HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

वायरल वीडियो कोयंबटूर में हुई कांग्रेस-डीएमके की हालिया रैली का नहीं है

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो आंध्र प्रदेश के गोरंटला गांव में आयोजित एक वार्षिक ईसाई उत्सव का है.

By -  Anmol Alphonso |

16 April 2024 9:47 PM IST

सोशल मीडिया पर एक बड़ी सभा के वीडियो को कांग्रेस-द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की तमिलनाडु के कोयंबटूर में की गई हालिया रैली से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो कोयंबटूर में हुई राहुल गांधी की रैली का नहीं आंध्र प्रदेश के गोरंटला गांव में आयोजित एक वार्षिक ईसाई उत्सव का है.

गौरतलब है कि डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन तथा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य में लोकसभा चुनाव से पहले 12 अप्रैल 2024 को कोयंबटूर में एक सार्वजनिक बैठक की. यहां डीएमके और कांग्रेस दोनों गठबंधन में हैं. डीएमके ने कोयंबटूर से गणपति पी राजकुमार को मैदान में उतारा है वहीं अन्नाद्रमुक के उम्मीदवार सिंगाई जी रामचंद्रन और भाजपा के उम्मीदवार इसकी राज्य इकाई के प्रमुख के अन्नामलाई हैं.

वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'राहुल गांधी के समर्थन में ये जन सैलाब मोदी जी की नींद हराम कर देगा. #LokSabaElection2024'


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

फेसबुक पर भी एक यूजर ने वीडियो को लगभग इसी मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर करते हुए लिखा, 'Rahul Gandhi ये जनसैलाब तानाशाह के अंत का इशारा है.' 


पोस्ट का आर्काइव लिंक.


फैक्ट चेक

बूम ने पाया कि वायरल वीडियो कोयंबटूर में हुई कांग्रेस-डीएमके की रैली का नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश के गोरंटला गांव में आयोजित एक वार्षिक ईसाई उत्सव का है.

वायरल पोस्ट पर आए रिप्लाई से हिंट लेते हुए हमने वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स निकालकर उसके साथ एक कीवर्ड सर्च किया. इसके जरिए हमें पता चला कि वायरल वीडियो मार्च 2024 का है, जो कि 12 अप्रैल 2024 के कांग्रेस-डीएमके की रैली से पहले की तारीख है.

हमें यही वीडियो होसन्ना मिनिस्ट्रीज, गुंटूर, आंध्र प्रदेश के इंस्टाग्राम हैंडल पर मिला. इस वीडियो में हम वही गोलाकार फ्लड लाइट्स देख सकते हैं जो वायरल वीडियो से मेल खाती है. इस वीडियो के कैप्शन में कहा गया कि यह टैबरनेकल के 47वें पर्व का वीडियो है.


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

टैबरनेकल का पर्व- इसे आंध्र प्रदेश के गोरंटला गांव में स्थानीय भाषा में 'गुदराला पांडुगा' भी कहा जाता है. यह एक वार्षिक ईसाई त्योहार है, जो मार्च में होसन्ना मंत्रालयों द्वारा आयोजित किया जाता है.

हमें इंस्टाग्राम पर होसन्ना मिनिस्ट्रीज की एक पोस्ट भी मिली, जहां टैबरनेकल के 47वें पर्व का उल्लेख करते हुए तेलुगु में जगह का नाम गोरंटला-गुंटूर मेंशन था, जो 7 मार्च से 10 मार्च 2024 तक आयोजित किया जाएगा.


पोस्ट का आर्काइव लिंक.

होसन्ना मिनिस्ट्रीज के यूट्यूब चैनल पर भी 13 मार्च 2024 को अपलोड किया गया इससे संबंधित एक वीडियो देखा जा सकता है.

Full View


नीचे वायरल वीडियो और यूट्यूब के इस वीडियो के विजुअल्स की तुलना देखी जा सकती है.



इसके अलावा, हमने यह भी पाया कि कांग्रेस-डीएमके की रैली के मूल फूटेज में फ्लड लाइट और वायरल वीडियो की फ्लड लाइट अलग है. नीचे दिए गए पोस्ट में कांग्रेस-डीएमके रैली के विजुअल्स देखे जा सकते हैं.

पोस्ट का आर्काइव लिंक.

Tags:

Related Stories