गणपति विसर्जन के वक़्त पाक विरोधी नारों का वीडियो जे.एन.यु के नाम पर वायरल
बूम ने हिन्दू जाग्रति मंडल के आयोजक से बात की और पाया कि यह नारे ठाणे, महाराष्ट्र, में हुए गणपति विसर्जन के दौरान लगाए गए थे |
महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे का एक पुराना वीडियो जिसमें गणेश विसर्जन (Ganpati Visarjan) के वक़्त पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं, फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हो रहा है कि यह हाल में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) में हुए उत्सव का है |
बूम ने पाया कि वीडियो मुंबई के पास ठाणे में हिन्दू जाग्रति मंडल द्वारा आयोजित एक गणेश विसर्जन में फ़िल्माया गया था |
वायरल वीडियो में लोगों की भीड़ दिख रही है जो भगवा झंडा लिए चिल्ला रहे हैं और भद्दे-भद्दे नारे लगा रहे हैं जो पाकिस्तान (Pakistan) के ख़िलाफ़ हैं |
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नारों में पाकिस्तान को गाली देने के साथ साथ यह भी कहा जा रहा है कि अफ़ज़ल गुरु के समर्थकों को पाकिस्तान भेज दिया जाए और पाकिस्तान के समर्थकों को कब्र में भेज दिया जाए | एक अन्य नारे में राम मंदिर के अयोध्या में ही बनने की बात कही जा रही है जिसके साथ पाकिस्तान में भी भगवा झंडा लहराने के बारे में नारे लगाए जा रहे हैं |
जे.एन.यु (JNU) हाल में न्यूज़ में रहा जब 12 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैंपस में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का अनावरण किया | यह वीडियो अनावरण के बाद से ही वायरल होने लगा है |
नोट: वीडियो में अभद्र भाषा है |
यही वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ ट्विटर पर भी वायरल हो रहा है |
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने पता लगाया कि वायरल वीडियो मुंबई के पास ठाणे में हिन्दू जाग्रति मंडल द्वारा आयोजित एक गणपति विसर्जन के वक़्त फ़िल्माया गया था |
हमनें आयोजकों से बात की जिन्होंने पुष्टि की कि वीडियो जे.एन.यु का नहीं बल्क़ि ठाणे के नौपाडा इलाके का है |
यूट्यूब पर वायरल वीडियो के नारों में इस्तेमाल शब्दों के इस्तेमाल से हमें 'लिमरा टाइम्स' चैनल पर यही वीडियो मिला जो 4 अक्टूबर 2018 को अपलोड किया गया था | डिस्क्रिप्शन में इसे 'गणपति विसर्जन' बताया गया था |
इसके बाद हमनें फ़ेसबुक पर 'पाकिस्तान' 'विसर्जन' 'मुंबई' 'ठाणे' जैसे शब्दों के साथ मराठी में खोज की | हमें वीडिओज़ मिले जिनके साथ दावे थे की यह गणपति विसर्जन है जो हिन्दू जाग्रति सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने नौपाडा, ठाणे, में आयोजित किया था |
हमें एक फ़ेसबुक लाइव भी मिला जो 23 सितम्बर 2018 को किया गया था | इसमें वायरल वीडियो के ही दृश्य हैं | जबकि फ़ेसबुक लाइव में सटीक वही नारे नहीं हैं परन्तु करीब से सुनने पर मालूम होता है कि नारे शुरू करने वाली आवाज़ वायरल वीडियो की ही तरह है | करीब से सुनने पर कई समान आवाज़ें और म्यूसिक सुनने को मिलता है |
फ़ेसबुक लाइव वीडियो का कैप्शन है: "हिन्दू जाग्रति विसर्जन मिरवणूक"
हिन्दू जाग्रति विसर्जन के बारे में एक सर्च ने हिन्दू जाग्रति मंडल के परिणाम दिखाए जो ठाणे ज़िले में गणपति उत्सव आयोजित करते हैं | हमनें जनवरी 2020 में एक आयोजक से संपर्क किया था जिन्होंने नाम न बताने की शर्त पर कहा था कि वीडियो क्लिप उनके एक गणपति विसर्जन के दौरान फ़िल्माई गयी थी |
आयोजक ने यह भी बताया की जो समूह ने यह गणेश विसर्जन करता है, वह हर साल पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने के लिए जाना जाता है | "यह एक पुराना वीडियो है पर मैं यह नहीं बता सकता की कौनसा साल है क्योंकि हम हर गणेश विसर्जन में पाकिस्तान विरोधी नारे लगाते हैं," उन्होंने कहा |
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जब नारों के पीछे का कारण पूछा गया तो आयोजक ने पहले कहा कि जो लोग विसर्जन में आये थे उन्होंने नारे लगाए | बाद में उसने कहा, "यह नारे सालों से लगाए जा रहे हैं जो विसर्जन में जाने वाले और गणपति उत्सव के प्रेमियों की अनुभूति है |"
वीडियो 2018 से कई फ़र्ज़ी दावों के साथ हुआ है वायरल
यह वीडियो 2018 में एक फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल हुआ था | दावा था कि इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सदस्यों ने जे.एन.यु में प्रदर्शन किया है |
बाद में यह शिव सेना सदस्यों द्वारा जे.एन.यु में प्रदर्शन के रूप में वायरल हुआ | यही वीडियो इस साल जनवरी में वायरल हुआ जिसके साथ फ़र्ज़ी दावा था कि वीडियो में जे.एन.यु के छात्रों का विरोध दिख रहा है जो नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध के बाद प्रकट हुआ है |
समान दावों के साथ यही वीडियो फिर साझा किया गया | इस बार फ़र्ज़ी दावा था कि जे.एन.यु में हिन्दुइस्म के सच्चे समर्थकों ने इकठ्ठा होकर नारे लगाए |
यही वीडियो 2019 में शेयर किया गया था | तब फ़र्ज़ी दावा यह था कि टेक्सास, यु.एस.ए में हुए 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के दौरान एन.आर.आई हिन्दुओं ने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए |