औरंगाबाद में रोड पर हुए झगड़े को दिल्ली से जोड़कर किया शेयर
बूम ने कन्नड़ पुलिस से बात की उन्होंने बताया की घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है
वीडियो क्लिप जिसमें एक समूह बस को रोक कर उसे तोड़ता नज़र आता है, इन ग़लत दावों के साथ वायरल हो रहा है की मुस्लिमों के एक समूह ने दिल्ली में हो रहे दंगे के दौरान एक बस को तोड़ा| यह दावा फ़र्ज़ी है और वीडियो दिल्ली से नहीं है|
वीडियो महाराष्ट्र के औरंगाबाद ज़िले में स्थित कन्नड़ शहर का है, जब रोड पर हुई एक लड़ाई के दौरान तोड़ फोड़ की घटना हुई थी| बूम ने कन्नड़ पुलिस से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया की यह झगड़ा रोड पर हुए एक झगडे से उठा था, इसमें कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है|
यह भी पढ़ें: दिल्ली के अशोक नगर कि मस्जिद में तोड़फोड़ और आगजनी कि घटना सच है
यह वीडियो दिल्ली में हो रहे व्यापक दंगों के चलते शेयर किया जा रहा है, जिसने इस लेख के लिखे जाने तक करीब 34 लोगों की जान ले ली है|
यह वीडियो कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया है जिनमें शशांक सिंह भी हैं जो फैक्ट हंट नामक एक वेबसाइट के सह-निर्माता हैं| यह वेबसाइट खुद को एक फ़ैक्ट चेकिंग पोर्टल के रूप में पेश करती है|
कैप्शन जो इंटरनेट यूज़र्स ने शेयर किये हैं उसमें इस घटना को दिल्ली से जोड़ते हुए "स्कलकैप" का उल्लेख है जो घटना को एक सांप्रदायिक कोण देने के लिए इस्तेमाल किया गया है|
आर्काइव्ड वर्शन यहाँ और यहाँ उपलब्ध हैं|
यह भी पढ़ें: नहीं! शाहीन बाग़ में महिला के वेश में ये तस्वीर रवीश कुमार की नहीं है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो के कीफ्रेम्स का इस्तेमाल करते हुए एक रिवर्स इमेज सर्च चलाया, जिससे हम एबीपी माझा के एक न्यूज़ वीडियो तक पहुंचे जो 18 फ़रवरी, 2020 को यूट्यूब पर प्रकाशित किया गया था| उसमें समान फुटेज देखि जा सकती है|
कैप्शन के अनुसार, कन्नड़-औरंगाबाद-शिरपुर रास्ते पर चलने वाली बस के ड्राइवर को 10 से 15 लोगों ने कन्नड़ शहर में पीटा था| यह झगड़ा तब हुआ जब ड्राइवर ने कार को निकलने की पर्याप्त जगह नहीं दी| चैनल ने यह भी बताया की कन्नड़ पुलिस थाने में मामला दर्ज़ हुआ था जिससे दो लोगों की गिरफ़्तारी हुई थी|
यह भी पढ़ें: क्या आइशी घोष के सर पर टाँके नकली थे? फ़र्ज़ी दावा हो रहा है वायरल
कीवर्ड्स खोज करने पर बूम को टाइम्स ऑफ़ इंडिया और महाराष्ट्र टाइम्स के लेख मिले जिससे यूट्यूब वीडियो में दी गयी जानकारी की पुष्टि होती है| द महाराष्ट्र टाइम्स के लेख में यह भी लिखा है की वायरल वीडियो बस में सफ़र कर रहे एक शख़्स ने बनाया है|
बूम ने इसके बाद बीपी राउत, कन्नड़ पुलिस सब-इंस्पेक्टर, से संपर्क किया जिन्होंने इस घटना में सांप्रदायिक कोण के होने से साफ़ इंकार कर दिया|
"यह एक व्यक्तिगत झड़प थी जो बस के कार में टकराने पर हुई थी| यह सांप्रदायिक नहीं है और दिल्ली में होने का कोई सवाल पैदा नहीं होता, ये कन्नड़ में हुआ था," राउत ने कहा|