एक वीडियो में पेट्रोलियम कोक के भरी हुई एक मालगाड़ी रायगढ़ रेलवे स्टेशन के शेड को तोड़ते हुए आ रही है | इस क्लिप के साथ फ़र्ज़ी दावा यह है कि यह गोवा (Goa) में हुई एक घटना है एवं ट्रैन अडानी ग्रुप (Adani) का माल ढो रही है |
बूम ने पाया कि यह घटना छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के रायगढ़ रेलवे स्टेशन पर 2019 के दिसंबर में हुई थी | ट्रैन दरअसल पारादीप बंदरगाह, छत्तीसगढ़, से कटनी, मध्य प्रदेश, जा रही थी जब यह घटना हुई |
यह वीडियो व्हाट्सएप्प और फ़ेसबुक पर तब वायरल हो रहा है जब हाल में गोवा में बड़े पैमाने पर रेल डबलिंग योजना के विरोध में प्रदर्शन हुए | प्रदर्शनकारियों का दावा है कि यह काम कर्नाटक से कोयला (coal) ट्रांसपोर्ट करने के इरादे के किये जा रहे हैं | गोवा वासियों द्वारा मुख्यतः तीन प्रोजेक्ट का विरोध किया जा रहा है क्योंकि उनका मानना है कि यह गोवा की नाज़ुक पारिस्थितिकी को नष्ट कर देंगे | प्रदर्शनकारी 'गोयंत कोल्सो नका' यानी 'गोवा में कोयला नहीं चाहिए' बैनर के अंतर्गत विरोध कर रहे हैं | यहां और यहां पढ़ें |
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यह वीडियो एक कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है जो यूँ है: "कोयले के परिवहन के दौरान अडानी के विनाशकारी कोयला प्रदूषण के बारे में एक बीमार कर देने वाला दृश्य .... कोयला गलियारे के साथ-साथ गोवा के लोगों का जीवन पूरी तरह से खतरे में है... गोअन लाइव्स मैटर ... अडानी की विनाशकारी परियोजनाएं बंद करो... गोवा बचाओ"
(अंग्रेजी में: The video is viral with a caption which reads: "A sickening view of Adani's disastrous coal pollution during the transportation of coal ....the lives of Goan people along the coal corridor are in complete jeopardy ...Goan Lives Matter ...Stop Adani's Destructive Projects ...Save Goa....")(Sic)
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फ़ैक्ट चेक
हमनें वीडियो को करीब से जांचा और पाया कि 41 सेकंड समय बिंदु पर रेलवे स्टेशन का नाम साफ़-साफ़ दिख रहा है जो कि रायगढ़ है | ऐसा कोई स्टेशन गोवा में नहीं है | हालांकि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़, दोनों ही राज्यों में रायगढ़ नामक जगहें हैं परन्तु बोर्ड पर 'द.पू.म.रेलवे' यानी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे लिखा है जिससे इस बात की पुष्टि होती है कि यह रायगढ़, छत्तीसगढ़ ही है |
इसके बाद हमनें एक फ्रेम के साथ रिवर्स इमेज सर्च की और एक साल पुराना एक वीडियो फ़ेसबुक पर पोस्ट किया हुआ पाया | यह वीडियो 18 दिसंबर 2019 को 'रेल न्यूज़ सेण्टर' नामक पेज ने पोस्ट किया था |
इसके बाद हमनें 'train collision raigad' कीवर्ड्स के साथ खोज की और दैनिक भास्कर में प्रकाशित 19 दिसंबर 2019 की एक रिपोर्ट मिली | इस रिपोर्ट के मुताबिक़ घटना रायगढ़, छत्तीसगढ़ में हुई थी जब एक पेट्रोलियम कोक से भरी मालगाड़ी रेलवे स्टेशन के शेड से टकरा गयी थी |
इसी रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि मालगाड़ी पारादीप बंदरगाह, छत्तीसगढ़, से कटनी, मध्य प्रदेश, की और जा रही थी | इस लेख में वायरल हो रहा वही वीडियो भी प्रकाशित है |
रायगढ़ रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर से तुरंत संपर्क नहीं हो पाया है | बूम ने रायगढ़ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह से संपर्क किया | "यह साल भर पुरानी घटना है जो रायगढ़ की ही है | यह ट्रैन अडानी ग्रुप की हो ही नहीं सकती क्योंकि उनका पूरा ट्रांसपोर्टेशन रोड से होता है, यह साउथ ईस्टर्न कोल् लिमिटेड की ट्रैन थी जहां तक मुझे ध्यान है | जो माल था वो एस.इ.सी.एल का था," सिंह ने बूम से कहा |
इसके बाद हमनें अडानी ग्रुप के प्रवक्ता से बात की | "यह वीडियो रेलवे कोल् का रायगढ़, छत्तीसगढ़, में परिवहन दिखाता है जिसके साथ अडानी ग्रुप को फ़र्ज़ी तरीके से जोड़ा जा रहा है |"
यह पूछने पर की क्या अडानी ग्रुप रायगढ़ छेत्र में रेल से माल ट्रांसपोर्ट करता है, प्रवक्ता ने कहा, "नहीं, हम वहां रेल से माल नहीं ढोते |"
इस तस्वीर में प्रधान मंत्री प्रीति अडानी के सामने नहीं झुक रहे हैं