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फैक्ट चेक

हिंदू-मुस्लिम कपल की तस्वीर सांप्रदायिक रंग देकर वायरल

बूम ने पाया कि वायरल पोस्ट का दावा फ़र्जी है, तस्वीर में दिख रही महिला जिंदा है। सूटकेस में मिली लाश किसी अज्ञात महिला की है।

By - Anmol Alphonso | 14 Sept 2020 7:30 PM IST

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर सांप्रदायिक कोण के साथ वायरल हो रही है। तस्वीर में देखा जा सकता है कि एक शव को पुलिस ने घेर रखा है। वायरल तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि यह मामला 'लव जिहाद' का है, जिसमें शादी के बाद मुस्लिम पति ने अपनी हिंदू पत्नी की हत्या की है।

इस दावे को सही साबित करने के लिए उत्तर प्रदेश में सूटकेस में मिली एक लावारिस लाश की तस्वीर को शेयर किया जा रहा है। बूम ने देहरादून के रहने वाले दंपति से बात की और पाया कि वे स्वस्थ हैं, जिंदा हैं। उन्होंने वायरल फ़र्जी पोस्ट के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज करायी है।

वायरल तस्वीर एक कोलाज है, जिसमें पहली तस्वीर में जोड़े को दिखाया गया है जहां महिला पारंपरिक हिंदू कपड़े पहने हुए है। दूसरी तस्वीर में महिला ने हिजाब से अपना सर ढका हुआ है। इस तस्वीर को 'पहले' और 'बाद में' के साथ शेयर किया गया है। हालांकि दूसरी तस्वीर में कपल का चेहरा नहीं दिखता। कोलाज की अगली तस्वीर में एक सूटकेस के चारों ओर पुलिस कर्मियों को देखा जा सकता है, जिसमें एक महिला की लाश है।

तस्वीर को "लव जिहाद का अंत हमेशा हिंदू लड़की की मौत से होता है" के कैप्शन के साथ शेयर किया गया है।


पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें

मधु पूर्णिमा किश्वर ने भी वायरल तस्वीर को कोट ट्वीट किया है। बूम पहले भी किश्वर की ग़लत जानकारी वाली पोस्ट्स का फ़ैक्ट चेक कर चुका है। 

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पोस्ट देखने के लिए यहां क्लिक करें, आर्काइव यहां देखें 

फ़ेसबुक पर वायरल

उसी कैप्शन के साथ खोज करने पर हमने पाया कि फ़ेसबुक पर झूठे दावे के साथ यही तस्वीरें साझा की जा रही हैं।


फ़ैक्ट चेक

इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च पर खोजने पर हमें ट्विटर पर 28 जुलाई 2020 को पोस्ट हुई एक कपल की तस्वीर मिली, जिसकी पहचान गोरखपुर चौक, देहरादून के निवासी के रूप में हुई।

बूम ने देहरादून के पटेल नगर पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, उन्होंने स्पष्ट किया कि कपल सुरक्षित है और सोशल मीडिया के दावे का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि मुस्लिम पति ने हिंदू पत्नी की हत्या की है। हमने फिर कपल सुरभि चौहान और एहकाम फ़रीद से संपर्क किया, जिन्होंने जून 2020 में शादी की थी।

सुरभि चौहान ने बताया कि "यह पूरी तरह से ग़लत है, मैं ठीक हूं और मुझे कुछ नहीं हुआ है। शादी के बाद से ही हमारी तस्वीर सोशल मीडिया में घूम रही है, इसकी जानकारी मिलने के बाद हमने पुलिस से संपर्क किया।"

देहरादून पुलिस में सब इंस्पेक्टर मोनिका मनराल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि "जून में संपन्न हुई शादी के बाद से ही ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर घूमने लगीं, जिसके बाद सुरभि चौहान ने हमसे संपर्क किया। हमने उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि वह अपने पति के साथ खुश है और वे पूरी तरह से सुरक्षित और स्वस्थ हैं। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि इसके पीछे उसके परिवार के सदस्य हैं क्योंकि वे शादी से नाखुश हैं।"

सूटकेस में मिली लाश के बारे में पूछे जाने पर मनराल ने बताया कि "वो फ़ोटो भी देहरादून से नहीं है और यह फ़र्जी तौर पर फ़ैलाया जा रहा है कि सुरभि को मार दिया गया है। हमने ख़ुद कपल से बात की है वे जिंदा हैं।

सुरभि और एहकाम ने हमसे अपनी एक तस्वीर शेयर की जो वायरल तस्वीर से एकदम मेल खाती है।

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सूटकेस में शव की तस्वीर ग़ाज़ियाबाद की है

हमने तीसरी तस्वीर के बारे में जानने के लिए गूगल रिवर्स इमेज की मदद ली। हमें जुलाई 2020 की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें कहा गया कि उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में पुलिस ने एक बैग के अंदर एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया।


बूम ने ग़ाज़ियाबाद पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि अज्ञात महिला का शव जुलाई में मिला था। उन्होंने बताया कि अभी तक शव की पहचान नहीं हो पाई है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने इस दावे का खंडन किया कि मामला वायरल तस्वीरों में देखे गए जोड़े से संबंधित है और कहा कि शव अज्ञात है।

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