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फैक्ट चेक

बीते सप्ताह वायरल हुईं पांच मुख्य फ़र्ज़ी ख़बरें

बूम की साप्ताहिक पेशकश 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' में पढ़िए बीते सप्ताह फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हुईं तस्वीरों और वीडियो का फ़ैक्ट चेक.

By - Mohammad Salman | 9 Oct 2021 4:18 PM IST

सोशल मीडिया पर बीते सप्ताह कई पुराने व असंबंधित वीडियो फ़र्ज़ी दावों (fake news) के साथ वायरल हुए. नेटीज़ेंस ने इन फ़र्ज़ी और भ्रामक दावे वाले वायरल पोस्ट्स (viral) पर विश्वास करते हुए सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म पर बड़े पैमाने पर शेयर किया. बूम ने जब इन वीडियो की जांच की तो ये दावे फ़र्ज़ी निकले.

बूम की साप्ताहिक रिपोर्ट 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' में इस हफ़्ते जो फ़ेक न्यूज़ शामिल हैं उनमें अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर के दावे से शेयर किया गया एक वीडियो, हिन्दू राष्ट्र घोषित करवाने के लिए उमड़ी भीड़, केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी के धर्म बदलने से जुड़ा दावा, जयपुर में पथराव और उत्तर प्रदेश की ख़स्ताहाल सड़क के दावे से शेयर किया गया एक वीडियो.

1. उत्तर प्रदेश में ख़स्ताहाल सड़क के दावे से वायरल वीडियो


बूम ने अपनी जांच में पाया कि ई-रिक्शा में बैठे पुलिसकर्मियों को ख़स्ताहाल सड़क पर गिरते दिखाता वीडियो असल में राजस्थान के दौसा ज़िले का है.

कांग्रेस ट्विटर हैंडल्स ने राजस्थान की खस्ताहाल सड़क का वीडियो UP बता कर शेयर किया

2. राजस्थान के जयपुर में पथराव दिखाता वीडियो


बूम ने पाया कि वायरल वीडियो क़रीब चार साल पुराना है और जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग स्थित लाल चौक का है.

जम्मू-कश्मीर में पथराव का पुराना वीडियो जयपुर बताकर वायरल

3. केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी के धर्म बदलने के दावे से वायरल वीडियो


बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा फ़र्ज़ी है. असल वीडियो, मुख़्तार अब्बास नक़वी को नई दिल्ली में विशाखा श्री शारदापीठम, पेंडुरथी, विशाखापत्तनम के स्वातमानंदेंद्र सरस्वती महास्वामी जी से मुलाक़ात करते दिखाती है.

क्या केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने हिन्दू धर्म अपना लिया है? फ़ैक्ट चेक

4. वायरल वीडियो का दावा- हिन्दू राष्ट्र घोषित करवाने के लिए अयोध्या पहुंचे राम भक्त


बूम ने पाया कि वायरल वीडियो हालिया नहीं बल्कि क़रीब 2-3 साल पुराना है और यह महाराष्ट्र के सांगली से है. असल वीडियो, नवरात्रि के दौरान दुर्गामाता दौड़ में भाग लेने वाले लोगों को दिखाता है.

अयोध्या में राम भक्तों के जमावड़े का दावा करता वीडियो पुराना और भ्रामक है

5. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण दिखाता वीडियो


बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का नहीं बल्कि गुजरात के चुली स्थित एक जैन मंदिर का है.

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण बताकर गुजरात के जैन मंदिर का वीडियो वायरल

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