जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करने वाले एक वीडियो सामने आया है, जिसे ग़लत तरीके से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ जोड़ा जा रहा है।
28 सेकंड की लंबी क्लिप में, कुमार को एक भीड़ को संबोधित करते हुए देखा जा सकता है। वह एक राजनेता और 'जनता से जुड़ने के लिए अपने परिवार का उपयोग करने' के उसके तरीकों का बार-बार संदर्भ लेता है। जैसा कि कुमार बोलते हैं, वीडियो में दाईं ओर एक फुटेज चलता है जिसमें केजरीवाल को अपनी मां से आशीर्वाद लेते हुए देखा जा सकता है। इस फुटेज को दिखाते हुए यह दावा किया जा रहा है कि कुमार, केजरीवाल का जिक्र कर रहे हैं। वीडियो में टॉप पर एक टेक्स्ट है, जिसमें लिखा है, "कन्हैया कुमार ने केजरीवाल को एक्सपोज किया।"
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बूम ने पाया कि वीडियो 2 अक्टूबर, 2018 को हैदराबाद के एक कार्यक्रम में रिकॉर्ड किया गया था| वहां कुमार, नरेंद्र मोदी का जिक्र कर रहे थे| मोदी का सिलसिलेवार तरीके से अपनी मां के साथ फोटो खिंचवाने पर कटाक्ष कर रहे थे। इस ट्वीट को कैप्शन दिया गया है, "कन्हैया कुमार ने एक बॉस की तरह केजरीवाल को बेनकाब किया"। अर्काइव के लिए यहां क्लिक करें।
कुमार को बोलते हुए सुना जा सकता है कि, "जो वो काम नहीं किये है, इसी बात को डाइवर्ट करने के लिए वो माता और पत्नी के पास पहुंच जाते हैं| कौन ऐसा बीटा होता है मुझे बताइये तो, माता का पैर छूते हुए फ़ोटो खिचवाता है| कैमरा लेकर माँ से मिलने के लिए जाता है, कौन ऐसा बेटा होता है? इस बात को समझिये मैं उस साज़िश के ख़िलाफ हूँ, के जब कोई इंसान अपनी जो हक़ीक़त है उसका [उसकी] मार्केटिंग करके सवाल को गुमराह करने लगे तो इस साज़िश को हमें समझना चाहिए और इस बात से में पूर्णतः सहमत हूँ..."
वीडियो नीचे देखा जा सकता है।
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने एक कीवर्ड सर्च किया और मूल भाषण पाया जो 2018 में हैदराबाद स्थित मंथन फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में रिकॉर्ड किया गया था। कुमार मंथन संवाद में एक वार्षिक कार्यक्रम में श्रोताओं को संबोधित कर रहे थे, जहां प्रसिद्ध हस्तियों ने अपनी बात रखी।
वीडियो में कुमार को 49:54 मिनट से नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए सुना जा सकता है जब एक दर्शक ने कुमार से किसी व्यक्ति (पढ़ें: प्रधानमंत्री का) के निजी जीवन पर टिप्पणी करने पर सवाल किया। उसने गौतम बुद्ध और उनके सांसारिक संबंधों के त्याग का संदर्भ दिया और फिर कुमार से सवाल किया कि कोई व्यक्ति जिसने अपनी पत्नी को त्याग दिया है, उस पर टिप्पणी करने से क्या लाभ हो सकता है।
कुमार ने तब मोदी को संदर्भित किया और ऐसे उदाहरण पेश किया जहां मोदी ने अपनी इमेज बढ़ा कर दिखाई है। कुमार कहते हैं, "हर किसी का अपना जीवन संघर्ष होता है। लेकिन जब आप इसकी मार्केटिंग करते हैं ... आप हारे हुए हो सकते हैं लेकिन नोटबंदी के दौरान आप अपनी 90 साल की मां को कतार में खड़ा नहीं करेंगे। लेकिन जब कोई ऐसा करता है, तो वह व्यक्तिगत नहीं रह जाता है, यह एक सार्वजनिक मामला बन जाता है। और यदि यह सार्वजनिक है, तो इसकी आलोचना भी की जाएगी। मैं माँ का सम्मान करता हूं, लेकिन हमें इस तरह की कार्रवाई के लिए 'हारे हुए' बेटे पर सवाल उठाना चाहिए। "
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कुमार तब नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं और लंबित काम से ध्यान हटाने के लिए अपने परिवार का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हैं। वह कहते हैं, "वह जो काम कभी नहीं करते है, उससे ध्यान हटाने के लिए, वह अपनी मां और पत्नी के पास जाते है। ऐसा बेटा कौन हो सकता है, जो अपनी मां से आशीर्वाद माँगते हुए फोटो खिंचवाना चाहेगा? अपनी माँ से मिलने के लिए कैमरा टीम के साथ कौन जाता है? "
भाषण में, कुमार ने केजरीवाल का उल्लेख नहीं किया।
हालिया वीडियो में मां से आशीर्वाद मांगते अरविंद केजरीवाल
इस बीच, केजरीवाल ने नामांकन दाखिल करने से पहले अपनी मां का आशीर्वाद लेने का वीडियो 20 जनवरी को शूट किया था। इसे आम आदमी पार्टी इन न्यूज '(@AAPInNews) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर अपलोड किया गया है।
#WalkWithAK
— AAP In News (@AAPInNews) January 20, 2020
माँ के तिलक और विजयीभाव के आशीर्वाद के बाद आज नामांकन दाखिल करने निकले @ArvindKejriwal pic.twitter.com/iPhYPhOh0u