पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल सरकार ने 2022-23 के लिए बजट पेश किया. बजट में पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए कई तरह के टैक्स में छूट का प्रावधान किया गया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट काफ़ी वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि राज्य सरकार ही अब मुस्लिम व्यापारियों का टैक्स भरेगी. ऐसा ऐलान राज्य के वित्त मंत्री ने किया है.
वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट की हेडिंग में लिखा हुआ है, 'पश्चिम बंगाल में मुस्लिम व्यापारियों का टैक्स भरेगी राज्य सरकार, वित्तमंत्री ने किया ऐलान. साथ ही इसमें ममता बनर्जी की फ़ोटो भी लगी हुई है. फ़ोटो के बगल में लिखा हुआ है, "ब्रेकिंग: बंगाल में मुस्लिम व्यापारियों का टैक्स भरेगी राज्य सरकार, वित्तमंत्री अमित मित्रा ने किया ऐलान.
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वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट को ट्विटर पर खूब शेयर किया गया है.
विभोव थापर नाम के यूज़र ने स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा 'पं० बंगाल का एक और ज़िहादियों के लिये ज़िहादी फैसला | लगता है कि 30% के लालच मींर ज़ाफर की कनींज़ पं ०बंगाल की वज़ीरे आला पं०बंगाल को भारत से अलग कर पाकिस्तान से जोड़नें की नापाक साजिश में अपनेें क़दम बड़ा रही है | भारत सरकार को गम्भीरता से इस साजिश को देखना बेहद आवश्यक है'.
वहीं भाजपा नेता सुरिंदर बिष्ट ने लिखा 'अब पता चला कि आप बंगाल मे वोट देने के लिए घर से बाहर क्यों नहीं निकले'.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट की पड़ताल के लिए सबसे पहले इसे रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें इससे मिलते जुलते कई ट्विटर पोस्ट मिले. इसके बाद हमने पश्चिम बंगाल में टैक्स माफ़ी के ऐलान से जुड़े ख़बरों को खोजना शुरू किया तो हमें ऐसी कोई ख़बर नहीं मिली जिसमें वायरल हो रहे दावे का जिक्र हो.
हमने हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को भी ध्यान से पढ़ा तो हमें मुस्लिम व्यापारियों के टैक्स माफ़ी से जुड़े कोई साक्ष्य नहीं मिले. हालांकि बजट में चाय किसानों, ग्रीन वाहन ख़रीददार और घर ख़रीददारों को टैक्स में थोड़े छूट देने का प्रावधान किया गया है.
वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट में अमित मित्रा को राज्य का वित्तमंत्री बताया गया है जबकि राज्य के वित्त विभाग का ज़िम्मा चंद्रिमा भट्टाचार्य के पास है. अमित मित्रा वर्तमान में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार हैं.
बूम ने इसी तरह के दावे वाले एक और वायरल स्क्रीनशॉट की सत्यता की जांच के लिए राज्य के अल्पसंख्यक मामलों और मदरसा विभाग के कैबिनेट मंत्री मोहम्मद गुलाम रब्बानी से बात की, उन्होंने इस दावे को खारिज कर दिया. गुलाम रब्बानी उत्तर दिनाजपुर जिले के गोलपोखर से विधायक हैं.
गुलाम रब्बानी के कार्यालय ने बूम से बातचीत में कहा कि सीएम ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार बिना धर्म, जाति और पंथ देखे हर नागरिक की सेवा करती है. वायरल खबर निराधार और फर्जी है. साथ ही उन्होंने कहा कि एक समुदाय के खिलाफ़ नफ़रत दिखाने के लिए यह भाजपा आईटी सेल की करतूत है.
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