सोशल मीडिया पर 'लव जिहाद' (Love Jihad) के दावे के साथ एक वीडियो क्लिप ख़ूब वायरल है। कुल्हाड़ी (Machete) जैसे एक धारदार औज़ार से महिला पर हमला करते युवक की वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के हुबली (Hubli) में इस्माइल (Ismail) नाम के मुस्लिम युवक ने हिन्दू महिला आशा (Asha) की हत्या कर दी।
बूम ने हुबली पुलिस से संपर्क किया, इस मामले के जांच अधिकारी ने वायरल दावे को "पूरी तरह से निराधार और ग़लत" बताया। उन्होंने कहा कि युवक और महिला दोनों मुस्लिम हैं।
34 सेकंड लंबी वीडियो क्लिप में एक युवक को ज़मीन पर बैठी महिला पर एक धारदार हथियार से हमला करते हुए देखा जा सकता है। थोड़ी देर के बाद बाइक से दूसरा व्यक्ति वहां पहुंचता है और हमलावर युवक को वहां से दूर ले जाता है।
राईट विंग वेबसाइट ऑप इंडिया ने मामले पर प्रकाशित अपनी हिंदी और अंग्रेज़ी रिपोर्ट में साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की और इसे 'लव जिहाद' का मामला बताया। वेबसाइट ने अपनी हिंदी रिपोर्ट में लिखा, "कर्नाटक के हुबली में दिल दहला देने वाली घटना। इस्माइल नाम के युवक ने प्रपोजल ठुकराने पर 'हिंदू लड़की आशा' पर दिन दहाड़े तलवार से हमला कर दिया।" ऑप इंडिया ने हिंदी रिपोर्ट में हैडिंग के नीचे पट्टी में महिला का पूरा नाम न लिखकर सिर्फ 'हिन्दू लड़की आशा' लिखा।
जबकि वेबसाइट ने अंग्रेज़ी रिपोर्ट में शीर्षक दिया, 'कर्नाटक में एक इस्माइल को आशा पर कुल्हाड़ी से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।" यहां रिपोर्ट के यूआरएल लिंक में 'हिन्दू वुमन' लिखकर मामले को हिन्दू-मुस्लिम रंग देने की कोशिश की गयी है।
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वहीं, फ़ेसबुक पर वीडियो क्लिप शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन में लिखा कि "इस्माइल नाम के युवक ने अपने प्रपोजल ठुकराने के लिए एक हिंदू लड़की आशा पर दिन दहाड़े तलवार से हमला कर दिया। काफिर ही तो थी, वैसे भी पवित्र पुस्तक के हिसाब से काफिर एक जानवर से ज्यादा कुछ भी नही। हिन्दू मुस्लिम भाई व चारा जिन्दाबाद।"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें।
वीडियो क्लिप फ़ेसबुक और ट्विटर पर 'लव जिहाद' के दावे के साथ बड़े पैमाने पर वायरल है।
ट्विटर पर आकाश आएसएस नाम के यूज़र ने क्लिप शेयर करते हुए ट्वीट किया, "हरियाणा की निकिता के बाद अब आशा हुई लव जिहाद का शिकार कर्नाटक के हुबली का मामला।"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें।
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने हुबली पुलिस से संपर्क किया, जिसमें पुलिस ने सभी दावों को ख़ारिज कर दिया कि इसमें साम्प्रदायिक एंगल था। पुलिस ने बूम को बताया कि घटना 21 दिसंबर की है और आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
इस मामले के जांच अधिकारी एस.के होलेन्नवर ने कहा कि आरोपी का नाम इस्माइल के कुकुरा है और वह आशा अगसारा नाम की महिला के साथ रिश्ते में था। "वे दोनों एक रिश्ते में थे और हाल ही में महिला ने रिश्ता ख़त्म कर दिया, जिसने आरोपी को परेशान कर दिया। जब उसे पता चला कि उसने दूसरे व्यक्ति के साथ डेटिंग शुरू कर दी है, तो वह उग्र हो गया और देशपांडे नगर में 21 दिसंबर की सुबह कुल्हाड़ी से उस पर हमला कर दिया", होलेन्नवर ने कहा।
वायरल दावों के बारे में बात करते हुए, होलेन्नवर ने कहा कि आरोपी और पीड़ित दोनों मुस्लिम हैं। उन्होंने कहा कि "पीड़िता आशा मुस्लिम है। उनका पूरा नाम आशा धवलसब अगसरा है और वह धारवाड़ के मोरबा गांव की हैं। ज़िले के उस हिस्से में आशा एक सामान्य नाम है और कई मुस्लिम परिवारों में ऐसा नाम है।" अधिकारी ने वायरल दावे को "पूरी तरह से निराधार और ग़लत" बताया और कहा, "वे दोनों मुस्लिम हैं और महिला बच गई है। इस तरह की ख़बरें फ़ैलाने से, वे इस भयावह हमले को ग़लत मोड़ दे रहे हैं। पुलिस ऐसी पोस्टों पर नज़र रखेगी।"
इस घटना की रिपोर्ट कई मीडिया आउटलेट्स द्वारा कवर की गई है। द न्यूज मिनट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, आरोपी इस्माइल धारवाड़ ज़िले के रामपुरा में एक ऑटो चालक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता को एक निजी अस्पताल ले जाया गया था और चोट से उबर रही है। "लड़की हमले में बच गई है और हमने आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है। महिला एक ज्वैलरी स्टोर के लिए काम करती थी और हम भी उसके साथ लगातार संपर्क में हैं," होलेन्नवर ने कहा।
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