महाशियन दी हट्टी यानी एम.डी.एच मसाले के संस्थापक और चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर महाशय धर्मपाल गुलाटी का एक अस्पताल में अपने शुभचिंतकों के साथ देशभक्ति गीत का आनंद लेते हुए एक वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है | दावा है कि यह वीडियो उनके आखिरी लम्हों में फ़िल्माया गया है |
गुलाटी का देहांत 3 दिसंबर 2020 को 97 वर्ष की उम्र में हुआ | बूम ने वीडियो में लाल शर्ट पहने दिख रहे शख्स को ढूंढा और उनसे इस बात की पुष्टि की है कि वीडियो 2019 में फ़िल्माया गया था |
फिल्मों जैसी ज़िन्दगी की कहानी लिखने वाले गुलाटी का जन्म सिआलकोट, पाकिस्तान, में 27 मार्च 1923 में हुआ था | भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद गुलाटी अपने परिवार के साथ भारत में ही बस गए थे | प्रख्यात - असली मसाले सच सच - महाशियन दी हट्टी (MDH) मसाले समूह उनके पिता ने स्थापित किया था | मसाला किंग के नाम से जाने जाने वाले गुलाटी के बारे में यहां और पढ़ें |
दो साल पुरानी तस्वीर फ़र्ज़ी तरीके से वर्तमान किसान आंदोलन से जोड़ी गयी
वायरल वीडियो में एक अस्पताल बेड के आसपास कुछ लोग खड़े हैं | बीच में बिस्तर पर कमज़ोर धर्मपाल गुलाटी लेटे हुए हैं | उनके क़रीब खड़े लोगों में से एक व्यक्ति 1970 की फ़िल्म 'पूरब और पश्चिम' का एक देश-भक्ति गाना गा रहा है | गुलाटी गाने का लुत्फ़ उठा रहे हैं | फ़ेसबुक पर यह वीडियो हज़ारों की संख्या में शेयर हुआ है | इसे कई हैंडल शेयर कर रहे हैं जिसे लाखों लोगों ने देखा है |
यही वीडियो उनकी मौत के बाद भ्रामक तरीके से इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह उनके आखिरी पलों का वीडियो है | इस वीडियो क्लिप को कई सत्यापित ट्विटर हैंडल ने ट्वीट किया है | साथ ही लिखा है: "मसाला किंग महाशय धर्मपाल (MDH) की आख़िरी समय की तस्वीरें, आख़िरी समय में भी उनका दिल देश के लिए ही धड़कता रहा"
ए.बी.पी के पत्रकार विशाल भदौरिया ने भी इस वीडियो को ट्वीट किया है |
फ़िल्मकार विवेक अग्निहोत्री ने भी इस वीडियो को समान दावों के साथ ट्वीट किया है |
यह वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है |
कुछ फ़ेसबुक पोस्ट्स के आर्काइव्ड वर्शन यहां, यहां और यहां देखें |
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फ़ैक्ट चेक
किसी कीफ्रेम के साथ रिवर्स इमेज सर्च से कुछ नहीं मिला | बूम ने न्यूज़ रिपोर्ट्स को खंगाला और पाया कि गुलाटी की ह्रदय घात से मृत्यु माता छनन देवी हॉस्पिटल, दिल्ली, में हुई |
हमनें हॉस्पिटल से संपर्क किया | वहां के एक एडमिनिस्ट्रेटर ने बूम को बताया कि वीडियो पुराना है | "मुझे ठीक से समय तो नहीं पता पर यह वीडियो पुराना है | इस वीडियो में एक व्यक्ति को जानता हूँ पर वे अब हॉस्पिटल में नहीं हैं | गुलाटी जी यहां एक छोटे समय अंतराल के लिए भर्ती हुए थे," एडमिनिस्ट्रेटर ने बूम से कहा |
इसके बाद कमेंट सेक्शन खंगालने पर हमें उस व्यक्ति का नाम मालूम हुआ जो वीडियो में गाना गा रहा है |
जबकि ट्विटर यूज़र ने गाना गाने वाले व्यक्ति का नाम लिखा परन्तु कहीं भी इस वीडियो के टाइमलाइन का उल्लेख नहीं किया | हमनें राकेश आहूजा - पोस्ट में उल्लेखित व्यक्ति, का फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल खोजा | हालांकि उनकी प्रोफ़ाइल लॉक थी | हमनें फिर गगन आहूजा का नंबर ढूंढा |
गगन आहूजा ने इस वीडियो को फ़ेसबुक पर साझा करते हुए लिखा है: "संगीत में अदभुत शक्ति होती है.....लगभग एक वर्ष से बीमार चल रहे महाशियां जी जब हॉस्पिटल में थे और हाथ पैर की मूवमेंट्स बिल्कुल बंद हो गयी थी तब मेरे एक पारिवारिक मित्र Rakesh Ahuja जी जो MDH किंग महाशियां जी के बहुत अजीज़ थे, उनसे मिलने गए और डॉक्टर्स से सलाह के बाद संगीत थेरेपी के तौर पर उनका मनपसंद गीत सुनाया....लगभग दो महीने से हाथों का मूवमेंट बंद था....और फ़िर जो चमत्कार हुआ आप खुद देखिए....अलविदा जीवंतता ..."
बूम ने गगन आहूजा से संपर्क किया | उन्होंने पुष्टि की कि गाना गाने वाले व्यक्ति का नाम राकेश आहूजा है | उन्होंने यह भी कहा कि वीडियो पुराना है |
हमनें इसके बाद राकेश आहूजा से बात की | "मैं पिछले साल सितंबर या अक्टूबर में महाशय जी को देखने दिल्ली के छनन देवी हॉस्पिटल गया था | वे हिल भी नहीं पा रहे थे | वह हमेशा मुझसे यह गाना सुनना चाहते थे तो मैंने गाना गाया और वो मूवमेंट करने लगे थे | वीडियो में भी दिख रहा है |"
"यह वीडियो छनन देवी हॉस्पिटल का है जो महाशय जी का ही है | उन्होंने अपनी माँ के नाम पर इस हॉस्पिटल का नाम रखा है | मैंने यह वीडियो कल गुलाटी जी की मृत्यु की खबर सुनकर अपलोड किया," आहूजा ने कहा |