HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फ़ैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फ़ास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
लोकसभा चुनाव 2024No Image is Available
फ़ैक्ट चेक

नहीं, इस वीडियो में कुवैती फ़्रांस के उत्पादों का बहिष्कार नहीं कर रहे

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो सऊदी अरब के अल अहसा का है, जहां अधिकारी ख़राब पनीर को नष्ट रहे थे।

By - Sumit | 4 Nov 2020 12:43 PM GMT

पनीर के डिब्बों को एक कचरे की गाड़ी में डालते कुछ वर्दीधारी लोगों को दिखाता वीडियो फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल हो रहा है। वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि कुवैत के लोग फ़्रांस के उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं।

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो इस साल मई में पूर्वी सऊदी अरब के अल अहसा में सड़े हुए पनीर उत्पादों की ज़ब्ती और निस्तारण को दर्शाता है।

वीडियो क्लिप को फ़्रांस में एक शिक्षक सैमुअल पैटी की हत्या की पृष्ठभूमि में शेयर किया जा रहा है। 16 अक्टूबर 2020 को चेचेन्या मूल के एक कट्टरपंथी ने क्लास में पैग़म्बर मुहम्मद का कार्टून दिखाने पर स्कूल के बाहर शिक्षक का सिर कलम कर दिया था।

फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) ने फ़्री स्पीच का बचाव करते हुए इस्लामवादियों की आलोचना की थी और पैग़म्बर मुहम्मद के कार्टून के चित्रण पर 'रोक ना' लगाने का समर्थन किया था। इसके बाद अरब देशों सहित तमाम मुस्लिम देश के लोगों ने सोशल मीडिया पर फ़्रांस के उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की थी।

केबीसी शो में अमिताभ बच्चन ने मनुस्मृति से जुड़ा सवाल पूछा, शिकायत दर्ज

30 सेकंड के लंबे वीडियो में लाल और सफ़ेद वर्दी पहने पुरुषों का एक समूह बोतलों और डिब्बों को कचरे की गाड़ी में डालते हुए दिख रहा है। वायरल वीडियो के साथ एक अंग्रेजी कैप्शन में लिखा है जिसका हिंदी अनुवाद, "कुवैत ने सभी फ्रांस के उत्पादों को कचरे में डाल दिया।"

Full View

पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें।

वायरल वीडियो को बड़े पैमाने पर फ़ेसबुक और ट्विटर पर समान कैप्शन के साथ शेयर किया गया है।


फ़र्ज़ी स्क्रीनशॉट का दावा: राणा अय्यूब ने फ़्रांस हमले को मंज़ूर किया है


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाभी के निधन की पुरानी खबर फिर हुई वायरल


जी नहीं, वायरल तस्वीरें राम मंदिर के निर्माण की नहीं हैं

फ़ैक्ट चेक 

बूम ने क्लिप के एक स्क्रीनशॉट को रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो अरबी भाषा की वेबसाइट अल मार्सद में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल क्लिप के ही एक स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया था।

रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो पूर्वी सऊदी अरब के अल अहसा में रिकॉर्ड किया गया था। रिपोर्ट में आगे उल्लेख किया गया है कि वीडियो में सरकारी अधिकारियों को पनीर को नष्ट करते दिखाया गया है जो 'ख़राब' हो गया था।

बूम ने @NoRumors के वेरीफ़ाईड हैंडल से एक ट्वीट भी पाया- अफ़वाहों की जांच करने वाली एक स्वतंत्र सऊदी मीडिया प्लेटफ़ॉर्म- जिसमें उल्लेख है कि घटना सऊदी अरब की है। ट्वीट 14 मई, 2020 का है।

अरबी भाषा में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट के साथ ट्वीट में कहा गया है कि "सऊदी अरब में पनीर के अमीराती उत्पादों को ज़ब्त किए जाने के बारे में जो कुछ भी किया जा रहा है, वह विशिष्टताओं और कार्सिनोजंस को पूरा नहीं करने के बारे में है, और वाणिज्य मंत्रालय द्वारा पुष्टि की गई ख़राब भंडारण के कारण ख़राब हुए पनीर उत्पादों को ज़ब्त करने और नष्ट करने का यह असली वीडियो है।"

(अरबी: مايتداول عن مصادرة منتجات إماراتية من الأجبان في السعودية غير مطابقة للمواصفات ومسرطنة غير صحيح, والفيديو الحقيقي لمصادرة وإتلاف منتجات اجبان بسبب ظهور علامات التلف بسبب سوء التخزين كما أكدت ذلك وزارة التجارة.)

हमने वायरल क्लिप में से एक के साथ ट्वीट में शेयर किए गए स्क्रीनशॉट की तुलना की और उन्हें समान पाया।


बूम ने कुछ कीवर्ड के साथ इंटरनेट पर भी खोज की तो इस साल 14 मई को गल्फ़ न्यूज में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें उसी घटना के बारे में उल्लेख किया गया है लेकिन रिपोर्ट में घटना की तस्वीर या वीडियो नहीं है।

'सऊदी अरब ने कहा सड़े हुए पनीर वीडियो में कैंसर नहीं' शीर्षक के साथ रिपोर्ट में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुई थी जिसमें दावा किया गया था कि अल अहसा में पनीर में कैंसर की सामग्री पाई गई थी।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 'अधिकारियों ने अल अहसा में 1,628 सड़े हुए पनीर उत्पादों को ज़ब्त किया और फ़िर नष्ट कर दिया।'

क्यों गिरफ़्तार किये गए रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ़ अर्नब गोस्वामी?

Related Stories