नेपाल में हिमस्खलन का एक वीडियो फ़ेसबुक पर फ़र्ज़ी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि यह हाल ही में 7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली ज़िले में ग्लेशियर फटने का दृश्य दिखाता है.
वायरल क्लिप में एक पहाड़ पर फ़िसलती बर्फ और नदी में गिरते हुए बर्फ का एक बड़ा हिस्सा दिखाई देता है.
उत्तराखंड के चमोली ज़िले के रैणी गाँव में 7 फरवरी की सुबह एक ग्लेशियर के फटने से बाढ़ आ गई और धौलीगंगा नदी के किनारे बसे लोगों की जान खतरे में पड़ गई. ख़बरों के अनुसार 171 लोग लापता हैं और ग्लेशियर के फटने से अब तक 26 लोगों के शव को बरामद किया गया है.
ट्विटर पर नहीं हैं नसीरुद्दीन शाह, वायरल ट्वीट्स फ़र्ज़ी हैं
फ़ेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन में लिखा, "आज सुबह उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने का पहला वीडियो 7 feb 2021"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां और यहां देखें.
इसे अंग्रेजी कैप्शन के साथ भी शेयर किया जा रहा है, "अब तक की ख़बर उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने का वीडियो"
आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
कपिल देव ने नहीं दिया यह बयान, वायरल पोस्ट का दावा फ़र्ज़ी है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल क्लिप को फ़्रेम्स में तोड़कर रिवर्स इमेज पर सर्च किया. इस दौरान हमें यह वीडियो एक फ़्रांसीसी वेबसाइट पर मिली, जिसमें कहा गया था कि यह हिमस्खलन नेपाल में हुआ था.17 जनवरी, 2021 को प्रकाशित लेख में @naren32 नामक एक यूज़र द्वारा पोस्ट किया गया एक इंस्टाग्राम वीडियो शामिल है, जिसमें पहाड़ से नीचे फ़िसलती बर्फ दिखाया गया है.
हमने इस इंस्टाग्राम यूज़र के अकाउंट पर जाकर वीडियो की खोज की तो पाया कि नेपाल हिमस्खलन की घटना के कई वीडियो मौजूद हैं. हमें उसी वीडियो का एक छोटा वर्ज़न और एक लंबा फुटेज मिला. वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "कपूचे झील में विशाल हिमस्खलन. यहां विशाल हिमस्खलन का पूरा वीडियो यह रहा, इस पल को देखने के लिए कपुचे झील (दुनिया की सबसे कम ऊंचाई वाली ग्लेशियर झील) में रात बितानी पड़ी और आखिरकार इसका फल मिला."
उसी यूज़र ने 11 जनवरी, 2021 को अपने यूट्यूब चैनल, Naren32 राणा पर '' कपूचे झील में सबसे बड़ा हिमस्खलन (नेपाल में सबसे कम ऊंचाई वाला ग्लेशियर झील)" शीर्षक के साथ वीडियो फुटेज अपलोड किया था.
बूम ने नेपाल हिमस्खलन की घटना बारे में न्यूज़ रिपोर्ट खंगाली, जिससे यह पता चल सके कि वीडियो नेपाल के कपूचे ग्लेशियर झील का है.
वेदर चैनल ने भी इस घटना को रिपोर्ट किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि कोई हताहत नहीं हुआ था, लेकिन हिमस्खलन के कारण कायकर्स को अपनी गतिविधि से हाथ धोना पड़ा.
अगर आपने ग़लती से हैंड सैनिटाइज़र निगल लिया है तो इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें