
सोशल मीडिया पर दुकानों में आगजनी और अफरा-तफरी का एक वीडियो वायरल है. यूजर इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि उत्तराखंड के नैनीताल में हिंदुओं ने मुस्लिमों की दुकानों में आग लगा दी.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का जुलाई 2024 का है. बांग्लादेश के लक्ष्मीपुर में माजूचौधरी बाजार में एक दुर्घटना में करीब 15 दुकानें आग की चपेट में आ गई थीं. इस वीडियो का नैनीताल से कोई संबंध नहीं है.
नैनीताल में 30 अप्रैल 2025 को नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न करने का मामला सामने आया. आरोपी मोहम्मद उस्मान पर POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. इस घटना के बाद शहर में विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें कुछ दुकानों में तोड़फोड़ और एक मस्जिद पर पथराव की घटनाएं भी सामने आईं. इसी संदर्भ में बांग्लादेश का यह वीडियो गलत दावे से वायरल है.
एक्स पर एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, उत्तराखंड नेनीताल में हिंदू भाइयों ने आतंकवादी मुसलमानो को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. ऐसा ही हिंदुस्तान में हर जगह होना चाहिए.’

फैक्ट चेक
बूम ने दावे की पड़ताल की तो पाया कि यह वीडियो बांग्लादेश के लक्ष्मीपुर में आग लगने की घटना का है. जुलाई 2024 में हुए इस हादसे में करीब 15 दुकानें आग की चपेट में आ गई थीं.
वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें इसका एक क्लियर वीडियो मिला हालांकि कैप्शन में कुछ खास जानकारी नहीं थी. इसके अलावा हमें वायरल वीडियो से मिलता-जुलता इसी घटना का एक अन्य वीडियो मिला.
यह वीडियो अगस्त 2024 में बांग्लादेश में एक हिंदू दुकानदार की दुकान जला देने के फर्जी दावे से वायरल हुआ था. तब बूम ने इसका फैक्ट चेक भी किया था. बूम की इस रिपोर्ट में बताया गया कि यह बांग्लादेश के लक्ष्मीपुर में माजू चौधरी बाजार में आग लगने का वीडियो है.
हमें इस वीडियो से जुड़ी जुलाई 2024 की कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं थीं. इन रिपोर्ट में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते विजुअल शामिल हैं. Noakhali Tv के यूट्यूब चैनल पर इस घटना की वीडियो रिपोर्ट है. वीडियो के विवरण में बताया गया, ‘लक्ष्मीपुर में आग लगने से 15 दुकानें जलकर खाक हो गईं, 20 करोड़ टका (बांग्लादेशी मुद्रा) के नुकसान की आशंका’
सोमोय न्यूज और बांग्लादेश बुलेटिन की न्यूज रिपोर्ट में बताया गया कि 11 जुलाई 2024 की सुबह माजू चौधरी बाजार में लग गई थी, जिससे 15 दुकानें जलकर खाक हो गईं.
स्थानीय लोगों ने फायर सर्विस को समय पर नहीं पहुंचने के लिए जिम्मेदार ठहराया था. नोआखली टीवी की वीडियो रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के हवाले से आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया था.
हमें 11 जुलाई 2024 की इस घटना का यूट्यूब पर एक और वीडियो मिला, हमने इस वीडियो और नोआखली टीवी के वीडियो की तुलना वायरल वीडियो के साथ की.
उत्तराखंड पुलिस ने भी एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर इस वीडियो के बारे में बताया कि यह वीडियो नैनीताल का नहीं है.
#नैनीताल पुलिस का जन-संदेश
— Nainital Police Uttarakhand (@nainitalpolice_) May 5, 2025
सच्ची जानकारी ही साझा करें – अफवाहें नहीं।@uttarakhandcops pic.twitter.com/w6lBsooNc1