सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत वायरल है जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राख का तिलक लगाते हुए दिख रहे हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि किसी शहीद की चिता जलने के बाद उसकी राख से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद को और वहाँ मौजूद लोगों को तिलक लगा रहे हैं. इस तरह किसी योद्धा का सम्मान किया जाता है.
बूम ने पाया कि वीडियो होलिका दहन का है जिसे गलत संदर्भ में प्रसारित किया जा रहा है.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने Pramukh Anil Kasana वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है,'एक वीरगति को प्राप्त योद्धा का सम्मान'.
फ़ेसबुक पर अनेक लोगों ने यह वीडियो समान दावे के साथ पोस्ट किया है. जिन्हें आप यहाँ देख सकते हैं.
इसके अलावा ट्विटर पर भी ये वीडियो शेयर किया गया. Anuj Kumar (अनुज कुमार) ने समान कैप्शन के साथ वीडियो को शेयर किया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सम्बंधित कीवर्ड के साथ इंटरनेट पर सर्च किया तो Dr. Prachi Sadhvi का ट्वीट मिला जिसके कैप्शन में लिखा था,'हमारे सनातन की परंम्परा है होलिका की राख ठंढी होने के बाद उसे माथे पे लगाते हैं CM Yogi Adityanath जी'.
इसके आधार पर हमनें कुछ रिपोर्ट ढूँढी तो news18 की 19 मार्च 2022 की एक वीडियो रिपोर्ट मिली जिसके अनुसार योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर का दौरा किया और नरसिंह जुलूस में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने होलिका की राख को अपने माथे पर लगाया जो गोरखनाथ मंदिर में एक परंपरा है। 0:07 सेकेंड टाइम स्टैम्प पर न्यूज एंकर को होलिका की राख को माथे पर लगाने की रस्म के बारे में सुना जा सकता है.
आगे और खोजने पर ETV Bharat की 19 मार्च 2022 की एक रिपोर्ट मिली जिसमें इस परंपरा के बारे में लिखा था. रिपोर्ट में कहा गया कि योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर मंदिर में होलिका दहन की राख के साथ ऋषियों और वहां मौजूद अन्य लोगों को 'तिलक' करने के बाद गोरखपुर में भगवान नरसिंह के जुलूस का नेतृत्व किया। एक अन्य रिपोर्ट में योगी आदित्यनाथ को अपने माथे पर राख लगाते हुए भी देखा जा सकता है.
इससे स्पष्ट होता है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा असत्य है.