केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ एक लड़की की तस्वीर वायरल है. कुछ पोस्ट्स में एक मृत शरीर की तस्वीर भी इस तस्वीर के साथ शेयर की जा रही है. नेटिज़ेंस फ़र्ज़ी दावा कर रहे हैं कि अमित शाह के साथ दिख रही लड़की को बलात्कार कर मार डाला गया है. दावा यह भी कहता हैं कि यह पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की भारी जीत के बाद भड़की हिंसा में हुई घटना है.
तस्वीर हिंदी और इंग्लिश कैप्शन के साथ वायरल है. हिंदी में कैप्शन लिखा है: "यह फोटो कुछ याद दिला रही है. हमारे देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कहते हैं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , इस बेटी को भी उम्मीद होगा जिसका मैं आज हाथ पकड़ी हूं यह कल को हमें बचाएगा,लेकिन अफसोस यह सभी केवल दिखावा करते हैं ,जमीनी स्तर पर कुछ नहीं सबसे गंदा राजनीति केवल बीजेपी करती है"
सोशल मीडिया पर वायरल दिल दहला देने वाला ये वीडियो कहाँ से है?
इसके अलावा फ़ोटो पर लिखा है: "श्रीमान @narendramodi @amitshahofficial प्रधानमंत्री, गृहमंत्री... वह कार्यकर्ता जो बंगाल में मारे जा रहे हैं, वह आपकी सत्ता के लिए लड़े थे. उनके ऋणी हो सभी लोग. यदि उनके जीवन की रक्षा नहीं कर सकते तो ईश्वर के ही शब्दों में कायरता का आरोप लगेगा. मैं कायर तो नहीं कहूँगा लेकिन इतना अवश्य है यदि कुछ नहीं किया तो राजनीतिक युद्ध में एक दिन आप सभी अकेले पड़ जायेंगे. बंगाल में केंद्र का प्रभाव हस्तक्षेप तत्काल होना चाहिये. वक्तव्य नहीं. कठोर कार्यवाई. साभार"
नीचे कुछ पोस्ट्स देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें.
बीजेपी ने इंडिया टुडे के रिपोर्टर को बताया पार्टी वर्कर, कहा उनकी मौत हो गयी है
बंगाल में रेप और मर्डर पीड़िता की तस्वीरें चुनाव के बाद की हिंसा से जोड़कर वायरल
उड़ीसा की घटना का वीडियो बंगाल चुनाव के बाद की हिंसा के रूप में वायरल
फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें अमित शाह के साथ लड़की की तस्वीर इकनोमिक टाइम्स द्वारा 6 नवंबर 2020 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में मिली.
फ़ोटो के कैप्शन में लिखा है: "राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आए शाह आज सुबह बांकुड़ा जिले में पार्टी के संगठन का जायजा लेने पहुंचे." यही तस्वीर हमें बंगाल पोस्ट के 25 नवंबर 2020 को प्रकाशित एक आर्टिकल में भी मिली. यह तस्वीर बांकुड़ा ज़िले के चतुरडीही गांव में 5 नवंबर 2020 को ली गयी थी
गृहमंत्री अमित शाह पार्टी वर्कर बिभीसन हांसदा के घर गए थे और वहां दोपहर का खाना खाया था. यहां और यहां पढ़ें.
इसके बाद बूम ने बिभीसन हांसदा से संपर्क किया. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी पर हमले की रिपोर्ट्स फ़र्ज़ी हैं.
"मेरा परिवार और मेरी बेटी सुरक्षित हैं. हमारे इलाके में चुनाव के बाद कोई हिंसा नहीं हुई है. मेरी बेटी की तस्वीर के साथ वायरल रिपोर्ट्स फ़र्ज़ी हैं." हांसदा की बेटी, 12 वीं की छात्रा, एक डायबिटिक मरीज़ है. बूम ने ट्राइबल कम्युनिटी लीडर अमूल्य हांसदा से भी संपर्क किया जो उसी गांव में रहते है जहाँ बिभीसन हांसदा का घर है. अमूल्य ने भी वायरल दावों को खारिज किया है.
जबकि बूम दूसरी तस्वीर - मृत शरीर - को सत्यापित नहीं कर सका, यह पुष्टि की जा सकती है कि मृत शरीर अमित शाह के साथ दिख रही लड़की का नहीं है.
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट साइट की इस वायरल तस्वीर का सच क्या है?