राजस्थान के करौली में सांप्रदायिक हिंसा के बाद से सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी और भ्रामक दावों के साथ वायरल वीडियोज़ की बाढ़ सी आ गई है. इनमें से कुछ वीडियो पुराने हैं, कुछ असंबंधित. सोशल मीडिया यूज़र्स समाज में वैमनस्य फ़ैलाने के उद्देश्य से इन वायरल वीडियोज़ को बड़े पैमाने पर शेयर करते नज़र आये.
हालांकि, बूम हिंदी इस दौरान लगातार इन फ़र्ज़ी वीडियोज़ और तस्वीरों पर नज़र बनाए रहा और आपके समक्ष फ़ैक्ट चेक रिपोर्ट पेश करता रहा.
बूम की साप्ताहिक रिपोर्ट 'हफ़्ते की पांच बड़ी फ़र्ज़ी ख़बरें' की इस सीरीज़ में हमने राजस्थान के करौली हिंसा से जोड़कर वायरल हुए वीडियो, दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल का एडिटेड वीडियो, मिर्ज़ापुर में कूड़ा फेंकने को हुए पुराने विवाद का एक वीडियो और अरबी फ़िल्म का दृश्य जिसे भारत के एससी-एसटी प्रदर्शन जोड़कर शेयर किया गया है, का फ़ैक्ट चेक किया है.
1. भाजपा नेता का दावा- अरविन्द केजरीवाल ने खुलेआम भ्रष्ट होने की बात स्वीकारी
बूम ने वीडियो के साथ किए गए इस दावे को फ़र्ज़ी पाया. भाजपा नेता ने जिस वीडियो को शेयर किया है वह एक एडिटेड वीडियो है, जिसके ऑडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है. असल इंटरव्यू में केजरीवाल को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि न तो वे खुद और न ही भगवंत मान या कोई मंत्री एवं विधायक भ्रष्टाचार का पैसा लेते हैं.
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता ने शेयर किया अरविंद केजरीवाल का एडिटेड वीडियो
2. करौली में हिंसा करने के बाद मुस्लिम युवक ख़ुलेआम धमकी दे रहा है
हमारी जांच में यह दावा फ़र्ज़ी निकला. हमने पाया कि वायरल वीडियो तेलंगाना में रिकॉर्ड किया गया था और इसका राजस्थान के करौली से कोई संबंध नहीं है.
राजस्थान के करौली से जोड़कर वायरल यह वीडियो असल में तेलंगाना का है
3. भगवा शूरवीरों ने करौली में जिस मस्जिद से पत्थर फेंके गए थे उसी मस्जिद पर चढ़कर भगवा लहराया
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो का करौली से कोई संबंध नहीं है. यह वीडियो उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर के गहमर गांव का है.
मस्जिद पर भगवा झंडा लहराने का वीडियो राजस्थान के करौली का नहीं है
4. मिर्ज़ापुर में कचरा फेंकने से मना करने पर मुस्लिम युवक ने हिन्दू महिलाओं के ऊपर जानलेवा हमला किया
हमारी जांच में सामने आया कि यह घटना मिर्ज़ापुर के इमामबाड़ा मोहल्ले में जनवरी में घटित हुई थी. लेकिन इस घटना में दो पक्षों का संबंध एक ही समुदाय से है यानी दोनों पक्ष मुस्लिम धर्म के हैं. इस घटना में किसी प्रकार का सांप्रदायिक एंगल नहीं है.
मिर्ज़ापुर में आपसी झगड़े का वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया गया
5. तस्वीर के साथ दावा किया गया कि धोबी समुदाय का यह लड़का गाज़ियाबाद में अप्रैल 2018 के एससी-एसटी आन्दोलन में शहीद हुआ था
बूम की जांच में वायरल दावा फ़र्ज़ी निकला. हमने पाया कि वायरल तस्वीर असल में किंगडम ऑफ़ ऐन्ट्स नाम की एक अरबी फ़िल्म का दृश है.
अरबी फ़िल्म का दृश्य चार साल पुराने एससी-एसटी आंदोलन से जोड़ कर वायरल