HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

आजतक का मॉर्फ्ड स्क्रीनशॉट कोरोनावायरस से बचाव के ग़लत दावों के साथ वायरल

बूम ने पाया कि झूठा दावा करने के लिए वायरल स्क्रीनशॉट को फोटोशॉप किया गया है।

By - Saket Tiwari | 13 March 2020 11:50 AM GMT

आज तक न्यूज़ चैनल के नाम से दो स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं। इन वायरल तस्वीरों में दावा किया जा रहा है कि तुलसी और नोनी जूस पीने से कोरोनावायरस नहीं होगा। ये दावे झूठे हैं और इन तस्वीरों पर बुरा फोटोशॉप किया गया है।

बूम को वायरल स्क्रीनशॉट और चैनल द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले फोंट, टाइमस्टैम्प, टिकर में कई विसंगतियां मिलीं जिससे पता चलता है कि यह स्क्रीनशॉट फ़र्ज़ी हैं।

इसके अलावा, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस से बचाव के लिए तुलसी या नोनी के रस के गुणों के बारे में कुछ नहीं कहा है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च, 2020 को कोविड-19 को एक महामारी घोषित किया है। भारत ने 15 अप्रैल, 2020 तक सभी पर्यटक वीजा को निलंबित कर दिया है, विदेश से देश वापस आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिए जनसँख्या से अलग किया जाएगा।

यह भी पढ़ें: क्या शी जिनपिंग ने मुस्लिमों से सीखे कोरोनावायरस से लड़ने के तरीके?

नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट पर बूम को एक रीडर द्वारा टैग किया गया था।

दो स्क्रीनशॉटों में से एक को फेसबुक पर एक कैप्शन के साथ शेयर किया गया है दिसमें लिखा है: "तुलसी पीने से कोरोनावायरस को रोका जा सकेगा, डब्ल्यूएचओ ने सूचना जारी की है"

जबकि एक अन्य पोस्ट में लिखा: नोनी जूस पीने से नहीं होगा कोरोना का असर आज तक की रिपोर्ट.

Full View

फ़ैक्टचेक

बूम को वायरल तस्वीरों में निम्नलिखित विसंगतियां मिलीं:

  1. दो तस्वीरों में इस्तेमाल किया गया फ़ॉन्ट या टेक्स्ट अलग-अलग हैं और आजतक द्वारा अपने ग्राफिक्स में इ्स्तेमाल किए जाने वाले टेक्स्ट से मेल नहीं खाते हैं।
  2. दोनों तस्वीरों में ग्राफिक्स में इस्तेमाल की गई लाल रंग की शेड अलग-अलग हैं।
  3. तस्वीरों में से एक में कोरोना को ग़लत तरीके से 'कोरोनो' लिखा गया है।
  4. आजतक के लोगो के नीचे का टाइम स्टैम्प दोनों ग्राफिक्स में समान है और टिकर दोनों इमेज में स्थिर रहता है।

यह भी पढ़ें: फ़र्ज़ी संदेशों का दावा - शाहीन बाग़ प्रदर्शनकारी कोरोनावायरस की चपेट में है


हमने दो तस्वीरों की तुलना चैनल द्वारा चलाए गए वास्तविक ग्राफिक (नीचे देखें) से की और पाया कि वे मेल नहीं खाते हैं।


वायरस के प्रकोप के बाद से बूम ने इस संबंध में फैलाई जाने वाली गलत सूचनाओं को खारिज किया है। हमारे लाइव ब्लॉग पर सभी अपडेट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें - कोरोनावायरस लाइव अपडेट

यह भी पढ़ें: कोरोनोवायरस: चीन से होली के रंग ना ख़रीदने की वायरल सलाह फ़र्ज़ी है


Related Stories