पुराने और असंबंधित आगजनी के वीडियो को शेयर करते हुए नेटिज़ेंस फ़र्ज़ी दावा कर रहे हैं कि वीडियो हाल ही में इज़राइल में हुए एक धमाके को दिखाता है.
दावा यह भी कहता है कि इस धमाके में 650 ज़्यूज़ मारे गए हैं.
बूम ने पाया है कि वीडियो दरअसल काहिरा, मिस्र, का है जो 14 जुलाई 2020 को एक गैस पाइपलाइन में लीक के कारण लगी आग दिखाता है. यह शुकेर-मॉस्टोरोड पाइपलाइन से लीक हुए गैस के कारण लगी आग थी.
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नाम पर किये गए इस ट्वीट का सच क्या है?
बीबीसी हिंदी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, "इसराइल ने गज़ा में इस सप्ताह की सबसे भीषण बमबारी की. वहीं फ़लस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास ने इसराइल पर रॉकेट हमले जारी रखे. गज़ा में अब तक कुल 115 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इसराइल में आम नागरिक मारे जा रहे हैं."
ग़ाज़ा पट्टी, फ़िलिस्तानी और इज़राइल का मुद्दा दशकों से चला आ रहा है. यहां पढ़ें.
इसी बीच नेटिज़ेंस फ़र्ज़ी दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं. कैप्शन में लिखा है: "इज़राइल में एक बड़ा धमाका हुआ है जिसमें 650 ज्यूइश लोग मारे गए..."
(इंग्लिश: A big explosion happened in israel where near about 650 jewish people killed...)
पोस्ट्स नीचे देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें.
'शक्तिमान' की मौत की फ़र्ज़ी खबर वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने कीफ़्रेम के साथ रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि जुलाई 2020 में कई रिपोर्ट्स - गल्फ न्यूज़, स्काई न्यूज़ और इजीप्ट टूडे - प्रकाशित हुई थी जिनमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल हुआ था.
इन रिपोर्ट्स के मुताबिक़ घटना किसी बम विस्फ़ोट की नहीं बल्क़ि गैस लीक के कारण लगी आग की थी.
स्काई न्यूज़ का स्क्रीनशॉट नीचे देखें.
इन रिपोर्ट्स से संकेत लेकर हमें कीवर्ड्स खोज की. हमें रायटर्स की एक रिपोर्ट मिली जो 15 जुलाई 2020 को प्रकाशित हुई थी. इस रिपोर्ट के मुताबिक़ घटना काहिरा, मिस्र, में 14 जुलाई 2020 को हुई थी.
हमें द टेलीग्राफ़ द्वारा अपलोड एक वीडियो भी पाया जिसमें शुरूआती कुछ समय में वही दृश्य हैं जो वायरल वीडियो में दिखते हैं. यह वीडियो 16 जुलाई 2020 को अपलोड किया गया था.
साइकिल पर शव ले जाते व्यक्ति की दिल दहला देने वाली तस्वीर कब की है?