बंगाल में रेप और मर्डर पीड़िता की तस्वीरें चुनाव के बाद की हिंसा से जोड़कर वायरल
बंगाल में रेप और मर्डर पीड़िता की तस्वीरें चुनाव के बाद की हिंसा से जोड़कर वायरल
बीस वर्षीय लड़की की तस्वीरें जिसका पश्चिम बंगाल के वेस्ट मेदिनीपुर स्थित पिंगला इलाके में कथित रेप और कत्ल हुआ है, फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है कि उसका कत्ल राजनैतिक कारणों से हुआ है.
बूम ने पिंगला पुलिस स्टेशन के इंचार्ज संखा चटर्जी से संपर्क किया जिन्होंने वायरल हो रहे दावों को ख़ारिज किया है. इसके अलावा हमनें पीड़िता के परिवार के एक सदस्य से भी बात की जिसने कहा कि लड़की का किसी राजनैतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं था और न ही यह राजनैतिक कत्ल है.
मई 2, 2021, को जैसे ही पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आए कई इलाकों में हिंसा की रिपोर्ट्स आने लगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक इन हिंसक घटनाओं में अब तक 14 लोगों की मृत्यु हुई है. तीसरी बार मुख्यमंत्री बन चुकी ममता बनर्जी ने इन हिंसक घटनाओं को तत्काल बंद करने के लिए 4 मई को आकस्मिक मीटिंग की थी.
नेटीज़न्स दावा कर रहे हैं कि कत्ल 'टीएमसी के गुंडों' ने किया है
कई नेटीज़न्स पीड़िता की तस्वीरें साझा कर रहे हैं और इनमें बीजेपी सांसद सौमित्रा खान भी शामिल हैं. इस घटना की तुलना सिंतबर 2020 में हुए हाथरस, यूपी, रेप और हत्याकांड से भी कर रहे हैं.
खान ने बांग्ला में कैप्शन लिखा है जिसका हिंदी अनुवाद है: "मुझे माफ़ करना बहन. यहां भी राजनैतिक जूस है जैसा हाथरस में था. कोलकाता की एलीट क्लास कहाँ है? कहाँ हैं तुम्हारी मोमबत्तियां? वेस्ट मेदिनीपुर के डेबरा कॉलेज की सेकंड ईयर की छात्रा*** का गुंडों ने निर्मम रेप और मर्डर किया."
नोट: भारतीय कानून के तहत रेप पीड़िता का नाम प्रकाशित करने पर प्रतिबंध है.
वायरल ट्वीट यह भी दावा करते हैं कि लड़की बीजेपी समर्थक थी और टीएमसी के 6 'गुंडों' ने उसे मार डाला और घर के बाहर टांग दिया.
इस पीड़िता की तस्वीरें फ़ेसबुक पर भी वायरल हैं जहां युज़र्स आरोप लगा रहे हैं कि गुनहगार मुसलमान थे.
घटना में कोई राजनैतिक कोण नहीं: मेदिनीपुर पुलिस और परिवार
बूम ने पीड़िता के चाचा से संपर्क किया जिन्होंने बताया कि घटना 3 मई को हुई थी. उनके मुताबिक, लड़की पर मकान मिस्त्रियों ने कथित तौर पर उस घर में ही हमला किया था जिसकी वे मरम्मत कर रहे थे. एक आरोपी महिला, परिवार के अनुसार, बाहर लोगों पर नज़र रखे हुए थी जब दोनों ने लड़की से जबरदस्ती की थी.
"सोशल मीडिया पोस्ट्स जो दावा करती हैं कि मेरी भतीजी बीजेपी वर्कर थी, फ़र्ज़ी हैं. वह 3 मई को रेनोवेशन साइट पर गयी थी जहां उस महिला ने उससे [पीड़िता] से कहा कि अंदर सांप हो सकता है. इसके बाद दोनों वर्कर्स ने उसे घसीटा और उसका रेप किया. उसका शरीर बाद में उसी मड हाउस के पीछे मिला. इसमें कोई राजनैतिक कोण नहीं है," पीड़िता के चाचा ने बूम से कहा.
फ़ोटोज़ जिसमें प्लेकार्ड पर लड़की की फ़ोटोज़ हैं, उसी दिन के प्रदर्शन की हैं.
बूम ने संखा चटर्जी, पिंगला पुलिस इंचार्ज, से बात की जिन्होंने कहा, "यह एक राजनैतिक घटना नहीं थी. लड़की से मारपीट और उसका मर्डर दो मकान मिस्त्रियों ने किया था जो परिवारजनों द्वारा ही लगवाए गए थे. इस मामले में तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं."
चटर्जी ने इस घटना में किसी साम्प्रदायिक कोण को भी नकार दिया है. उन्होंने कहा, " लड़की के पिता द्वारा दर्ज एफ़.आई.आर पर आधारित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है."
आरोपियों की पहचान: बिजॉय मुर्मू, बेलदा मेदिनीपुर, छोटू मुंडा, झारखंड और तपती पात्रा, सबंग, हुई है.
"बिजॉय और छोटू मजदूर थे और तपती सहायक के रूप में काम कर रही थी. किसी का कोई राजनैतिक संबंध नहीं है," चटर्जी ने कहा.