केबीसी शो में अमिताभ बच्चन ने मनुस्मृति से जुड़ा सवाल पूछा, शिकायत दर्ज
फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी यूज़र्स केबीसी और अमिताभ बच्चन के ख़िलाफ़ गुस्सा ज़ाहिर कर रहे हैं और शो बॉयकाट की अपील कर रहे हैं
सोनी टीवी पर प्रसारित 'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) शो के मेकर्स और होस्ट अमिताभ बच्चन के ख़िलाफ़ हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुँचाने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई गयी है। शो के दौरान मनुस्मृति से जुड़ा एक सवाल पूछने पर महाराष्ट्र के लातूर ज़िले के औसा क्षेत्र के बीजेपी विधायक अभिमन्यु पवार ने सोनी टीवी और अमिताभ बच्चन के ख़िलाफ़ लातूर में शिकायत दर्ज कराई है।
सोशल मीडिया साइट्स फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी यूज़र्स केबीसी और अमिताभ बच्चन के ख़िलाफ़ गुस्सा ज़ाहिर कर रहे हैं। इसके आलावा केबीसी शो को बॉयकाट करने की अपील की जा रही है ।
अमिताभ बच्चन ने 30 अक्टूबर के एपिसोड में सामाजिक कार्यकर्ता बेज़वाड़ा विल्सन और अभिनेता अनूप सोनी से सवाल पूछा था कि 25 दिसंबर 1927 को डॉ भीमराव अंबेडकर और उनके अनुयायियों ने इनमें से कौन से धर्मग्रंथ की प्रतियां जलाई थी? जिनके ऑप्शन थे 1) विष्णु पुराण, 2) श्रीमद भगवत गीता, 3) ऋग्वेद, 4) मनुस्मृति
सवाल के जवाब के बाद बच्चन ने बताया था कि 1927 में डॉ अंबेडकर ने मनुस्मृति को वैचारिक रूप से जातिगत भेदभाव और छुआछूत को बढ़ावा देने वाली पुस्तक बताते हुए इसकी प्रतियां जलायीं थीं। अमिताभ बच्चन की यह बात सोशल मीडिया पर कई लोगों को खटक गयी, जिसके बाद सोशल मीडिया सहित अन्य प्लेटफॉर्म पर केबीसी और बच्चन का विरोध शुरू हो गया।
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बीजेपी विधायक अभिमन्यु पवार ने पुलिस को दी लिखित शिकायत में कहा कि अमिताभ बच्चन ने जानबूझकर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं पर चोट पहुंचाई है। जवाब में दिए गए चारों ऑप्शन हिन्दू ग्रंथों के थे, ऐसे में लगभग एक सदी पहले की घटना को सुर्खियों में लाने और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के अलावा हिंदुओं और बौद्धों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की गयी है।
अभिमन्यु ने शिकायत की कॉपी ट्वीट करते हुए लिखा कि हिंदू धर्म एक रचनात्मक और व्यापक धर्म है। समय के साथ कई अच्छे बदलावों को अपनाकर हिंदू धर्म समृद्ध हुआ है। लेकिन कई तथाकथित बुद्धिजीवी जो छद्म धर्मनिरपेक्षतावादी होने का दिखावा करते हैं, वे अपने बयानों के माध्यम से सहिष्णु हिंदुओं की भावनाओं को नियमित रूप से ठेस पहुंचाते हैं।
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इसके अलावा द न्यूज़ मिनट की ख़बर के मुताबिक लखनऊ में 'हिन्दुओं की भावनाएं आहत' करने के आरोप में अमिताभ बच्चन के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गयी है।
इस एपिसोड के प्रसारित होने के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस सवाल पर यह कहते हुए नाराज़गी ज़ाहिर की कि ये "हिन्दूफ़ोबिक" था। बॉलीवुड निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ट्विटर पर शो की एक क्लिप पोस्ट करते हुए लिखा कि "केबीसी को कम्युनिस्टों द्वारा हाईजैक कर लिया गया है। मासूम बच्चे, यह सीखें कि संस्कृति युद्ध कैसे जीते जाते हैं। इसे कोडिंग कहा जाता है"।
ट्विटर पर #BoycottKBC बड़े पैमाने पर ट्रेंड हुआ जिसमें यूज़र्स ने केबीसी और बच्चन के ख़िलाफ़ नाराज़गी ज़ाहिर की, कुछ लोगों ने इसे हिन्दू धर्म ग्रंथों का अपमान बताया तो किसी ने भारतीय संस्कृति के साथ खिलवाड़। हालांकि, कुछ यूज़र्स ने सवाल का बचाव करते हुए लिखा कि मनुस्मृति की प्रतियां जलाने की घटना इतिहास में दर्ज है और इसे बदला नहीं जा सकता।
डॉ भीमराव अंबेडकर ने 25 दिसंबर, 1927 को महाराष्ट्र के कोलाबा ज़िले में जोकि अब रायगढ़ में है, के महाद में सार्वजनिक रूप से मनुस्मृति को जलाया था।