HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

आटे की थैलियों में मैंने पैसे नहीं बांटें: आमिर खान

आमिर खान ने वायरल हो रहे दावों को ट्वीट कर फ़र्ज़ी बताते हुए ख़ुदको इन सूचनाओं से दूर कर लिया है।

By - Swasti Chatterjee | 5 May 2020 8:55 PM IST

व्हाट्सएप्प एवं फ़ेसबुक पर ऐसा दावा वायरल है की अभिनेता आमिर खान इस लॉकडाउन की स्थिति में आटे की बोरियों में रखकर पास की ग़रीब बस्तियों को पैसे दान कर रहे हैं। किंतु सोमवार को खान ने ट्विटर पर कहा की आटे की बोरियों में पैसे रखकर दान करने वाले व्यक्ति वह नहीं हैं और उनसे जोड़ा जा रहा यह कथन फ़र्ज़ी है।

वायरल हुए इन संदेशों ने आमिर खान के पैसे दान करने के इस अनोखे तरीक़े की कहानी बुनी। हिंदी और बांग्ला में वाइरल हुए इन फ़ॉर्वर्ड्ज़ के अनुसार, खान ने 15000 रुपये नगद एक किलोग्राम के आटे के पैकेट में रखकर गुमनाम तरीक़े से उनके घर की पास की ग़रीब बस्तियों में बाँट दिए।

बूम ने अभिनेता की टीम के एक मेम्बर से बात की जिन्होंने कहा कि खान या उनकी टीम ने ऐसी कोई रिलीफ़ ऐक्टिविटी नहीं की है।

यह भी पढ़ें: नसीरुद्दीन शाह की तबियत के बारे में फ़र्ज़ी ख़बर हुई वायरल

वाइरल हुए मेसेजस में आमिर खान द्वारा ऐसी स्थितियों में ग़रीबों की सहायता करने के इस कार्य की सराहना भी हुई। भारत सरकार ने कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए 24 मार्च को देशभर में लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसी के चलते हज़ारों मज़दूर बेरोज़गार हो गए थे। अब इस महामारी के संक्रमण के कर्व को फ़्लैट करने हेतु, लॉकडाउन 17 मई तक बढ़ा दिया गया है जिसके कारण मज़दूरों में काम को लेकर अनिश्चितता बढ़ गयी है। हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री से कई सिलेब्रिटीज़ ने इस संकट के समय में मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।

बंगाली में वायरल हुए एक मेसेज का एक अंश कुछ ऐसा है (हिंदी अनुवाद) "आमिर खान ने गाड़ी भरकर आटे की बोरियों को पास की बस्ती में भेजा। उनके टीम के दो लोगों ने वहाँ आकर कहा की जिनको भी आटे की ज़रूरत है वह आके ले जा सकते हैं। किंतु आटा केवल एक किलो की सीमा से बाँटा जा रहा था। जिन लोगों के घर पर्याप्त राशन था वह लेने नहीं गए। लेकिन जिन्होंने भी आटा लिया उनको बोरी में Rs. 15000 कैश मिला। बाद में हमें पता चला की वो ट्रक आमिर खान ने भिजवाया था।"

हिंदी कैप्शन के साथ भी कई पोस्ट्स ने आटे के पैकेट में पैसे के फ़ोटो को इसी कथन के साथ शेयर किया है।

Full View

वायरल बंगाली मेसेज के स्क्रीन्शॉट को नीचे देखें।


गेहूँ के आटे के पैकेट में पैसे का यही फ़ोटो ट्विटर पर इस दावे के साथ वायरल है की आमिर खान ने मदद की यह अनोखी पहल की।

यही कथन मलयालम में भी एक ऑडियो मेसेज के साथ वायरल था।


आमिर खान ने पीएम केयर्स फ़ंड को डोनेशन दिया था

हमने आमिर खान के टीम के एक सदस्य से बात की जिसने हमें बताया की हालाकी खान ने कई अप्रकाशित रिलीफ़ ड्राइव्ज़ की हैं, यह आटे की बोरी में पैसे दान करने का कार्य उनका नहीं था। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, आमिर खान ने एक राशि पीएम केर्ज़ फ़ंड ओफ़ इंडिया को डोनेट की है।

फ़िल्म ऐनलिस्ट तरण आदर्श ने एक ट्वीट में खान के महाराष्ट्र चीफ़ मिनिस्टर्ज़ रिलीफ़ फ़ंड में डोनेशन की बात करते हुए बताया की कैसे उन्होंने अपनी आने वाली फ़िल्म लाल सिंह चाड्डा के कई मज़दूरों की सहायता करने हेतु हाथ आगे बढ़ाया।

यह भी पढ़ें: कोरोनावायरस से बचाव संबंधित बाबा रामदेव के दावों का कोई वैज्ञानिक अध्ययन समर्थन नहीं करता

किंतु बूम आटे की बोरी में पैसों के इस फ़ोटो का स्वतंत्र वेरिफ़िकेशन नहीं कर पाया।

आटे और पैसे के बैग के संदेश का स्त्रोत

बूम को एक टिक टॉक वीडियो मिला जो क्रेज़ी ट्रैव्लर नामक यूज़र ने अपलोड किया था। इस वीडियो में भी इसी घटना की बात की गयी है किंतु ऐसा करने वाले को गुमनाम बताया गया है और अभिनेता आमिर खान को इससे नहीं जोड़ा गया है।

Full View

किंतु कुछ समय बाद यही वीडियो "आमिर खान डोनेट्स" इस कैप्शन के साथ वायरल था।

पैसों से भरे आटे के पैकेट की घटना को सूरत का बताकर वायरल

एक न्यूज़ आर्टिकल प्रतीत होता स्क्रीन्शॉट वाइरल हो रहा है जिसके मुतबिक यह आटे के पैकेट में पैसे रखकर डोनेट करने की घटना को गुजरात के सूरत शहर का बताया जा रहा है। इस आर्टिकल के एक खंड के मुतबिक सूरत के एक उद्योगपति ने सूरत में अटके मज़दूरों की सहायता के लिए यह पैसे डोनेट किए।

बूम ने सूरत पुलिस के कमिशनर आर बी ब्रह्मभट्ट से बात की जिन्होंने इस न्यूज़ को आधारहीन बताया।



Tags:

Related Stories