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बीजेपी सदस्य की तस्वीर मंगलोर एयरपोर्ट बम संदिग्ध के रूप में वायरल

बूम ने पाया की वायरल तस्वीर संदीप लोबो की है जो दक्षिण कन्नड़ बीजेपी आईटी सेल के सदस्य हैं, न की गिरफ़्तार हुआ आरोपी

By - Nivedita Niranjankumar | 23 Jan 2020 11:11 AM GMT

एक उद्योगपति की तस्वीर जो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्य भी हैं, फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है| दावा है की यह मंगलोर एयरपोर्ट पर बम रखने वाले वो शख़्स हैं जिन्हें हाल में गिरफ़्तार किया है|

बूम ने पाया की वायरल तस्वीर संदीप लोबो की है| यह आरएसएस और बीजेपी के सक्रीय सदस्य हैं जबकि गिरफ़्तार हुआ शख़्स आदित्य राव है जो एक आदतन अपराधी है| आदित्य राव कुछ दिन पहले मंगलौर एयरपोर्ट पर बम रखने के जुर्म में गिरफ़्तार हुआ था|

बूम ने मंगलौर पुलिस से बात की जिन्होंने पुष्टि की कि यह दोनों अलग अलग लोग हैं, हमनें लोबो से भी बात कि जिन्होंने वर्णन किया कि उन्होंने इन फ़र्ज़ी पोस्ट के ख़िलाफ पुलिस शिकायत दर्ज़ कि है|

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उन्होंने कहा, "मैं वो शख़्स नहीं हूँ जिसे पुलिस ने गिरफ़्तार किया है| मेरी तस्वीर इसलिए इस्तेमाल हो रही है क्योंकि मैं बीजेपी और आरएसएस का एक सक्रीय सदस्य हूँ|"

यह फ़र्ज़ी पोस्ट बुधवार को वायरल हुई जब राव ने बैंगलोर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और दावा किया कि वही है जिसने सोमवार को मंगलौर एयरपोर्ट पर विष्फोटक उपकरण रखे थे| राव जो फिलहाल मंगलौर पुलिस कि हिरासत में है, पहले बैंगलोर अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट से फ़र्ज़ी कॉल करने पर गिरफ़्तार हो चूका है|

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वायरल पोस्ट्स

फ़र्ज़ी वायरल पोस्ट एक तस्वीर में एक शख़्स को आरएसएस कि पोशाक में दिखती हैं| कुछ और पोस्ट्स इसी शख़्स को बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या के साथ भी दिखाती हैं|

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फ़ैक्ट चेक

बूम यह पता करने में सक्षम था कि आरोपी और दूसरे शख़्स कि तसवीरें वायरल पोस्ट में मिलती नहीं हैं| हमनें पाया कि वायरल तस्वीर में शख़्स संदीप लोबो है, वह पुत्तुर के एक उद्योगपति हैं| लोबो आरएसएस के सक्रीय सदस्य हैं जो दक्षिण कन्नड़ बीजेपी आईटी सेल के लिए भी काम करते हैं| हमनें लोबो कि फ़ेसबुक प्रोफाइल को देखा और पाया कि बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या के साथ फोटो वहीँ ली गयी हैं|

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लोबो ने अपने अकाउंट पर एक बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने व्याख्या कि है कि बम रखने के लिए गिरफ़्तार हुए शख़्स वह नहीं हैं|

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लोबो ने बीजेपी दक्षिण कन्नड़ा के अकाउंट से एक अन्य पोस्ट साझा कि है जिसमें वह पुलिस शिकायत दर्ज़ करते देखे जा सकते हैं| लोबो ने बीजेपी पुत्तुर विंग के सदस्यों के साथ शिकायत दर्ज़ कि है| पोस्ट में शिकायत कि कॉपी भी हैं जो लोबो ने बूम के साथ भी साझा कि हैं|

हमनें लोबो से आगे बात कि, उन्होंने कहा कि पहली बार इन पोस्ट्स को फ़ेसबुक पर देखा| "मेरे एक दोस्त ने एक ऐसी ही पोस्ट में मुझे टैग किया जिसमें मेरी तस्वीर थी और दावा किया कि मंगलौर एयरपोर्ट पर मैंने बम रखा था| यह पढ़कर मुझे झटका लगा| जब मैंने खोज कि तो पाया मेरी तस्वीर हर जगह थी| व्हाट्सएप्प ग्रुप में लोग इन पोस्ट्स को मेरे, बीजेपी और आरएसएस के ख़िलाफ इस्तेमाल कर रहे थे|"

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लोबो ने हमें बताया कि वो आरएसएस के एक सक्रीय सदस्य हैं और बीजेपी आईटी सेल के दक्षिण कन्नड़ विंग के लिए भी काम करते हैं|

इसके अलावा हमनें मंगलौर पुलिस से संपर्क किया और वायरल पोस्ट साझा कर पूछा, तो उन्होंने इस बात कि पुष्टि की कि वायरल तस्वीर में आरोपी नहीं है| एक पुलिसकर्मी जो अपना नाम उजागर करना चाहते, बूम से कहते हैं की, "हमनें वायरल तसवीरें देखि हैं और यह पुष्टि कर सकते हैं की यह गिरफ़्तार हुआ शख्स नहीं है| शुरुआती जांच में आरोपी ने किसी राजनैतिक दल से सम्बन्ध जाहिर नहीं किये हैं, वह एक नियमित अपराधी है|"

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उन्होंने आगे कहा की, "हमें शक है की आरोपी ने यह द्वेष में किया है, हम उसकी मानसिक स्थिति को पता लगा रहे हैं|"

वायर न्यूज़ एजेंसी ए एन आई ने आरोपी की एक तस्वीर पोस्ट की है, हमें इस दोनों शख़्स की तस्वीरों में कई अंतर पाए|

महेश हेगड़े ने इस घटना को सांप्रदायिक ढंग देने की कि कोशिश

इस घटना ने कई ग़लत सूचना का रूप लिया| फ़र्ज़ी न्यूज़ वेबसाइट पोस्टकार्ड के संस्थापक महेश हेगड़े, खुद मंगलोर निवासी, ने एक ट्वीट कर कहा कि 'जिहादी' मंगलौर को बर्बाद करने उतरे हैं| हेगड़े पहले सांप्रदायिक फ़र्ज़ीवादा फ़ैलाने के चलते गिरफ़्तार हो चुके हैं| उन्होंने ट्वीट किया, "कुछ दिन पहले, जिहादियों ने मंगलौर शहर को लगभग जला दिया था| अब मंगलौर अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर ज़िंदा बम मिला है| कुछ गद्दारों के कारन जिहादियों को शक्ति मिलती है| पुलिस अगर इन मास्टरमाइंड लोगों के ख़िलाफ कार्यवाही करे तो नेता इन्हें बचाने आ जाते हैं"

बूम ने इस ट्वीट के बारे में जानने के लिए हेगड़े से संपर्क किया है, कोई जवाब आने पर लेख अपडेट किया जाएगा| कई न्यूज़ लेखों ने आरोपी का नाम के आदित्य राव होने कि पुष्टि कि है| मंगलौर पुलिस ने कहा, "उनका धर्म इस केस से सम्बंधित क्यों है? हम ऐसे सवालों का जवाब नहीं दे सकते"|

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