फ़ेस्बुक पर हाल ही में एक फ़र्ज़ी न्यूज़पेपर रिपोर्ट का फ़ोटो वाइरल हुआ है जो रतन टाटा का व्यापारियों को संदेश माना जा रहा है। यह फ़र्ज़ी संदेश रतन टाटा के नाम से गलत तरीक़े से जोड़ा जा रहा है। रतन टाटा ने ऐसा कोई संदेश नहीं दिया है। टाटा ने 3 अप्रैल, 2020 को स्वयं ट्विटर पर ट्वीट करके यह बात साफ़ कर दी की उनके नाम से जोड़ा जा रहा यह संदेश फ़ेक है।
फ़र्ज़ी संदेश में टाटा ने व्यापारियों को 2020 में फ़ायदे और नुक़सान का विचार ना करने को कहा है। संदेश में आगे लिखा है कि कैसे इस साल सबको केवल जीवित रहने को अपना लाभ मानना चाहिए। रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट नीचे देखिए।
रतन टाटा ने स्वयं ट्विटर पर पोस्ट करके यह साफ़ कर दिया की उनके द्वारा ऐसा कोई संदेश नहीं दिया गया है। उनका ट्वीट कहता है (हिंदी अनुवाद) "यह संदेश भी मेरा नहीं है। मुझसे जब जब हो सकेगा मैं फ़ेक न्यूज़ के ख़िलाफ़ खड़ा रहूँगा। किंतु मेरा सबसे अनुरोध है की न्यूज़ के स्त्रोत को हमेशा वेरिफ़ाई करें। एक संदेश के साथ मेरा फ़ोटो होना उस संदेश को मेरा कहा नहीं कर देता। यह तकलीफ़ काफ़ी लोगों को होती है"
I'm afraid this too, has not been said by me. I will endeavour to call out fake news whenever I can, but would encourage you to always verify news sources. My picture alongside a quote does not guarantee me having said it, a problem that many people face. pic.twitter.com/pk0S75FxPA
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) May 3, 2020
यह पहली बार नहीं है की रतन टाटा का नाम एक फ़र्ज़ी संदेश से जोड़ा गया हो। पहले भी उन्होंने उनसे जोड़े गए फ़र्ज़ी संदेश को फ़ेक बताया है। अप्रैल में कोरोनावायरस और भारतीय अर्थव्यवस्था से जोड़ कर ऐसा ही एक सन्देश वायरल हुआ था जिसे टाटा से फ़र्ज़ी तरीके से जोड़ा गया था | उस समय भी रतन टाटा ने ट्विटर पर यह बात साफ़ कर दी थी की उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा है।
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This post has neither been said, nor written by me. I urge you to verify media circulated on WhatsApp and social platforms. If I have something to say, I will say it on my official channels. Hope you are safe and do take care. pic.twitter.com/RNVL40aRTB
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) April 11, 2020