Claim
“इतिहास में पहली बार मक्का मदीना का शिवलिंग दिखया गया। कोई भी चुके नहीं हर हर महादेव लिखने से।”
Fact
बूम ने पाया कि वायरल दावा फ़र्ज़ी है. यह मक्का मदीना का शिवलिंग नहीं बल्कि क़ाबा का एक कोना रुक्न-ए-यमनी है. बूम पहले भी वायरल तस्वीर के साथ किये गए दावे को ख़ारिज कर चुका है. मक्का और मदीना सऊदी अरब के दो प्रमुख शहर हैं. मक्का शहर में क़ाबा मौजूद है, जो इस्लामी दुनिया का सबसे पवित्र स्थल है. रुक्न-ए- यमनी या यमन का कोना असल में काबा की दीवार का वो कोना है जो ख़ाने क़ाबा के दक्षिण-पश्चिमी छोर पर स्थित है. क़ाबा के एक छोर में दरार है, उसी को रुक्न –ए –यमनी कहा जाता है. इसी जगह पर हज़रत अली का जन्म हुआ था. आमतौर पर यह दरार ‘किस्वाह’ (एक तरह का कपड़ा) से ढका होता है लेकिन साल में एक बार इसे खोल दिया जाता है. काबा का तवाफ़ (परिक्रमा) करते वक़्त इसका स्पर्श करना पवित्र माना जाता है.