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मुंबई पुलिस के नाम से वायरल व्हाट्सएप्प ऑडियो क्लिप फ़र्ज़ी हैं

मुंबई पुलिस ने बूम को पुष्टि की है कि दो वायरल ऑडियो क्लिप नकली हैं।

By - Saket Tiwari | 31 March 2020 7:30 PM IST

मुंबई पुलिस के नाम से वायरल व्हाट्सएप्प ऑडियो क्लिप फ़र्ज़ी हैं

मुंबई पुलिस के नाम से व्हाट्सएप्प पर दो ऑडियो क्लिप वायरल हो रहे हैं। इन क्लिप के साथ ग़लत दावा किया जा रहा है कि ये मुंबई पुलिस कमिश्नर का ऑडियो सन्देश है। हालांकि मुबंई पुलिस ने इन दावों को ख़ारिज करते हुए कहा है कि ये पूरी तरह से ग़लत और नकली हैं।

एक ऑडियो क्लिप में पुलिस को 21 दिन के लॉकडाउन को लागू करने के लिए सख़्त कदम उठाने की बात कही गई है, वहीं दूसरी क्लिप में दावा किया गया है कि 27 मार्च, 2020 के बाद से भारत में कोरोनावायरस मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जाएगी। दोनों क्लिपों में पुरुष की आवाज अलग-अलग है।

बूम ने मुंबई पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी प्रणय रॉय से संपर्क किया, जिन्होंने दोनों वायरल क्लिप को फ़र्ज़ी बताया।

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रॉय ने बूम से बात करते हुए कहा कि "ये ऑडियो फ़र्ज़ी हैं ... ऐसा कोई संदेश कमिश्नर ने नहीं दिया है।"

पहली क्लिप में, एक व्यक्ति को कहते हुए सुना जा सकता है कि लोग कैसे लॉकडाउन ऑर्डर को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और अभी भी टहलने के लिए बाहर जा रहे हैं। इसके बाद वह आदमी कहता है कि उसने 'गार्ड' को निर्देश दिया है कि वह उन वाहनों की संख्या को नोट करे, जो बिल्डिंग सोसाइटियों से बाहर जाते हैं और मेडिकल इमर्जेंसी के अलावा दूसरे वाहनों को जुर्माने से रूप में चालान भेजा जाएगा। ऑडियो में यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि बाहर घूमने वाले लोगों पर पुलिस मुकदमा चलाएगी।

मुंबई पुलिस ने स्पष्ट किया कि ऑडियो परमबीर सिंह का नहीं है और वायरल ऑडियो क्लिप नकली हैं। दो अलग-अलग ट्वीट्स में, पुलिस ने ट्वीट करते हुए बताया कि, "यह मैसेज विभिन्न ग्रूप में @CPMumbaiPolice के संदेश के रूप में भेजा जा रहा है। कृपया ध्यान दें कि हालांकि ऑडियो में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है, लेकिन यह न तो उनकी आवाज है और न ही उनका संदेश है। मुंबईकरों से अनुरोध है कि कृपया उनके नाम पर इसे आगे फॉरवर्ड न करें। "

एक दूसरे ऑडियो क्लिप में दावा किया गया है कि 27 मार्च, 2020 से कोरोना वायरस के मामलों में भारत वृद्धि देखेगा क्योंकि वायरस को किसी व्यक्ति के गले से छाती तक पहुंचने में आठ दिन लगते हैं। ऑडियो क्लिप में व्यक्ति दावा करता है कि 27 मार्च से, संक्रमण होने के नौवें दिन, लोग लक्षण देखना शुरू कर देंगे और इस तरह मामलों में काफी वृद्धि होगी। बाद में ऑडियो में व्यक्ति ब्रेड जैसी ज़रूरी चीजें खरीदने के लिए भी बाहर ना निकलने का आग्रह करता है और कहता है कि अगर किसी कारण निकले भी तो हाथों में दस्ताने पहन कर निकले।

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दूसरे ऑडियो क्लिप को भी पुलिस ने ख़ारिज कर दिया है। स्पष्टीकरण के साथ, मुंबई पुलिस के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए बताया है कि, "यह हमारे ध्यान में आया है कि एक और ऑडियो संदेश फैलाया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह @CPMumbaiPolice का संदेश है। लेकिन कल की ही तरह यह ऑडियो सीपी श्री परम बीर सिंह का नहीं है। आपसे अनुरोध है कि इसे आगे शेयर न करें। "

डब्ल्यूएचओ द्वारा नोवेल कोरोनावायरस को एक महामारी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस वायरस का पहला मामला चीन के वुहान प्रांत में देखा गया था। अपने पहले मामले के बाद, COVID-19 का कारण बनने वाले HCoV-19 वायरस से करीब 8,00,000 लोग संक्रमित हुए हैं और दुनिया भर में 39,000 से अधिक लोगों की जान गई है। इस लेख के लिखे जाने तक भारत में संक्रमण के 1,251 मामले सामने आएं और इसके कारण 32 लोगों के मौत की सूचना है।

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