सोशल मीडिया पर दिल्ली में हिंसा से जुड़े कई पोस्ट वायरल हो रहे हैं। कुछ पोस्टों में दावा किया जा रहा है की उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुए दंगों के दौरान एक पुलिसकर्मी के चेहरे पर बंदूक तानने और कई राउंड फायर करने वाले शख़्स, मोहम्मद शाहरुख़, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजनेता कपिल मिश्रा का समर्थक है| जिसे वायरल तस्वीर में उनके साथ खड़ा देखा जा सकता है। ये दावा झूठा है।
बूम यह पहचानने में सक्षम रहा है कि कपिल मिश्रा के साथ दिखाई देने वाले व्यक्ति का नाम रोहित राजपूत है और वह मौजपुर का रहने वाला है।
सोशल मीडिया पर 24 फ़रवरी, 2020 को लिए गए एक वीडियो का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है जिसमें शाहरुख़ को बंदूक तानते हुए और यहां तक कि एक पुलिसकर्मी को धमकाते हुए दिखाया गया है। इस स्क्रीनशॉट के साथ, एक और स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है जिसमें मिश्रा के साथ खड़े एक शाहरुख़ जैसे ही दिखने वाले आदमी को दिखाया गया है।
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उत्तर-पूर्व दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसक दंगों की कई घटनाएं हुई हैं और कई क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई है। 23 फ़रवरी, 2020 को शुरू हुई हिंसा में अब तक कम से कम 34 लोग मारे गए, जिनमें दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल रतन लाल भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात करने की अपील की है।
बूम के व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन नंबर (7700906111) पर इसके संबंध में पूछताछ की गयी है।
ट्विटर पर भी हमसे इस संबंध में फ़ैक्ट चेक करने का अनुरोध किया गया है।
@AltNews please check the fact #AltNewsFactCheck #FactCheck @boomlive_in #DelhiBurning #DelhiRiots #DelhiViolence #CAAProtest #EndThisViolence pic.twitter.com/r05QNwJ3Xd
— RJ shahbaj khan (@shahbajj) February 25, 2020
फ़ैक्ट चेक
कपिल मिश्रा, एक भाजपा नेता हैं जिन्होंने 23 फ़रवरी, 2020 को सांप्रदायिक रूप से ध्रुवीकरण वाले बयान दिए, उन्होंने पूर्वोत्तर दिल्ली के ज़ाफराबाद और चाँदबाग़ इलाकों से नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध करने वाले प्रर्शनकारियों को हटाने के लिए 3 दिन का अल्टीमेटम दिया था।
आम आदमी पार्टी के पूर्व सदस्य मिश्रा ने वीडियो भी ट्वीट किया था। जिसे अब हटा दिया गया है|
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वीडियो में कपिल मिश्रा के पीछे खड़े एक व्यक्ति को देखा जा सकता है जिसकी ग़लत पहचान करते हुए, उन्हें पकड़ा गया आरोपी शाहरुख़ बताया जा रहा है।
हमने मिश्रा से संपर्क किया जिन्होंने उनके वीडियो दिखाई देने वाले व्यक्ति की पहचान उनके समर्थक रोहित राजपूत के रूप में की, जो पूर्वोत्तर दिल्ली के सीलमपुर क्षेत्र के मौजपुर इलाके में रहता है।
मिश्रा ने कहा, "भाषण मौजपुर चौक का है और राजपूत मेरे साथ मौजूद थे। वह बंदूकधारी नहीं है जिसे गिरफ़्तार किया गया है।" उन्होंने आगे कहा, "जिस बंदूकधारी को गिरफ़्तार किया गया है वह अलग दिखता है और उसका नाम शाहरुख़ है।"
हमने फेसबुक पर राजपूत की तस्वीरों को देखा। मिश्रा के साथ वीडियो से लिए गए स्क्रीनशॉट के साथ उसकी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध तस्वीरों की तुलना की और दोनों तस्वीरों में समानाएं पाई। हमें उनके द्वारा एक पोस्ट भी मिली जिसमें बंदूकधारी को पहचानने के लिए कहा गया था।
दिल्ली पुलिस ने 24 फ़रवरी को बंदूक चलाने वाले आरोपी मोहम्मद शाहरुख़ को गिरफ़्तार कर लिया है।
राजपूत की प्रोफाइल पर तस्वीरों में दाढ़ी और भौंए सहित चेहरे में कई समानताएं देखी जा सकती हैं।
हमने राजपूत की तस्वीर की तुलना बन्दूक चलाने वाले शख़्स शाहरुख़ की तस्वीर के साथ की और पाया कि उनके चेहरे और शरीर की संरचना मेल नहीं खाती है।
गिरफ़्तार बंदूकधारी शाहरुख़ के चेहरे की संरचना अधिक तीखी है, साथ ही उनके बालों का तरीका भी अलग है। जहां शाहरुख के बाल लहरदार हैं, वहीं राजपूत के बाल सीधे हैं।
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