सोशल मीडिया पर एक शमशान घर के सामने शवों (dead bodies) की कतार दिखाता एक वीडियो इस भ्रामक दावे के साथ वायरल है कि यह वीडियो महाराष्ट्र (Maharashtra) से है. वीडियो के साथ यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि यह महाराष्ट्र में कोविड-19 (COVID-19) की दूसरी लहर (second wave) का प्रकोप है.
बूम ने पाया कि यह वीडियो सूरत, गुजरात, (Surat, Gujarat) में फ़िल्माया था जब वहां एक शमशान घाट में लोगों को अपने प्रियजनों के शवों के साथ घंटों इंतज़ार करना पड़ा था. इसका महाराष्ट्र से कोई सम्बन्ध नहीं है.
पिछले हफ़्तों में भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर सामने आई है. लाखों की संख्या में कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. मौतों के आंकड़ें आसमान छू रहे हैं.
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इसी पृष्ठभूमि में वायरल हो रहे इस वीडियो के साथ दावे में लिखा है: "महाराष्ट्र में कोविड-19 की दूसरी लहर की स्थिति बहुत गंभीर है. शवों के लिए किसी भी हॉस्पिटल में जगह नहीं है."
(अंग्रेजी: "Covid-19 second wave situation in Maharashtra is very serious. No place for the dead bodies in every hospital")
नीचे पोस्ट्स देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट को रिवर्स इमेज सर्च किया. इस वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट डेलीगार्डियन नामक वेबसाइट पर प्रकाशित पाया. इस आर्टिकल में इस घटना को सूरत, गुजरात, का बताया गया था.
इसके बाद हमनें यूट्यूब पर सम्बंधित कीवर्ड्स के साथ खोज की और टीवी9 गुजराती की 8 अप्रैल 2021 को प्रकाशित एक वीडियो रिपोर्ट पाई. इस रिपोर्ट में यही वायरल वीडियो दिखाते हुए घटना का ज़िक्र था कि कैसे शमशान घर में शवों की भीड़ लगी है.
इस घटना पर हमें दैनिक भास्कर और हिंदुस्तान टाइम्स के आर्टिकल भी मिले. जहां दैनिक भास्कर के आर्टिकल इस वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट प्रकाशित थे, हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकशित तस्वीर भी यहीं की थी.
दैनिक भास्कर के आर्टिकल के अनुसार, "गुजरात में मृतकों के अंतिम संस्कार में भी वेटिंग वाली स्थिति है. दरअसल, सूरत के एक श्मशान में गुरुवार को कोरोना से हुई मौतों के बाद चंद घंटों में 40 शव पहुंचे. यहां 15 मिनट में ही 3 एंबुलेंस से 9 शव लाए गए. यही नहीं एक एंबुलेंस में तो 6 शव रखे हुए थे. एक दिन में पहली बार इतने शवों के चलते यहां जगह कम पड़ गई. नतीजा यह हुआ कि परिजन को अंतिम संस्कार के लिए 3 से 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ा."
हमनें दैनिक भास्कर और हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित तस्वीरों की तुलना की है. नीचे देखें.
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित तस्वीर ANI ने ली है. इसमें मौजूद विज़ुअल्स वायरल वीडियो से मेल खाते हैं.