिर गैर जिम्मेदाराना बयान, कहा हमारा काम गाय बचाना है, लड़की नहीं"
29 सितंबर, 2020 को दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल में उत्तर प्रदेश के हाथरस की रेप पीड़िता 19 वर्षीय दलित लड़की की मौत के बाद यह कतरन वायरल हुआ है। गौरतलब है कि 14 सितंबर को हाथरस में दलित लड़की के साथ उसके ही गांव के उच्च जाति के चार लड़कों ने कथित तौर पर बलात्कार किया था और उसे बेरहमी से पीटा था, जब वह खेत में अपने पशुओं के लिए चारा लेने गयी थी। घटना के बाद चारों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया था।
पीड़िता की मौत के बाद राज्य की योगी सरकार को जमकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। योगी सरकार उस समय सवालों के घेरे में आ गई जब पीड़िता की मौत के बाद हाथरस पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में ले लिया और परिवार की सहमति के बगैर 30 सितंबर की सुबह करीब 2.30 बजे पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया।
हालांकि बिना परिवार की सहमति के अंतिम संस्कार के आरोपों को पुलिस ने खारिज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि उसने पीड़िता के परिवार से सहमति ली थी।
जी नहीं, वायरल हो रही यह तस्वीर हाथरस पीड़िता की नहीं है
बूम को फ़ेसबुक पर इसी दावे के साथ योगी आदित्यनाथ की आलोचना करते कई पोस्ट मिले।
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें।
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फ़ेसबुक पर वायरल
फ़ेसबुक पर उसी कैप्शन के साथ सर्च करने पर हमें कई पोस्ट मिले।
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि यह उद्धरण एक व्यंग्य वेबसाइट में इस्तेमाल किया गया था। हमें कोई विश्वसनीय न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली जिससे साफ़ हो सके कि योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई बयान दिया है।
व्यंग्य वेबसाइट 'rhumortimes.com' ने 10 अप्रैल 2018 को एक लेख लिखा था जिसका शीर्षक था "हमारा काम गायों को बचाना है और लड़कियों को नहीं।" हालांकि अब यह वेबसाइट सक्रिय नहीं है।
नीचे ट्वीट में व्यंग्य लेख का स्क्रीनशॉट देखा जा सकता है। यह लेख 10 अप्रैल, 2018 को प्रकाशित हुआ था, जिसमें शीर्षक के साथ लिखा गया था, "योगी आदित्यनाथ की सफ़ाई, कहा, हमारा काम गाय को बचाना है, लड़कियों को नहीं" |
व्यंग्य लेख में उत्तर प्रदेश में 2017 के उन्नाव बलात्कार की घटना के बारे में बात की गई है जिसमें राज्य में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा गया था।
लेख के आर्काइव वर्ज़न को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
वेबसाइट के 'हमारे बारे में' सेक्शन में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि यह एक व्यंग्यपूर्ण वेबसाइट है। इसमें कहा गया है, "यह एक व्यंग्य और हास्य वेबसाइट है। वेबसाइट हास्य के साथ अफवाह प्रकाशित करती है।" देखने के लिए यहां क्लिक करें।
यह फ़र्जी उद्धरण 2018 के बाद से सोशल मीडिया पर घूम रहा है। अप्रैल 2018 में लल्लनटॉप ने इसका फ़ैक्ट चेक किया था।
योगी आदित्यनाथ की पुरानी तस्वीर फ़िल्म सिटी का निरीक्षण बताकर वायरल