हाल ही में जारी नीट (NEET) परीक्षा के रिज़ल्ट में दूसरा स्थान हासिल करने वाली दिल्ली की आकांक्षा सिंह के नाम पर एक फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल से ट्वीट वायरल हो रहे हैं। धार्मिक भेदभाव का आरोप लगाते एक ट्वीट में कहा गया है कि नीट परीक्षा में टॉप उन्होंने भी किया है लेकिन मीडिया में सोएब आफ़ताब का नाम ही क्यों छाया हुआ है। उनके इस विवादित ट्वीट को बड़ी संख्या में यूज़र्स शेयर कर रहे हैं।
बूम ने पाया कि आकांक्षा सिंह का ट्विटर हैंडल फ़र्ज़ी है। बूम से बात करते हुए सिंह के पिता ने इस ट्विटर हैंडल को फ़र्ज़ी बताया है।
नीट परीक्षा के परिणाम 16 अक्टूबर, 2020 को घोषित किए गए थे, जिसमें दो उम्मीदवारों ने 720 में से पूरे 720 अंक अर्जित किये थे। पहले स्थान पर ओडिशा के सोएब आफ़ताब आये जबकि दूसरा स्थान उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की आकांक्षा सिंह को मिला था।
सिंह को द्वितीय स्थान नीट के उस नियम के तहत मिला है जो बराबर अंक होने पर स्थान निर्धारित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है | जब किसी दो या ज़्यादा उम्मीदवारों के एक जैसे अंक होते हैं तो चार मुख्य बातों को आधार बना कर स्थान निर्धारित किया जाता है: बायोलॉजी में अंक, केमिस्ट्री में अंक, गलत जवाबों की संख्या और उम्मीदवार की आयु। इस बात पर इंटरनेट पर काफ़ी बहस हुई कि आफ़ताब को नीट टॉपर क्यों घोषित किया गया जबकि दोनों ने '720 में से 720 अंक प्राप्त किये थे'
आकांक्षा सिंह के ट्विटर हैंडल से एक ही दिन में दो सांप्रदायिक आरोपों वाले ट्वीट किए गए हैं जो पूछते हैं कि मीडिया में केवल आफताब को क्यों कवर किया जा रहा है और क्या यह उसके धर्म के कारण है।
आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
इसके बाद सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल से किये ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया। यूज़र्स अलग-अलग दावों के साथ सांप्रदायिक एंगल से पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि "#ProudOnYouAkanshaa दोहरी नीति क्यों?किसी पक्ष को खुश करने के लिए एक प्रतिभाशाली, टॉपर को उपेक्षित करना आक्रोश,असंतोष पैदा करता है।आकांक्षा तुम टॉपर हो👍पूरा देश देख रहा है👍निराश मत होना। पूरे देश की शुभकामनाएं"
पोस्ट यहां और आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
फ़ेसबुक पर 'हैशटैग प्राउड ऑफ़ यू आकांक्षा' के साथ बड़े पैमाने पर भ्रामक दावों के साथ पोस्ट शेयर किया गया है। ट्विटर पर भी इसी दावे के साथ आकांक्षा सिंह के फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल का ट्वीट शेयर किया गया है।
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फ़ैक्ट चेक
आकांक्षा सिंह का ट्विटर हैंडल देखने पर हमने पाया कि अकाउंट के बायो में उपलब्ध डिटेल्स में 'टॉपर' की अंग्रेज़ी स्पेलिंग ग़लत लिखी गई है, अंग्रेजी में सही स्पेलिंग 'Topper' है जबकि इसे 'Toper' लिखा गया है।
फ़र्ज़ी ट्विटर हैंडल @AkankshaSinghIN को हाल ही में नीट रिजल्ट घोषित होने के एक दिन बाद 17 अक्टूबर, 2020 को बनाया गया था। इसे विश्वसनीय दिखाने के लिए प्रोफ़ाइल में आकांक्षा की तस्वीर लगाई गयी है।
बूम ने अकांक्षा सिंह के पिता राजेंद्र कुमार राव से संपर्क किया जिन्होंने पुष्टि की कि यह ट्विटर हैंडल (@AkankshaSinghIN) फ़र्ज़ी है और उनकी बेटी किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नहीं है। राव ने बताया कि उन्होंने फ़र्ज़ी ट्विटर अकाउंट के बारे में स्थानीय पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करायी है।
राजेंद्र कुमार राव ने साफ़ किया कि "वो ट्विटर पर नहीं है, यह ट्विटर अकाउंट फ़र्ज़ी है, और वह इंस्टाग्राम या किसी भी सोशल मीडिया अकाउंट पर नहीं है। हमने इसके बारे में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के कसिया में स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत की है कि यह उसके नाम का इस्तेमाल करके एक फ़र्ज़ी अकाउंट बनाया गया है।
हमें कुशीनगर पुलिस का एक ट्वीट मिला |
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