कपिल देव ने नहीं दिया यह बयान, वायरल पोस्ट का दावा फ़र्ज़ी है
वायरल पोस्ट अलग-अलग कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है. कुछ यूज़र कपिल देव की तारीफ़ कर रहे हैं तो कुछ सवाल उठा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) के हवाले से दावा किया जा रहा है कि गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के बेटे के दबाव में आकर भारतीय खिलाड़ियों ने किसानों के ख़िलाफ़ ट्वीट किया है.
वायरल पोस्ट में कपिल देव की एक तस्वीर है जिसपर कैप्शन लिखा हुआ है, "कपिल देव का बड़ा बयान : अमित शाह के बेटे के दबाव में किसानों के ख़िलाफ़ ट्वीट कर रहे हैं भारतीय खिलाड़ी"
फ़ेसबुक पर वायरल पोस्ट अलग-अलग कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है. कुछ यूज़र कपिल देव की तारीफ़ कर रहे हैं तो कुछ सवाल उठा रहे हैं.
ट्विटर पर नहीं हैं नसीरुद्दीन शाह, वायरल ट्वीट्स फ़र्ज़ी हैं
चंद्रशेखर झा ने फ़ेसबुक पर तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा कि "#लॉगबुक_दिल्ली कपिल देव दा जवाब नेई"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
एक अन्य फ़ेसबुक यूज़र वीरेंद्र श्रीवास्तव ने पोस्ट के साथ अंग्रेज़ी कैप्शन लिखा, "क्या यह सच है कि क्रिकेटरों ने अमित शाह के बेटे जय शाह के दबाव में किसानों के खिलाफ ट्वीट किया है?"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
यह वायरल ट्वीट पॉपस्टार रिहाना के ट्विटर हैंडल से नहीं किया गया है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल पोस्ट के दावे की सत्यता जांचने के लिए गूगल पर खोज की. इस दौरान हमें ऐसी कोई न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें कपिल देव के इस बयान की पुष्टि की गई हो.
हमने तब कपिल देव के ट्विटर अकाउंट पर जाकर देखा तो पाया कि कपिल देव ने आख़िरी ट्वीट बीते 4 फ़रवरी को किया था. उस ट्वीट में हमें उनके वायरल बयान से मेल खाता कोई शब्द नहीं मिला, जिससे पता चल सके कि यह बयान वास्तविक है.
उन्होंने ट्वीट में लिखा था, "मैं सिर्फ भारत से प्यार करता हूं, मैं चाहता हूं कि किसानों और सरकार के बीच चल रहा विवाद का जल्द से जल्द हल निकाला जाए. विशेषज्ञों को मामला सुलझाने देते हैं. ये सुनिश्चित है कि हमारा तिरंगा सर्वोच्च है. इसके अलावा मैं अपनी भारतीय टीम को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ आगामी सीरीज़ में बड़ी कामयाबी की कामना करता हूं. जय हिंद."
हमने संबंधित कीवर्ड के सहारे सर्च किया तो कुछ न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें कपिल देव के 4 फ़रवरी के ट्वीट पर ही चर्चा की गई थी. एबीपी न्यूज़ ने उनके ट्वीट के आधार पर "किसान आंदोलन: पूर्व कप्तान कपिल देव बोले- जल्द खत्म हो सरकार और किसानों के बीच मनमुटाव" शीर्षक के साथ एक रिपोर्ट प्रकाशित की. इस रिपोर्ट में वायरल पोस्ट में किये गए दावे से जुड़ी कोई बात का ज़िक्र नहीं है.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई और इंडिया टीवी ने भी अपनी रिपोर्ट में कपिल देव के ट्वीट को ही जगह दी. रिपोर्ट में बताया गया है कि कपिल देव ने ट्वीट करते हुए किसानों और सरकार के बीच जारी गतिरोध ख़त्म होने की उम्मीद जताई. इसके अलावा भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली सीरीज़ के लिए भारतीय क्रिकेट टीम को शुभकामनाएं दीं.
यह पहला मौक़ा नहीं है जब पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव से जुड़ी फ़र्ज़ी ख़बर वायरल है. इससे पहले बीते नवंबर में उनके निधन से जुड़ी एक ख़बर सोशल मीडिया पर फ़ैली थी. तब बूम ने वायरल दावे का खंडन किया था. रिपोर्ट यहां पढ़ें.
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