बीते हफ़्ते सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें, नेताओं के बयान और मीडिया रिपोर्ट्स फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल रहे. सोशल मीडिया यूज़र्स न केवल इन दावों पर विश्वास करते नज़र आये बल्कि बड़ी तादाद में अलग-अलग प्लेटफार्म पर शेयर भी करते नज़र आये. बूम ने इन वायरल पोस्ट्स को चेक किया और सच्चाई का पता लगाया.
बूम की साप्ताहिक स्पेशल सीरीज़ 'हफ़्ते की पांच फ़र्ज़ी ख़बरें' में जिन पांच फ़र्ज़ी दावों को शामिल किया है उनमें मिलावटी मिठाईयों के बारे में सुदर्शन न्यूज़ का सांप्रदायिक दावा, भाई-बहन के अनैतिक प्रेम का स्क्रिप्टेड वीडियो, गुजरात चुनाव से जोड़कर बीजेपी विधायक का पुराना वीडियो, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की टिप्पणी दिखाता वायरल पोस्ट और टी20 वर्ल्ड कप में भारत-पाक मैच में अंपायरिंग पर उंगली उठाते बाबर आज़म का बयान, शामिल है.
1. सुदर्शन न्यूज़ का दावा- मुस्लिमों ने हिन्दू आबादी कम करने के लिए लिए मिठाईयों में मिलाया ज़हर
बूम को एसडीएम और स्थानीय पुलिस ने स्पष्ट किया मिठाई के कारखाने में छापेमारी के वीडियो से जोड़कर वायरल हो रहा दावा फ़र्ज़ी है. इस मामले में किसी तरह का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
सुदर्शन न्यूज़ ने मिलावटी मिठाईयों के बारे में फ़र्ज़ी सांप्रदायिक दावा किया
2. भाई-बहन के अनैतिक प्रेम का स्क्रिप्टेड वीडियो असल घटना के रूप में वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो में नज़र आने वाले दोनों युवक-युवती कलाकार हैं जो स्क्रिप्टेड वीडियोज़ बनाते हैं.
भाई-बहन के अनैतिक प्रेम का स्क्रिप्टेड वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल
3. पूर्व बीजेपी विधायक का पुराना आगामी गुजरात चुनाव से जोड़कर वायरल हुआ
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो साल 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव का है, और इसका आगामी चुनाव से कोई संबंध नहीं है.
गुजरात के पूर्व भाजपा विधायक का पुराना वीडियो आगामी चुनाव से जोड़कर वायरल
4. ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक की मनमोहन सिंह पर की गई टिप्पणी दिखाता दैनिक भास्कर का फ़ेक ग्राफ़िक वायरल
बूम को दैनिक भास्कर ने बताया कि वायरल ग्राफ़िक फ़र्ज़ी है, दैनिक भास्कर ने इस तरह के किसी ग्राफ़िक का इस्तेमाल नहीं किया है.
ऋषि सुनक और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को लेकर दैनिक भास्कर का फ़र्ज़ी ग्राफ़िक वायरल
5. क्या 'नो बॉल' को लेकर बाबर आज़म ने अंपायरों पर लगाया पक्षपात का आरोप?
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल कथन फ़र्ज़ी है, बाबर आज़म ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया.
'नो बॉल' को लेकर बाबर आज़म ने अंपायरों पर लगाया पक्षपात का आरोप? फ़ैक्ट चेक