तीन आईपीएस अफ़सरों की एक साथ बैठे तस्वीर "भाई-बहन" बताकर वायरल
तस्वीर के साथ ये दावा किया जा रहा है कि ये तीनों एक ही परिवार से हैं।
एक साथ बैठे तीन आईपीएस (इंडियन पुलिस सर्विस) अफ़सरों की ये तस्वीर वायरल है। इसके साथ सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि ये तीन भाई बहन हैं जिन्होनें सिविल सर्विस की परीक्षा साथ में पास की हैं। बूम ने पाया कि तस्वीर में दिख रहें दो लड़के और एक लड़की का एक दूसरे से कोई संबंध नहीं हैं।
तस्वीर में दिख रहें अफ़सरों के नाम श्रुत कीर्ति सोमवंशी, पूजा वशिष्ठ और तुशार गुप्ता हैं।
फेसबुक पर इस तस्वीर के साथ अंग्रेजी में कैप्शन है जिसका अनुवाद है: एक ही परिवार में से दो भाई और एक बहन आईपीएस अफ़सर। उनके माता-पिता के लिए गर्व का अवसर। चलें उन्हें बधाई दें।
अंग्रेजी में कैप्शन: "Two Brothers And One Sister In The Same Family Are IPS OFFICERS. Proud Moment For Their Parents. Let's Congratulate them."
अंग्रेजी पोस्ट के आर्काइव यहाँ और यहाँ देखें।
ये तस्वीर बांग्ला कैप्शन के साथ भी वायरल है। इसका हिंदी अनुवाद है: "जीन्स और सिगरेट ही नहीं.. ये समान अधिकार और समान सम्मान दिखाता है। एक ही परिवार के तीन भाई-बहन आईपीएस अफ़सर हैं। बेटी बोझ नहीं होती। हमें औरतों को समझने की जरूरत है। अगर सही मौका मिले, तो लड़के ही नहीं, परिवार की लड़कियाँ भी चमकेंगी और हमें गर्व महसूस करवाएगी। बेटे और बेटी की परवरिश अलग तरह से मत करो। उनकी परवरिश लिंग के आधार पर नहीं, बल्कि अपने बच्चों की तरह करो। एक दिन, आपको यह कहने में गर्व होगा कि 'वो मेरी बेटी है'।"
बांग्ला में कैप्शन है: 'শুধু জিনস, সিগারেট নয়...সমান অধিকার, সমান মর্যাদা বলতে এটা বুঝতে হবে সমাজকে। এক পরিবারে তিন ভাই বোন IPS অফিসার!! মেয়ে মানে "কাঁধের বোঝা" নয়, আমাদের উচিত মেয়েদেরকে "বোঝা!" সঠিক সুযোগ পেলে শুধু ছেলে নয় মেয়েও বংশের মুখ উজ্জল করবে!! ছেলেকে আলাদা করে মানুষ, মেয়েকে আলাদা করে মানুষ না করে দুজনকে "সন্তান" হিসাবে মানুষ করুন, দেখবেন একদিন গর্ব করে বলবেন..."ও আমার মেয়ে!"
बांग्ला में पोस्ट का आर्काइव यहाँ और यहाँ देखें।
फ़ैक्ट चेक
तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हम पूजा वशिष्ठ के इंस्टाग्राम अकाउंट पहुंचे। वशिष्ठ हरियाणा कैडर की एक आईपीएस परिवीक्षा है जिन्होंने 22 अगस्त को अपने इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर ये तस्वीर पोस्ट की थी। पोस्ट का कैप्शन है: "People who make life easier. #mypeople #ipslife #ceremonialwear #khaki" (हिंदी अनुवाद: वे लोग जो ज़िंदगी आसान बनाते हैं।)
पोस्ट में श्रुत कीर्ति सोमवंशी (Shrutsom) और तुशार गुप्ता (Tusharg_ips) को भी टैग किया गया था। बूम ने सोमवंशी (@shrutsom) से संपर्क किया। सोमवंशी, जो मध्य प्रदेश कैडर के आईपीएस अफ़सर हैं, ने इस वायरल तस्वीर के साथ बुनी कहानियों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि वे तीनों भाई बहन नहीं हैं, और उनका आपस में कोई रिश्ता भी नहीं है।
पंजाब कैडर के 2018 आईपीएस बैच के तुशार गुप्ता ने भी स्पष्ट किया, "यह तस्वीर एक ट्रेनिंग सेशन के बाद IPS मेस में खींची गई थी।" उन्होंने भी यह तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से पोस्ट की है।
बूम से बात करने के बाद सोमवंशी और गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से इंस्टा स्टोरी डालकर लोगों को इस फ़र्ज़ी कहानी से सचेत रहने की सलाह दी। सोमवंशी ने लिखा: "गलत सुचना, शेयर न करें" (False information, refrain from sharing)