सोशल मीडिया पर एंडियन कोंडोर नामक एक विशाल पक्षी का वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है | कहा जा रहा है कि यह रामायण में वर्णित 'जटायु' है जो केरला के जंगलों में देखा गया है | आपको बता दें कि यह दावा फ़र्ज़ी है |
बूम ने पाया कि यह पक्षी कैटामार्का, अर्जेंटीना, में 2012 में घायल अवस्था में पाया गया था | यह वीडियो 16 महीनो बाद 2014 में फ़िल्माया गया था जब पक्षी ठीक हो गया था और उसे छोड़ा जा रहा था |
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को ज़ोर शोर से शेयर किया जा रहा है | नेटिज़ेंस इसे हज़ारो की तादाद में देख रहे हैं | साथ ही दावे में लिखा है: रामायण में जिसका वर्णन है वही " जटायू पक्षी " ताउम्र किसी को एक बार भी दर्शन नहीं होते लेकिन यह जटायू पक्षी केरल के एक जंगल मे दिखाई दिया। कितना सुंदर पक्षी है ऑंखें भरकर देखो। दर्शन करें ।
विमान में 'अल्लाहु अकबर' चिल्लाते युवक का पुराना वीडियो फिर से वायरल
ऐसी ही कुछ पोस्ट्स नीचे देखें | इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें |
नहीं, वीडियो में हिमालय ड्रग कंपनी के चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफ़िसर नहीं हैं
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की कीफ़्रेम्स में से एक के साथ रिवर्स इमेज सर्च किया | हमें द डोडो नामक पक्षियों पर लेख लिखने वाली वेबसाइट का एक आर्टिकल मिला | इस आर्टिकल में वायरल वीडियो के ही फ़्रेम्स का इस्तेमाल हुआ था |
द डोडो के लेख के मुताबिक़ इस पक्षी को दिसंबर 2012 में कैटामार्का, अर्जेंटीना, में पाया गया था | इस पक्षी का नाम एंडियन कोंडोर है | कैटामार्का के जंगल में पक्षी को अधमरी अवस्था में पाया गया | उसने जंगली जानवरों के लिए रखा ज़हर खा लिया था | जंगल के आसपास किसान या पशुपालक जंगली जानवरों से घरेलु जानवरों को बचाने के लिए ज़हर रख देते हैं जिससे आम तौर पर एंडियन कोंडोर शिकार हो जाते हैं |
इसी लेख के मुताबिक़, स्थानीय पुलिस और अधिकारियों ने पक्षी को बुएनोस एरेस ज़ू में इलाज के लिए भेजा था | इस पक्षी को सायानी नाम दिया गया था जिसे मार्च 2014 में छोड़ा गया |
यह वीडियो तब ही फ़िल्माया गया था |
खोज करने पर हमें ब्राज़ील की एक एनिमल राइट्स न्यूज़ एजेंसी का वीडियो मिला जो 4 सितम्बर 2018 में अपलोड किया गया था |
हमनें 2014 में अपलोड किया गया एक वीडियो भी मिला जो करीब 6 मिनट का है |
क्या होते हैं एंडियन कोंडोर?
यह विश्व में उस सबसे बड़े पक्षियों में आते हैं जो उड़ सकते हैं | इनकी ऊंचाई 4 फ़ीट और पंखों का फ़ैलाव 10.5 फ़ीट तक का हो सकता है | नेशनल जियोग्राफिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ इनकी संख्या घट रही है |
इस लेख को बूम इंग्लिश ने पहले भी खारिज किया है |