इंडिया टुडे (India Today) और आज तक (Aaj Tak) के सोशल मीडिया पेजों ने 18 नवंबर को एक एडिट किया हुआ वीडियो ट्वीट किया जो दिखाता है कि एक छोटा बच्चा सूफ़ी क़व्वाली दमा दम मस्त कलंदर पर थिरक रहा है |
बूम ने पाया कि वीडियो का वास्तविक ऑडियो 'दमा दम मस्त कलंदर' (Dama Dam Mast Qalandar) नहीं है | यह क्लिप वास्तव में इंडोनेशिया से है जहां चार साल का एक बच्चा पीछे चल रही इस्लामिक प्रार्थना का आनंद उठा रहा है |
इंडिया टुडे ने 24-सेकंड लम्बी इस ब्लैक एंड व्हाइट क्लिप को ट्वीट किया है | इस ट्वीट में लिखा है: प्रसिद्ध दमा दम मस्त कलंदर सूफी गीत का आनंद ले रहे एक मनमोहक संगीत प्रेमी का यह वीडियो आपको कैसा लगा, कैप्शन में बताये | #YourSpace #CaptionThis"
वायरल फ़ोटो में गुलनाज़ ख़ातून के लिए प्रदर्शन नहीं कर रहे तेजश्वी यादव
इंडिया टुडे का आर्काइव यहां देखें |
यही एडिट किया हुआ वीडियो इंडिया टुडे के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर भी शेयर किया गया है |
आजतक ने यही क्लिप एक कैप्शन के साथ शेयर किया है: "गाना बढ़िया हो जनाब तो हम सब उसकी धुन में खो सा जाते हैं...अब इस नन्हे बच्चे को ही देखिये न...झूमते -गाते इस बच्चे के लिए दीजिये कोई अच्छा सा कैप्शन ! #YourSpace #CaptionThis) गाना बढ़िया हो जनाब तो हम सब उसकी धुन में खो सा जाते हैं...अब इस नन्हे बच्चे को ही देखिये न...झूमते -गाते इस बच्चे के लिए दीजिये कोई अच्छा सा कैप्शन !#YourSpace #कैप्शनथिस"
यह वीडियो पत्रकार नरेंद्र नाथ मिश्रा ने भी ट्वीट किया है |
यही वीडियो उर्मिला मरतोंडकर ने भी कोट ट्वीट किया है ।
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो को कीफ्रेम्स में तोड़ कर कुछ शब्दों के साथ रिवर्स इमेज सर्च की | हम एक ट्वीट थ्रेड तक पहुंचे जिसमें वास्तविक ऑडियो के साथ दो वीडिओज़ थे | ट्वीट्स में से एक में इन्डोनेशियाई में बताया गया था कि कैसे बच्चा इस्लामिक प्रार्थना पर थिरक रहा था |
वीडियो पर हमें Mod'Usril नाम का एक वॉटरमार्क दिखा |
इसके बाद हमनें इसी नाम से फ़ेसबुक पर खोजा और पाया कि इस यूज़र ने एक लम्बा वर्शन दो हफ़्ते पहले शेयर किया था | इस लेख को लिखने तक वास्तविक वीडियो करीब 15 लाख बार देखा जा चूका था |
बूम ने मोड ऊसरील (अहमद युसरील इस्कंदर) से संपर्क किया जिन्होंने यह पुष्टि की कि वीडियो उन्हीं ने 7 नवंबर 2020 को अपने शहर मजलेन्ग्का, पश्चिमी जावा प्रोविंस इंडोनेशिया, में फ़िल्माया है
मोड ऊसरील ने बूम से कहा,"समाज पैग़म्बर की सालगिरह मना रहा था जब चार वर्षीय फौज़ी इस्लामिक प्रार्थनाओं पर थिरकने लगा | यह वीडियो अल-हिदायह गिरिमुक्ति इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल मालउस्मा जिला मजलेन्ग्का रीजेंसी (वेस्ट जावा प्रोविंस, इंडोनेशिया) में फ़िल्माया गया है |"
ऊसरील ने बूम के साथ उसी आयोजन की कुछ तस्वीरें भी साझा की |