प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की रिलायंस फाउंडेशन (Reliance Foundation) की चेयरपर्सन और संस्थापक नीता अंबानी (Nita Ambani) को झुककर हाथ जोड़कर नमन करने की एक एडिटेड तस्वीर फ़र्ज़ी दावे से वायरल है.
बूम ने पाया कि मूल तस्वीर 2018 की है और मोदी को एक सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका मॉन्डल का अभिवादन करते हुए दिखाया गया है, जो एक कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति भवन जा रही थीं.
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वायरल तस्वीर को प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार (Jawhar Sircar) ने कैप्शन के साथ शेयर किया था, "काश बाकी के संसद सदस्य और दूसरे नेताओं को भी हमारे सदैव-क्रोधित प्रधानमंत्री से ऐसी ही ख़ुशमिज़ाजी मिलती. एक परिपक़्व डेमोक्रेसी में हमें दो-तरफ़ा रिश्ते, तरफ़दारी, लेनदेन के बारे में पता होता है. किसी रोज़ इतिहास हमें बताएगा."
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि मूल तस्वीर में नीता अंबानी नहीं, बल्कि एक सामाजिक कार्यकर्ता दीपिका मॉन्डल हैं, जो अपने पति समर मंडल के साथ राष्ट्रपति भवन में 2018 के एक कार्यक्रम में भाग ले रही थीं. समर, जो राष्ट्रपति भवन में फ़ोटोग्राफर थे, उन्होंने हमें पुष्टि की कि तस्वीर 2018 की है और उन्होंने ही इसे क्लिक किया था.
बूम ने पहले दिसंबर 2020 में मूल तस्वीर के साथ शेयर किए जा रहे फ़र्ज़ी दावे को ख़ारिज किया था, जब यह तस्वीर इस दावे के साथ शेयर की गई थी कि पीएम मोदी अडानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन प्रीति अदानी को नमन कर रहे हैं.
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज पर सर्च करने पर हमें हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर 2 अप्रैल, 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें महिला की पहचान दीपिका मॉन्डल के रूप में हुई, जो एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं. वो दिव्यज्योति संस्कृति संगठन और कल्याण सोसायटी नामक एक ग़ैर-सरकारी संगठन चलाती हैं.
अमर उजाला की फ़ोटो स्टोरी में हमें पीएम मोदी और दीपिका मॉन्डल की वही तस्वीर मिली. इसके अलावा अन्य हस्तियों और राजनेताओं के साथ उसी महिला की अन्य तस्वीरें रिपोर्ट में मिलीं. इससे हिंट लेते हुए हमने दिव्यज्योति संस्कृति संगठन और कल्याण सोसायटी की खोज की तो कई एनजीओ निर्देशिका वेबसाइटों पर सूचीबद्ध पाया. वेबसाइटों में संस्थापक सदस्यों में से एक बताया है. दिसंबर 2020 में बूम से बात करते हुए दीपिका मॉन्डल ने भी इसकी पुष्टि की थी.
दीपिका मॉन्डल ने तब बूम को बताया था कि यह तस्वीर 2018 की है जब वह एक नागरिक अलंकरण समारोह में भाग ले रही थीं जब प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति थे. उन्होंने तस्वीर के बारे में ज़िक्र करते हुए बताया, "पीएम सभी से घूम-घूमकर मिल रहे थे और तब वह मेरे पास आए, तो मैंने नमस्ते कहा, जिस पर उन्होंने नमस्ते माताजी का जवाब दिया और फिर मुझसे पूछा कि मैं क्या करती हूं. मैंने उनसे कहा कि मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता हूं. उन्होंने मुझे हाथ जोड़कर नमन किया. मैं उनके हावभाव से बहुत नम्र थी और आप फ़ोटो में देख सकते हैं कि प्रधानमंत्री द्वारा मुझे प्रणाम करने से मैं थोड़ा अभिभूत महसूस कर रही हूं."
मॉन्डल ने कहा था कि पीएम मोदी जल्द ही चले गए और अन्य मेहमानों से मिलने लगे. "फोटो 2018 में भी वायरल हो गई थी जब कुछ अख़बारों ने इसे उठाया और मुझे प्रोफ़ाइल किया," उन्होंने कहा. "मैं अडानी से संबंधित या जुड़ी नहीं हूं. मैं एक एनजीओ चलाती हूं और सामाजिक कार्य करती हूं."
हमने मॉन्डल के पति समर से भी संपर्क किया था, जो संयोग से राष्ट्रपति भवन में आधिकारिक फ़ोटोग्राफर थे. उन्होंने कहा, "वह राष्ट्रपति भवन में मेरे साथ विभिन्न कार्यक्रमों में उचित अनुमति और निश्चित प्रक्रिया का पालन करती थीं और विभिन्न हस्तियों और राजनीतिक नेताओं के साथ तस्वीरें रखती थीं." समर ने आगे बताया कि फ़ोटो उनकी पत्नी के फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल पर भी अपलोड किया गया था. "हमने इसे अपलोड किया था, लेकिन जब हमें पता चला कि यह कुछ ग़लत संदेशों के साथ वायरल हो गया है, तो हमने उनका प्रोफ़ाइल लॉक कर दिया.
उन्होंने हमारे साथ एक वीडियो भी शेयर किया था जिसमें मंडल एक स्थानीय चैनल से उस समय के बारे में बात कर रहे हैं जब मोदी ने हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया था. यहां देखें
नीचे मूल तस्वीर और एडिटेड तस्वीर के बीच अंतर देख सकते हैं.
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